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Stories related to manmarziyaan online netflix

Anuj Ray

#Manmarziyaan

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हम जिन्हें समझते ग़ैर, बड़ा होने पर,
ज़िद करते अपनी" मनमर्ज़ी" ,थोप उन्हीं पर।

क्या बुरा भला, ना सोचे समझे,जब
उनका तर्क नहीं सुनते, तब दिल पर चोट 
लगी होगी।

 हमको कोई फ़र्क नहीं पड़ता,
 पर उनको बहुत फर्क पड़ता है।

©Anuj Ray #Manmarziyaan

Kajal

#Manmarziyaan

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तू मनमर्जियां करे तो कोई बात नहीं,
और मैं करू तो बेवकूफ कहते हो ❣️

©Kajal #Manmarziyaan

Akhil Kael

#Manmarziyaan

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YAO GOD,
है ये मेरी प्रार्थना तुझसे,
देता जा वो बल वो शक्ति मुझे,
चढ़ सकू हर चढ़ाई और हों न जाऊ जुदा मैं तुझसे,
तुझसे बेहतर भला कौन जानता कि मेरे कदम कभी पीछे न हटे,
किया मैंने हर परिस्थिति का मुकाबला चाहे कितना भी कुछ खोना पड़े,
जब मौत खड़ी थी सामने तो बिना थके दर पर काबू कर लड़ा अपने से,
किस्मत बन गया जैसे अखाड़ा पर शिकायत कभी की न तुझसे,
शिकायत करना और हार मानना मेरे बस की बात नहीं,
या तो लड़ जाना, भिड़ जाना, या अपना रास्ता खोजते हुए,
मर जाना, अपनी किस्मत अपने खून पसीने और जोश से लिख जाना,
 इसके अलावा कुछ और आता नहीं मुझे,
अपनी जिंदगी के हर पन्ने पर किया मैंने याद तुझे,
लोग कहते हैं तू नहीं है, बहुत से लोगों ने नकारा तुझे,
बहुत से लोगों ने करी भरपूर कोशिश मुझे तुझसे,
अलग करने की, आज भी करने की कोशिश में लगे,
पर इनके अंधकार में तेरा चिराग जलाए रखा मैंने,
चाहे खुद की चमड़ी को ही तपा तेल बना दिया जलाए रखा मैंने,
मेरा सर्वस्व न्यौछावर तुझपर, तेरे करिश्मों की मिसाल मैंने,
करी बयान अपनी कला के जरिए, इसी दरमायन पाया मैंने,
खुद को, मेरी सच्चाई और कला की दो तलवारे निकल आईं,
बाहर छोड़ अपनी मयान, इस दो धारी तलवार सी दुनिया से,
अब लगता नहीं दर मुझे, मेरी जिंदगी तेरे नाम, और मेरा वजूद
सेवाभाव से सना, तान मैंने अपना सीना, आज जिंदगी का मकसद,
साफ दिखने लगा मुझे, अब तेरा ये अंश न रुकेगा न झुकेगा,
अपनी कला के माध्यम से जिंदगिया बदलने निकल चला मैं,
दे आशीर्वाद मुझे,

©Akhil Kael #Manmarziyaan

Sudhir Singh

#Manmarziyaan

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Sawan ki pehali sombari aap sabhi ko bahut bahut Mubarak hohamari taraf se ,

©Sudhir Singh #Manmarziyaan

Mohini's Creations

#Manmarziyaan

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अच्छा सुनो ये जो तुम बार 2 बोलते हो ना मत लड़ा करो, तो सुन लो प्यार एक तुमसे करते है,
 तो लड़ाई करने के लिए कोई और थोड़े ना चलेगा.... मोहिनी

©Mohini's Creations #Manmarziyaan

Sangeeta Verma

#Manmarziyaan

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चली है आज तक 
मूझ पर
 मेरे अपनो की मनमर्जिया 
मेरे कूछ ख्वाब 
मेरी कूछ ख्वाहिशे 
अधूरी है अब तक 
किस किस को बताऊँ 
मै अपनी मनमर्जिया
कूछ तो बचा है 
आज भी तेरे मेरे दरमियां 
बस रह गया तो 
बिखरती हूई तेरी मेरी मनमर्जिया ।
chandny

©Sangeeta Verma #Manmarziyaan

Lata Sharma सखी

#Manmarziyaan

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दिल की मनमर्जियां आजकल हावी रहती हैं,
जा सनम के पास मुझसे हर पल कहती हैं,

चूम ले उन सुर्ख से लबों को अपने अधरों से,
ऐसी कई इच्छाएं आजकल मन में पलती हैं।

वो सामने हों तो उनको ही देखती है नजर,
अमूर्त हो जाए ये सारी दुनिया ये सोचती हैं।

©Lata Sharma सखी #Manmarziyaan

DRx Virendra Prajapati

#Manmarziyaan

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जोड़ा अपनों ने ही और 
तोड़ा भी अपनों ने ही,
इस नाज़ुक से दिल को मेरे,
निचोड़ा अपनों ने ही
कब देते हैं प्यार, बड़े होकर
दयाद बना डाला मुझे,और
मेरे खुशियों को लुटा 
मेरे अपनों ने ही

©DRx Virendra Prajapati #Manmarziyaan

हरिओम सुल्तानपुरी

#Manmarziyaan

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वो जरुरत थी या मोहब्बत थी
.
.
बेल लिपटी रही दरख़्त के साथ..

©Hariom Sultanpuri #Manmarziyaan

Akhil Kael

#Manmarziyaan

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तू चल यूंही तेरी सच्चाई तेरी ललकार है,
तेरी लड़ाई जिसके साथ है,
वो तो नकाबो की दुकान है,
कैसे पहुंचाऊं अपना सन्देश,
उन लोगों के समक्ष, जिनका मैं कर्ज़दार हूं,
जिनका मैं शुक्रियादा करता हूं,
कि मेरी लड़ाई तुम्हारे साथ नहीं,
मत घसीटो खुद को इस मैदान में,
कैसे दूं तुम्हे मैं आश्वासन की मेरी लड़ाई,
में तुम्हारा अगर कोई योगदान है,
तो वो सिर्फ ये कि तुमने मुझे मारने ना दिया था,
मेरे साथ एक ही समय पर बहुत कुछ ऐसा हुआ था,
कि न तुम समझ पाए और न मैं समझा पाया,
समाज में तुम्हारी इज्ज़त न खो जाए,
ये मेरी हार होती इसलिए मैं खुद को गया,
क्यूंकि कृष्णा ही नहीं अब तो शिवा भी मेरे साथ था,
तुम्हारा अपना एक परिवार था, जिसपर अपनी लड़ाई,
के छींटे नहीं आने दे सकता था, इसलिए तुमको खुद से दूर,
करना ही एक मात्र उत्तर मिला, इसलिए मैं वो कड़वा घूट,
पी गया जिसका तुम्हें अंदाज़ा भी न था,
पर तुम मेरे शत्रु नहीं सिर्फ ये संदेश तुम्हें पहुंचना था

©Akhil Kael #Manmarziyaan
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