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Rani Jaiswal
White आज है भाई दूज । ये है भाई - बहन का पावन पर्व जो आती नहीं रोज ॥ ©Rani Jaiswal #Bhai_Dooj #tyohar
sushil.
White मुझे समझकर मेरा कोई दर्द बांट पाता अपना बता मुझे मेरे आंसुओं को अपना साथ मेरा निभाता लड़खड़ाता कभी तो सम्भाल लेता आकर मुझे जिंदगी मेरी संवार जाता मुझे समझकर मेरा कोई दर्द बांट पाता ज़माने की बातों में आकर तन्हा न करता मुझे मेरे हर वक्त में साथ रह मेरी ख्वाहिशें पूरी कर ख्वाहिशें अपनी सभी भुला जाता मुझे समझकर मेरा कोई दर्द बांट पाता ©sushil #sad_quotes * shree ...* ek dost hi aisa kar sakta h
#sad_quotes * shree ...* ek dost hi aisa kar sakta h
read moreAjita Bansal
White करवा चौथ का पर्व है आया, सुहागिनों के दिलों में उमंग है छाया। चूड़ियों की खनक, मेहंदी की बात, सजधज कर दुल्हन सी हर नारी रात। करवा में जल, चांद की आस, पति की लंबी उम्र का हो विश्वास। व्रत रख कर करती हैं दुआ, सात जन्मों तक रहे यही सुआ। मांगा है वरदान चांदनी रात, सुहागन का रूप हो हमेशा साथ। करवा चौथ का यह पावन त्योहार, प्रेम और विश्वास का है अमर उपहार। चंद्रमा की किरणें जब आंचल में समाए, सजनी के चेहरे पर मुस्कान छाए। करवा चौथ का व्रत है संजोया, प्रेम का बंधन और गहरा हो आया। ©Ajita Bansal #karwachouth karwachauth ka tyohar
#karwachouth karwachauth ka tyohar
read moreमलंग
कई दिन हुये, उस रास्ते से गुजरे जो तुम तक जाती थी। सुना है, रास्ते के पेड़ सूख गये, हाँ सूखना ही था उनको... मुहब्बत जो कि थी बहारों से, बहार चली गयी और रह गया पीछे ठूंठ। हम भी तो ऐसे ही हैं, ये घाट, ये गलियाँ सब बेकार... शहर बनारस अब रास नहीं आता। कुछ छूट गया या फिर छोड़ दिया, यह सवाल आजतक सवाल ही है.... घर के एक कोने में हमारा कमरा है जिसके रंग अब फीके हो चुके हैं। दिल थम सा गया है। शायद धड़कन मद्धम-सी हो रही है, तुम समझी नहीं... कुछ ठहर गया और हम बेपरवाह चलते रहे, न जाने कब अकेले हुये पता न चला। निदा फ़ाजली ने कहा था 'रोज जीता हुआ, रोज मरता हुआ; अपनी ही लाश का खुद मज़ार आदमी', ससुरी किस्मत ने अपने दिल पर ले लिया। सांस चलना ही अगर जिन्दा रहना होता तो फिर मुहब्बत की जरूरत न थी.... शहर की आब-ओ-हवा बदल गयी पर हम अब भी वहीं हैं, तनहा, अकेले, एकदम अंधेरे में.... वहीं जहाँ तुम हमें छोड़ गयी। ❤️ 'सोच' ©मलंग #naya