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UNCLE彡RAVAN
White अपने बदन पे घाव बनाया करता था, हर दर्द को मैं सीने से लगाया करता था। लोग समझते थे मुझे पत्थर दिल शायद, पर हर चोट को हंस के छुपाया करता था। अब तो आदत सी हो गई है इस तन्हाई की, खुद ही खुद को हर रोज़ आज़माया करता था। इक उम्मीद थी कि कोई समझेगा ये अफसाना, मैं अपने ही ज़ख्मों को ग़ज़ल में सजाया करता था ©UNCLE彡RAVAN #Moon
–Muku2001
White बात ये मेरे मन की हैं जो निकली मेरे दिल से है की वक्त से एक वादा मांगू कुछ तो नहीं पर थोड़ा जादा मांगू की अगर आसमां देखू तो दिन में मुझे सुरज से खिला आसमा दिखे और रात में चांद सितारों से सजा सुन्दर नजारा दिखे और मेरी कामयाबी को मेरे माँ बाप देखें तो उन्हे मुझमें नाज़ ओर एक अच्छा संतान दिखे ! ©–Muku2001 #Moon #Quote #muku2001 #Zindagi #Life #PARENTS #Time #Waqt #Nojoto #Dil
Prerana"Yukta"
White हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है, हवाओ मे बहता हुआ बातों की बाते करता है, मुस्कुराता मोह मोहि के मोह में, फिर एक नया बहाना ढूंढ़ता है । काली अंधेरी चादर में चुपके से, चंचल चित तकता है, बातों ही बातों में न जाने कितनी बाते बुनता है, फिर एक नया बहाना ढूंढता है। छू कर रजनी सी रश्मी, कुछ कौतुक सी बाते करता है, न जाने कैसी सी बाते करता है, न जाने कौन सी बाते सुनता है । एकांत अनवरत सी चित गंगा में, कोलाहल और ध्वनि संगीत सुनता है, प्रसंग प्रीत सब रीत यही है, हृदय चन्द्रमा ! एक नया बहाना ढूंढता है.... प्रेरणा "युक्ता" ©Prerana"Yukta" #moon
Deven(बदनसीब सुख़नवर)
White सोच रहा हूँ, कह ही दूँ मैं अपने दिल की बात को, अपने चाँद के सामने इस पूनम की रात को... ©Deven(बदनसीब सुख़नवर) #Moon
Nitin Kuvade
White हर्षित मन, शीतल गगन, शीतलता से भरी ये पवन, राग नया गुनगुना रही है,, खुशियों का समा, मन रमा, तपन से मुक्ति, शीत थमा, शरद ऋतू केसी आ रही है,,, अमृत बरसे, मन हर्ष हरषै, सब नैन मिलाये अम्बर से, शरद ऋतू ऐसी भा रही है,,, कृष्ण का रास, आज़ रात, गोपिया जोहे आज़ की बाट, गोपिया कृष्ण को पा रही है,,, सोलह कला, शशि ले चला, इठला जग निहारे चन्द्रकला,, सोलह कला जग पे छा रही है,,, चहके चकोर, मन में उठा शोर, चांदनी बरसे आज रात घनघोर, चांदनी चकोर को लुभा रही है,,, सौंदर्य प्रतीक, प्रेम पथिक, आभा है ऐसी अलौकिक, कलम मेरी रचना रचा रही है,,, शीतमय जग, शीतलता रग रग, श्रृद्धा शीश झुके, खुशि पग पग, शरद पूर्णिमा महत्व बता रही है,,, ✍️नितिन कुवादे.. ©Nitin Kuvade #Moon
Jaya ki kalam (R)
White ख्वाइश तो.. रहती है.. तेरी.. बाहों का उसे..! पर.. रात के बहाने से.. कोई.. आ जाता है.. आग़ोश में.. तेरी.! ©Jaya ki kalam (R) #Moon
Jaya ki kalam (R)
थोड़ी देर को तू छुप जा कहीं.. उनके ख़्वाबों को मेहफूज़ आने दे मुझ तक.! ©Jaya ki kalam (R) #Moon
sammy
White lakan se lau jo lafz jo tujhe sunai de sab dekhe chand ko aur tu sirf mujhe dikhayi de! ©Samruddhi #Sad_shayri #moon#Moon love shayari
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read moreANKIT
White गहरे जख्मों को जो पीछे अब तुम छोड़ आए हो, नयी चोंटो के घावों को मुसलसल छोड़ ही दोगे। निश्छल प्रेम बंधन की, निरंतर धार को है छोड़ा, दिखावटी रिश्तों को भी तुम एक दिन छोड़ ही दोगे। छोड़ आए हो बेबाक जहाजो को तूफ़ानी दरिया में, इन डगमगाती नौकाओं को यकीनन छोड़ ही दोगे। ना गुरुर कर मुर्शीद खरीते के चार आने पर, उम्र भर की कमाई तुम पीछे छोड़ आए हो। वो मकसद जिसके खातिर छोड़ी है, चौखट पर बिलखती माँ तुमने, दुनिया भर के एबों को क्या पीछे छोड़ पाओगे..? ©ANKIT #Moon