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vs dixit
जलजले ............. जलजले यूं नहीं आते उसके पीछे है मानव की विकासवादी आदतें जिसके लिए विनाशकारी तरीकों को अपनाते सारे पैंतरे करते धरती के सीने को चीरते पेड़ों को नोच डालते कँक्रीट रुपी जंगलों को उगाते पहाड़ों को बारुदों से उड़ाते कृत्रिम झीलों को बनाते धारा प्रवाह को रोकते खुद के स्वार्थ में सब कुछ करते देखते धरती को बोझ से दबते विनाश का खुद को भागी पाते फिर भी नहीं कभी सुधरते विकास को खोजते खोजते अनवरत विनाश के पथ पर चलते जाते धरती थक जाती बोझ उठाते उठाते चेताती मानव को हाँफते हाँफते सुधर जाते खुद के मतलब वास्ते स्वार्थी नहीं बनते तो जलजले यूं नहीं आते| #joshimath (C) V.s. Dixit ©vs dixit #joshimath जलजले
#joshimath जलजले
read moreगणेश अाँसु
📝झटारो📝 (मुक्तक) तिम्ले भुले म पनी भुल्न सक्छु। भमरा हुँ हजारौँ फुलमा डुल्न सक्छु। सुन्दर छु भनी घमन्ड नगरे हुन्छ, मिलनसार छु सबै सँग घुल्न सक्छु। गणेश आँसु कावासोती ८ नवलपुर फूलको आँखामा फूलै संसार 💐
फूलको आँखामा फूलै संसार 💐
read moreNalini
अधीर सा हुआ है मन बेशक तेरी मोहब्बत का न जलाओ यूँ आदतन, कि जलजले काफी हैं जमाने के ©Nalini #Fire जलजले जमाने के
#Fire जलजले जमाने के
read moreRabindra Kumar Ram
" तेरा मिलना ना मिलना अफवाह लग रहा , तु ही जरा इस जलजले खामोशी पे मुहर लगा , तु आये भी की नहीं आये तुम मेंरे सय में जरा , ये बात हर तरफ आग की तरह फ़ैल रही है ." --- रबिन्द्र राम " तेरा मिलना ना मिलना अफवाह लग रहा , तु ही जरा इस जलजले खामोशी पे मुहर लगा , तु आये भी की नहीं आये तुम मेंरे सय में जरा , ये बात हर तरफ आग क
" तेरा मिलना ना मिलना अफवाह लग रहा , तु ही जरा इस जलजले खामोशी पे मुहर लगा , तु आये भी की नहीं आये तुम मेंरे सय में जरा , ये बात हर तरफ आग क
read moreSunita Bishnolia
#कर्त्तव्य जलजले से वो लड़ने निकल हैं पड़े, दूसरों के लिए मौत से हैं लड़े। अश्क हर आँख से पौंछते जा रहे बनके चट्टान वो बीच में हैं खड़े। दर्द
#कर्त्तव्य जलजले से वो लड़ने निकल हैं पड़े, दूसरों के लिए मौत से हैं लड़े। अश्क हर आँख से पौंछते जा रहे बनके चट्टान वो बीच में हैं खड़े। दर्द
read moreDrx. Mahesh Ruhil
जिंदगी का नया रंग दिखा हमें सब कुछ पानी पानी था बहता हुआ दरिया भी दिखा हमें कमज़ोर हम फ़िर भी ना पड़े इस जलजले में सिकंदर की तरह पार इसको किया हमनें वक़्त की मार थी ये हमारे जीवन पर शायद कुछ कारण इसको दिया हमने मजबूत इरादों से हम फ़िर भी लड़ेंगे तू करता जा सितम हम फ़िर खड़े होंगे ✍️✍️✍️ #flood जिंदगी का नया रंग दिखा हमें सब कुछ पानी पानी था बहता हुआ दरिया भी दिखा हमें कमज़ोर हम फ़िर भी ना पड़े इस जलजले में सिकंदर की तरह पार
#flood जिंदगी का नया रंग दिखा हमें सब कुछ पानी पानी था बहता हुआ दरिया भी दिखा हमें कमज़ोर हम फ़िर भी ना पड़े इस जलजले में सिकंदर की तरह पार
read moreHarshita Dawar
Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat मखमली लिबास में लपेटी वो अल्फाजों की बौछार जो चीरती रही, दिल की कहानी लिखती गई तुमने आवाज़ क्या लगाई ,कमान से अल्फाजों के कटाक्ष से निकाल गए हर बार अरमानों के जलजले जलते लिपटे रोते निकलते गए बाक़ी बचा सक नहीं पर सवाल ऐसे बिछाएं जैसे सेज़ पर कांटों की कारीगरी से रेशम के धागे कड़वाए। #lifequotes #zindagi #zindagikasafar #yqbaba #yqdidi #yqtales Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat मखमली लिबास में लपेटी वो अल्फाजों की बौछार
#lifequotes #Zindagi #zindagikasafar #yqbaba #yqdidi #yqtales Written by Harshita ✍️✍️ #jazzbaat मखमली लिबास में लपेटी वो अल्फाजों की बौछार
read moresushma Nayyar
डिअर डैड sushma Nayyar छुपा लो अश्क अपने और एक झूठी हंसी रुखसार पर सजा लो न तोड़ पायेंगे गम हमको ज़माने को ये बतला दो लाख अफसाने आयें और लाख जलजले गुज़र जाएं न टू
छुपा लो अश्क अपने और एक झूठी हंसी रुखसार पर सजा लो न तोड़ पायेंगे गम हमको ज़माने को ये बतला दो लाख अफसाने आयें और लाख जलजले गुज़र जाएं न टू
read moreShree
ऐ खुदा रोक लो साहिल बनकर, दिल यह बांध तोड़ कर बह जाएगा आज यूं... जलजले में हर फूल औ' कली तेरी बगिया की जल जाएगी, धुंआ होगा, दुनिया राख हो जाएगी यूं... ✍🏻 ऐ खुदा रोक लो साहिल बनकर, दिल यह बांध तोड़ कर बह जाएगा आज यूं... जलजले में हर फूल औ' कली तेरी बगिया की
ऐ खुदा रोक लो साहिल बनकर, दिल यह बांध तोड़ कर बह जाएगा आज यूं... जलजले में हर फूल औ' कली तेरी बगिया की
read moreVandana
भरी थी ऊंची उड़ान बेखबर मुश्किल हालातों से तूफानों के सैलाब से बवंडर के जलजले से,, कहीं पर लड़खड़ाए फिसले घबराए टूटे बिखरे कई बार हताश हुए,,, सिखा गई परिस्थितियां हालातों से लड़ना खुद ब खुद संभलना कांटों में चलना,,, ना है किसी के सहारे की दरकार ना चाहिए एहसान ना पहचान अपना है रास्ता अपना है मुकाम अपने फैसले अपनी मंजिलें आ गई अब जीने की सारी तरकीबें,,, पगडंडियों में चलते फिरते लड़खड़ा गए बचते बचाते,, भरी थी ऊंची उड़ान बेखबर मुश्किल हालातों से तूफानों के सैलाब से बवंडर के जलजले से,, कहीं प
पगडंडियों में चलते फिरते लड़खड़ा गए बचते बचाते,, भरी थी ऊंची उड़ान बेखबर मुश्किल हालातों से तूफानों के सैलाब से बवंडर के जलजले से,, कहीं प
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