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Stories related to दुआ किस तरह की जाए

हिमांशु Kulshreshtha

किस तरह...

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Haal E Dil { jav }

एक बार आकर बता जाओ, किस तरह तुम्हें भुलाया जाए!

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एक बार आकर बता जाओ,
किस तरह तुम्हें भुलाया जाए! एक बार आकर बता जाओ,
किस तरह तुम्हें भुलाया जाए!

Lovely Meena

किस तरह की अजीब बीमारी है मुझे

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किस तरह की अजीब बीमारी है मुझे।
पता है कि वह धोखेबाज हैं।
फिर भी दिल उसी का होना चाहता है किस तरह की अजीब बीमारी है मुझे

SADIQUE HUSSAIN

किस तरह #Light

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सोचा याद ना करके थोड़ा तरपाऊ उनको
किसी और का नाम लेकर जलाऊ उनको
पर चोट लगेंगी उनको तो दर्द मुझे ही होगा
अब ये बताओ किस तरह सताऊ उनको
सादिक हुसैन अररियावी

©sadique hussain किस तरह

#Light

DAG89

किस तरह #Flute

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im0_chhotisoch

"नजरे चुराई है, उन्होंने हम से कुछ इस तरह, की नजरे उतारे उनकी नजरो की किस तरह , नजर न लग जाए जहा की उन्हें , कोई बताए ,चुराए उन्हें ,उनकी

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"नजरे चुराई है,उन्होंने हम से कुछ इस तरह, 
की नजरे उतारे उनकी नजरो की किस तरह ,
नजर न लग जाए जहा की उन्हें , 
कोई बताए ,चुराए उन्हें ,
उनकी नजरो से किस तरह "
#im0_chhotisoch "नजरे चुराई है, उन्होंने हम से कुछ इस तरह, 
की नजरे उतारे उनकी नजरो की किस तरह ,
नजर न लग जाए जहा की उन्हें , 
कोई बताए ,चुराए उन्हें ,उनकी

Priya Godiyal

किस किस के सपनेेरे तरह हैँ #TakeMeToTheMoon

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I also want to fly in the sky alone 
but i can't 
without my wings. 
so take me to the moon 
there i will fly without my wings
😁

©Priya Godiyal pg किस किस के सपनेेरे तरह हैँ 

#TakeMeToTheMoon

vinni.shayar

किस तरह से... #feelingsad

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अब कैसे ओर किस तरह से
चाहूं मैं तुझे..
अपना दिल भी दिखा दिया
फिर भी कहती है..
बेवफा हो तुम..

©vinni.शायर किस तरह से...
#feelingsad

Parasram Arora

किस तरह का जीवन?

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आखिर  हम ये  किस तरह का 
जी  रहे हैँ जीवन?  
जिसमे  ख्वाबों की  सार्थकता  कोई  मायने नहीं 
रखती  और  चाहतों   की  उपेक्षा  रोके नहीं रूकती 
अपने और  परायों   का  वर्गीकरण भी  हो चुका है  
और प्रेम की बंसी भी   अब कहीं बजती हुई   सुनाई नहीं  देती 
कोई  आहट   अब  हमें  चौंकाती  नहीं  है    जबकि 
संवेदनाआओ  के स्तर  शुष्कता  क़े   ठूंठों क़े  अलावा 
कुछ  और  उगा. नहीं   पा रहे  हैँ 
कदाचित  इसीलिए  खुदकशी  क़े  आव्हान     लोगों को 
अच्छे  लगने  लगे हैँ 
फिर  ऐसी   वाहियात  जिंदगी  जीने  क़े लिए 
हम   क्यों  मजबूर  हो रहे हैँ? किस  तरह  का  जीवन?

govind patel

ये किस तरह से .......

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