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mani naman
मेरे आंगन से गुजरकर हवा उस गली जाए, काश कि मेरी बात उधर तक चली जाए। ©mani naman हवा उस गली जाए
हवा उस गली जाए
read moreSHANU KI सरगम
छुपाये से नहीं छुपती जतन तुम लाख कर लेना हवा में प्यार की खुशबू बिख़र मनमीत जाएगी। ©SHANU KI सरगम हवा में
हवा में
read moreSIDDHANT KUMAR
आंखे बंद थी मेरी रात भर नींद फिर भी न आई हमें रात भर, बिस्तर बदलना मुमकिन न था करवटें बदलते रहे हम रात भर, बिना नींद ख्वाब भी देखते कैसे उसकी तस्वीर देखते रहे हम रात भर.../ ©SIDDHANT KUMAR क्या सच में नींद उड़ती है इश्क में? . . #no_hash_tags
क्या सच में नींद उड़ती है इश्क में? . . #no_hash_tags
read morevimlesh Gautamhttps://youtube.com/@jindgikafasana6684?si=qDr1CB9JbHPrEa6o
क्यों ?दें पनाह दर्द को क्यों ?न खुशियाँ पाल लें टीस जरा सी हो दिल तो दोस्त से जा दिल की बातें करें कोई नहीं सुनने वाला तो समय क्यों बर्बाद करें उठा लें पुस्तक हाथ में कहानी किस्से मन से पढ़ें।। ©Vimlesh Gautam # पतियां उड़ती
# पतियां उड़ती
read morepramod malakar
मेरा गर्दन और तेरी पतली कमर, खुली हवा में मचा ले तू कहर! कभी पर्वत कभी नहर,मौज में है शहर - शहर! मुस्कान तेरा मेरा देखेगी दुनिया, नजर हो सीधी या बदगुनिया! भैकेंट है अभी समर, खुली हवा में मचा ले तू कहर!! ©pramod malakar #खुली हवा में ......
#खुली हवा में ......
read moreDharmi Baraiya
मुझे भी हक है....... मेरी बिंदिया को भी चमकने का हक है। मेरी आँखों को भी सपने देखने का हक है। मेरे हाथों के कंगन को भी खनकने का हक है। मेरे पैरों की पायल को भी छनकने का हक है। मेरे कदमों को भी आकाश छूने का हक है। मुझे भी जिंदगी जीने का हक है। Dharmi Baraiya चिड़िया आकाश में उड़ती अच्छी लगती हैं, पिंजरे में नहीं।
चिड़िया आकाश में उड़ती अच्छी लगती हैं, पिंजरे में नहीं।
read moreMUKESH KUMAR
जिसे "मैं" की हवा लगी, उसे फिर न दवा लगी न दुआ लगी... ©MUKESH KUMAR में की हवा...
में की हवा...
read moreBrijnath Singh
हवा ने उनकी ज़ुल्फ़ों को कुछ यूँ छुआ, हवा ने उनकी ज़ुल्फ़ों को कुछ यूँ छुआ ज़ुल्फ़ों से टपकती बूदें मेरे तन से कुछ यूँ हुआ मुड़ कर देखा तो उनकी ज़ुल्फ़ें हवा में ज़ुल्फ़ों की हवा मेरे तन को सराबोर कुछ यूँ किया।। ओ आगे बढ़ती रही मैं देखता रहा ओ आगे बढ़ती रही मैं देखता रहा हवा में ज़ुल्फ़ें
हवा में ज़ुल्फ़ें
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