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Stories related to ठाडा भरतार मिलगा

Rohit Rock Rathee

हरियाणवी गाना ठाडा भरतार

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Inspector Jagbir Kaushik

पीटूंगी भरतार तनै

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PANKAJ D RAPPER

follow me for morw fun कुछ अलग मिलगा यहाँ तो जाओगे कहा #pankajdrapper #Life #followme #Trending #shayri #Funny #Comedy #poem Lik

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Arz kiya hai

Tum meri post 
dekh kar agge na bad jana
tum meri post dekh kar
agge na bad jana
chlo thik h 
chle jana
pr jate jate like follow kr jana
😅😣😣 follow me for morw fun
  कुछ अलग मिलगा यहाँ तो जाओगे कहा
#pankajdrapper 
#Nojoto #Life #followme #Trending #shayri #Funny #Comedy #poem #Lik

Parul Sharma

प्रेम वो झांसा है जिसमें आपको प्रेम के बदले प्रेम मिलगा इस बात पर आश्वास्त किया जाता है पारुल शर्मा HindiNoj

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प्रेम वो झांसा है जिसमें आपको
प्रेम के बदले प्रेम मिलगा 
इस बात पर आश्वास्त किया जाता है

©Parul Sharma प्रेम वो झांसा है जिसमें आपको
प्रेम के बदले प्रेम मिलगा 
इस बात पर आश्वास्त किया जाता है
                       पारुल शर्मा
#NojotoHindi#Noj

Sanjay Sharma Saras

#राजस्थानी_सोरठा लुळ-लुळ करै जुहार, साजण सामी गोरड़ी, कद निरखै ! भरतार , दोयूं नैंण उडीकता। ©® संजय शर्मा 'सरस' अर्थ - अपने साजन के सामने ब

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लुळ-लुळ करै जुहार, साजण सामी गोरड़ी,
कद निरखै ! भरतार , दोयूं नैंण उडीकता।

©Sanjay Sharma Saras #राजस्थानी_सोरठा

लुळ-लुळ करै जुहार, साजण सामी गोरड़ी,
कद निरखै ! भरतार , दोयूं नैंण उडीकता।
©® संजय शर्मा 'सरस'

अर्थ - अपने साजन के सामने ब

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

गुपाल /भुजंगिनी छन्द हाथ जोड़कर , करूँ पुकार । बिनती सुन लो , अब भरतार ।। तव लिए रखूँ , मैं उपवास । बनी रहूँगी , पद की दास ।। देखो आया ,

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गुपाल /भुजंगिनी छन्द 

हाथ जोड़कर , करूँ पुकार ।
बिनती सुन लो , अब भरतार ।।
तव लिए रखूँ , मैं उपवास ।
बनी रहूँगी , पद की दास  ।।

देखो आया , बालक द्वार ।
करो नही तुम , आज प्रहार ।।
आया अब है , ऊँट पहाड़ ।
छूते नभ को , बनकर ताड़ ।।

०३/०५/२०२३   -  महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गुपाल /भुजंगिनी छन्द 

हाथ जोड़कर , करूँ पुकार ।
बिनती सुन लो , अब भरतार ।।
तव लिए रखूँ , मैं उपवास ।
बनी रहूँगी , पद की दास  ।।

देखो आया ,

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

गुपाल /भुजंगिनी छन्द आठ सात पर यति चरणांत एक दो एक । हाथ जोड़कर , करूँ पुकार । बिनती सुन लो , अब भरतार ।। करता तेरा , हूँ उपवास । पथ दिखलाओ

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गुपाल /भुजंगिनी छन्द 
आठ सात पर यति चरणांत एक दो एक ।

हाथ जोड़कर , करूँ पुकार ।
बिनती सुन लो , अब भरतार ।।
करता तेरा , हूँ उपवास ।
पथ दिखलाओ , करूँ विकास ।।

देखो आया , बालक द्वार ।
करो नही तुम , आज प्रहार ।।
आया अब है , ऊँट पहाड़ ।
छूते नभ को , बनकर ताड़ ।।

०३/०५/२०२३   -  महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गुपाल /भुजंगिनी छन्द 
आठ सात पर यति चरणांत एक दो एक ।

हाथ जोड़कर , करूँ पुकार ।
बिनती सुन लो , अब भरतार ।।
करता तेरा , हूँ उपवास ।
पथ दिखलाओ

Anita Saini

हिवड़े म राखज्यो मानै जान बणार जीवण म राखज्यो मानै माण बणार आँख्याँ म राखज्यो मानै लाज बणार माथा प राखज्यो मानै ताज बणार

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जान बणार
जीवण म राखज्यो मानै
माण बणार
आँख्याँ म राखज्यो मानै
लाज बणार
माथा प राखज्यो मानै
ताज बणार
छाती प राखज्यो मानै
मोत्यां रो हार बणार
म थारी गौरड़ी जी
थानै राखस्यूं भरतार
माथे रो बोरलो सो सजार हिवड़े म राखज्यो मानै
जान बणार
जीवण म राखज्यो मानै
माण बणार
आँख्याँ म राखज्यो मानै
लाज बणार
माथा प राखज्यो मानै
ताज बणार

Aashutosh Aman.

#hindisahitya#hindikavita#tulsi janma bhoomi sukar kshetra soron ji district kasganj u p 🙏🙏🙏🙏🙏 सूर्य के स्वामी हो तुम और योग पर अधिकार भी ।

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

बोल रहा मुंडेर पर , निशिदिन मेरे काग । कहता जीवन भर मिले , तुझे सजन अनुराग ।। १ सावन से पहले सजन , आ जाना इस बार । कब तक करती म

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बोल  रहा  मुंडेर  पर  ,  निशिदिन  मेरे  काग ।
कहता जीवन भर मिले , तुझे सजन अनुराग ।। १

सावन से  पहले सजन , आ  जाना  इस बार ।
कब तक  करती  मैं रहूँ , यह  विरहन शृंगार ।। २

पिया   यही   अनुराग  तो  ,  है   मेरा  शृंगार ।
बिन  तेरे  झूठा  लगे ,   मुझको  यह  संसार ।। ३

मिले  पिता  अनुराग  जो ,  बच्चे  हो  सम्पन्न ।
घर आँगन खुशियां खिलें , देखो सभी प्रसन्न ।। ४

सावन   के   झूले  पड़े  ,  पूर्वा  चले   बयार ।
नैना प्यासे  दीद  को ,  आ  जाओ  भरतार ।। ५

आज  उसी  अनुराग  से , भर  दो  मेरी माँग ।
खिल जाऊँ बनके कली , दूँ कोयल सी बाँग ।। ६

                 महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR बोल  रहा  मुंडेर  पर  ,  निशिदिन  मेरे  काग ।
कहता जीवन भर मिले , तुझे सजन अनुराग ।। १

सावन से  पहले सजन , आ  जाना  इस बार ।
कब तक  करती  म
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