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Stories related to poem childhood by markus natten

Michael

Markus 1:15

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SOMASHREE PAL

Inspired by Marcus Natten🙂 #stoppedthinking #yqchallenge #yqbaba #yqdidi #yqdada #englishquote

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When did my maturity come?
Was it the day I lost my priorities,
Was it the time I realised the bitter truth that love and Happiness,
Could not be bought in the market,
Was that the day!

When did my maturity come?
Was it the time I learned there were much more to do than die in love,
Was it the day my dreams found its own wing,
I don't know actually; It is the time I have stopped thinking of you;
That's all I know. Inspired by Marcus Natten🙂
 #stoppedthinking #yqchallenge #yqbaba #yqdidi #yqdada #englishquote

AAYUSH SHUKLA

#poem #Childhood

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 #poem #childhood

ödd Noor

#poem #Childhood

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     वो लम्हें बचपन के 
                       
                                 ✍️ नूरबसर 

चलो कुछ बात करे
बचपन से शुरुआत करे
सुख का दिवस था
दुःख बेबस था
अपनो की बस्ती थी
कागज की कश्ती थी
सबका गोद ही अपना बसेरा था
हर गली मोहल्ले में लगता अपना डेरा था
मां के आंचल में होता सबेरा था
आज दिल फिर बच्चा बनना चाहता है 
वो लम्हा कितना सुनहेरा था।


अपने रंगों पे न हम में गुरूर था 
भेदभाव के बंधन से मन कोसो दूर था
हमारी खुशी देख,अंधेरा भी मजबूर था 
उजाला तो होना ही था 
क्योंकि आस पास नूर था
आज दिल फिर बच्चा बनना चाहता है
वो लम्हा आज भी मशहूर है 
कल भी मशहूर था। 


मनचाहा पाने के लिए, 
मिट्टी में लोट जाना अपना कर्म था 
सल्तनत भी घुटने टेक दे
हौसला इतना गर्म था 
बदतमीजी की हदें पार कर देते
न लगता हमें शर्म था
आज दिल फिर बच्चा बनना चाहता है
वो लम्हा का न होता धर्म था ।


न अपनों का आश था
न जीवन सपनों का दास था
न मन होता उदास था
आज दिल फिर बच्चा बनना चाहता है
वो लम्हा कितना खास था।  #poem #childhood

Kirtesh Menaria

#Childhood nojoto #poem

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ना दुनियादारी से मतलब था
 ना ही जिम्मेदारियों का बोझ था
 अपनी धुन के दीवानों ने
 गांव की हर गली मोहल्ले को
 अपने शोर से खिलखिला दिया था
 दिखावटी जिंदगी के ना वो आदी थे
 ना ही कपड़ों के पहनावे के वे शौकीन थे
 हाथ लगे हर कपड़े को पहन
 मां के हाथों कंघी करवा कर
 निकल पड़ते थे अपनी जिंदगी को पुकारने
 ऐसे थे हम सारे अपने बचपन 
के सुनहरे से दिनों में
 ©kirtesh #childhood 
#nojoto
#poem

Abhi Rawat

poem childhood life

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Senty Poet

Dilbar Hussen

DilbarHussen8

©Dilbar Hussen #Childhood #Shaayari #poem

Ink on brink

SUNIL PARDE

#parde # poem childhood

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