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Arvind Pratap Singh
इंसान ख्वाहिशों से भरा एक जिद्दी परिंदा है.... जो उम्मीदों से ही घायल है, उम्मीदों से ही जिंदा है.... #gif इंसान ख्वाहिशों से भरा एक जिद्दी परिंदा है.... जो उम्मीदों से ही घायल है, उम्मीदों से ही जिंदा है....
इंसान ख्वाहिशों से भरा एक जिद्दी परिंदा है.... जो उम्मीदों से ही घायल है, उम्मीदों से ही जिंदा है....
read moreChandan Kumar Patel
इन्सान ख्वाहिशो से बंधा एक जिद्दी परिंदा है जो उम्मीदों से ही घायल है और उम्मीदों से ही जिंदा है
इन्सान ख्वाहिशो से बंधा एक जिद्दी परिंदा है जो उम्मीदों से ही घायल है और उम्मीदों से ही जिंदा है
read moreMohammad Ibraheem Sultan Mirza
इंसान ख्वाहिशो से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, उम्मीदों से ही घायल है, उम्मीदों पर ही जिन्दा है, ___________________________________________
इंसान ख्वाहिशो से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, उम्मीदों से ही घायल है, उम्मीदों पर ही जिन्दा है, ___________________________________________
read morepatilpavan469
*इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है,* *उम्मीदों से ही घायल है* *और* *उम्मीदों पर ही जिंदा है...!* *🎭😎✔
*इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है,* *उम्मीदों से ही घायल है* *और* *उम्मीदों पर ही जिंदा है...!* *🎭😎✔
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} इन्सान ख्वाहिशो से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो उम्मीदों से ही घायल है और उम्मीदों से ही ज़िंदा है !! ©N S Yadav GoldMine #Sad_Status {Bolo Ji Radhey Radhey} इन्सान ख्वाहिशो से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो उम्मीदों से ही घायल है और उम्मीदों से ही ज़िंदा है !!
#Sad_Status {Bolo Ji Radhey Radhey} इन्सान ख्वाहिशो से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो उम्मीदों से ही घायल है और उम्मीदों से ही ज़िंदा है !!
read moreIndwar Avinash
बिकती है ना ख़ुशी कहीं, ना कहीं गम बिकता है... लोग गलतफहमी में हैं, कि शायद कहीं मरहम बिकता है... इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है, उम्मीदों से ही घायल है और उम्मीदों पर ही जिंदा है...! बिकती है ना ख़ुशी कहीं, ना कहीं गम बिकता है... लोग गलतफहमी में हैं, कि शायद कहीं मरहम बिकता है... इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिं
बिकती है ना ख़ुशी कहीं, ना कहीं गम बिकता है... लोग गलतफहमी में हैं, कि शायद कहीं मरहम बिकता है... इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिं
read moreMukesh More
बिकती है ना खुशी कहीं, ना कहीं गम बिकता है... लोग गलतफहमी में है, कि शायद कहीं मरहम बिकता है... इंसान ख्वाहिशों से से बंधा हुआ एक जिंद्दी परिंदा है, उम्मीदों से ही घायल है और उम्मीदों पर ही जिंदा है...! बिकती है ना खुशी कहीं, ना कहीं गम बिकता है... लोग गलतफहमी में है, कि शायद कहीं मरहम बिकता है... इंसान ख्वाहिशों से बंधा हुआ एक जिंद्दी परिंद
बिकती है ना खुशी कहीं, ना कहीं गम बिकता है... लोग गलतफहमी में है, कि शायद कहीं मरहम बिकता है... इंसान ख्वाहिशों से बंधा हुआ एक जिंद्दी परिंद
read moreChandan Sharma
बिकती है ना खुशी कहीं और ना कहीं #_ग़म बिकता है लोग गलतफ़हमी में हैं कि शायद कहीं #मरहम बिकता है इंसान ख़्वाहिशों से बंधा हुआ एक #_जिद्दी___परिंदा है उम्मीदों से ही घायल है और #उम्मीदों पर ही #जिंदा है #Chandan_Sharma #Virat #shadesoflife बिकती है ना खुशी कहीं और ना कहीं #_ग़म बिकता है लोग गलतफ़हमी में हैं कि शायद कहीं #मरहम बिकता है इंसान ख़्वाहिशों से बंधा हुआ
#shadesoflife बिकती है ना खुशी कहीं और ना कहीं #_ग़म बिकता है लोग गलतफ़हमी में हैं कि शायद कहीं #मरहम बिकता है इंसान ख़्वाहिशों से बंधा हुआ
read moreAnmol Dubey (nikky)
*बिकती है ना ख़ुशी कहीं*, *ना कहीं गम बिकता है..*. *लोग गलतफहमी में हैं*, *कि शायद कहीं मरहम बिकता है..*. *इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है,* *उम्मीदों से ही घायल है और* *उम्मीदों पर ही जिंदा है...!* ✍️ अनमोल दुबे(निक्की) - #❣️❣️❣️ *बिकती है ना ख़ुशी कहीं*, *ना कहीं गम बिकता है..*. *लोग गलतफहमी में हैं*, *कि शायद कहीं मरहम बिकता है..*. *इंसान ख्वाइशों से बंध
#❣️❣️❣️ *बिकती है ना ख़ुशी कहीं*, *ना कहीं गम बिकता है..*. *लोग गलतफहमी में हैं*, *कि शायद कहीं मरहम बिकता है..*. *इंसान ख्वाइशों से बंध
read moreRaj Rav
“आज इंसान उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है।” - via bkb.ai/quotes ©Raj Rav “आज इंसान उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है।”
“आज इंसान उम्मीदों से बंधा एक जिद्दी परिंदा है, जो घायल भी उम्मीदों से है और जिंदा भी उम्मीदों पर है।”
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