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chandar shekhar sharma
अनिल कुमावत को भारी मतों से जिताइये
अनिल कुमावत को भारी मतों से जिताइये
read moreLokendar Kumar
जितेंद्र सिंह एडवोकेट को भारी मतों से विजयी बनाएं
जितेंद्र सिंह एडवोकेट को भारी मतों से विजयी बनाएं
read moreSurendra Sharma
White “मतों में भेद होना। दुःख का एकमात्र कारण है।” ©Surendra Sharma “मतों में भेद होना। दुःख का एकमात्र कारण है।” - प्रेम
“मतों में भेद होना। दुःख का एकमात्र कारण है।” - प्रेम
read moreLokendar Kumar
जितेंद्र सिंह एडवोकेट को वार्ड संख्या 02 नेताला बाड़ाहाट से भारी मतों से विजयी बनाएं
जितेंद्र सिंह एडवोकेट को वार्ड संख्या 02 नेताला बाड़ाहाट से भारी मतों से विजयी बनाएं
read moreD.s.rana
ओखलढुंगा से क्षेत्र पंचायत के लिए आपके अपने भाई नंदू को भारी मतों से विजई बनाएं ओखलढुंगा से क्षेत्र पंचायत के लिए आपके अपने नंबर भाई नंदूको भारी मतों से विजई बनाएं
ओखलढुंगा से क्षेत्र पंचायत के लिए आपके अपने नंबर भाई नंदूको भारी मतों से विजई बनाएं
read moreChitrakant Lahare Chitrakant Lahre
जिला पंचायतछेत्र क्र,27 कोटा से सदस्य पद हेतु चित्रकान्त लहरे को फावड़ा बेलचा छाप पर मोहर लगाकर भारी मतों से विजय बनाये
जिला पंचायतछेत्र क्र,27 कोटा से सदस्य पद हेतु चित्रकान्त लहरे को फावड़ा बेलचा छाप पर मोहर लगाकर भारी मतों से विजय बनाये
read moreSanjay
सभी सम्मानित जनता से विनम्र निवेदन है कि ग्राम प्रधान प्रत्याशी कु. रिया वमेटा जी को अपना अमूल्य मत देकर भारी मतों से विजय बनाये 🙏🏻🙏
सभी सम्मानित जनता से विनम्र निवेदन है कि ग्राम प्रधान प्रत्याशी कु. रिया वमेटा जी को अपना अमूल्य मत देकर भारी मतों से विजय बनाये 🙏🏻🙏
read morepandeysatyam999
त्वमक्षरं परमं वेदितव्यं त्वमस्य विश्वस्य परं निधानम्। त्वमव्ययः शाश्वतधर्मगोप्ता सनातनस्त्वं पुरुषो मतो मे।। जिसे जान लेनेपर फिर कुछ भी जनन
त्वमक्षरं परमं वेदितव्यं त्वमस्य विश्वस्य परं निधानम्। त्वमव्ययः शाश्वतधर्मगोप्ता सनातनस्त्वं पुरुषो मतो मे।। जिसे जान लेनेपर फिर कुछ भी जनन
read morePrem Singh Rajpurohit
लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी जी को भारी मतों से विजई बनाएं मोदी जी जीतेगा तो ही इंडिया आगे बढ़ेगा मेरा देश रुकना नहीं चाहिए मेरा देश झुकना नही
read moreअंदाज़ ए बयाँ...
गंदी आई मंदी, बंदे मंद हुए बैठे हैं। ऐसी छाई मंहगाई, मनचले नंद हुए बैठे हैं। क्या बदला मौसम मतों के दान ने, शैतानों के संगठन संत हुए बैठे हैं। रविकुमार गंदी आई मंदी, बंदे मंद हुए बैठे हैं। ऐसी छाई मंहगाई, मनचले नंद हुए बैठे हैं। क्या बदला मौसम मतों के दान ने, शैतानों के संगठन संत हुए बैठे है
गंदी आई मंदी, बंदे मंद हुए बैठे हैं। ऐसी छाई मंहगाई, मनचले नंद हुए बैठे हैं। क्या बदला मौसम मतों के दान ने, शैतानों के संगठन संत हुए बैठे है
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