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Shishpal Chauhan
White माता पिता जीवन भर अपना फर्ज़ निभाते हैं, बच्चे को प्यार से अंगुली पकड़कर चलना दिखाते हैं। लेकिन बच्चे बड़े होने पर इंद्रधनुष की तरह रंग दिखाते हैं, माता पिता बादलों की तरह शीतल छाया प्रदान करते हैं, बच्चों को कुछ न हो जाए इसलिए डरते हैं। उनका ध्यान हरदम उनकी तरफ रहता है, दुख दर्द हमेशा सहता है। इसलिए मेरी भी यही है अर्ज, कसम खाएं और निभाएं अपना फर्ज। उतारें उनका कर्ज, उनके दिल में न रहे कोई मर्ज। ©Shishpal Chauhan # माता पिता
# माता पिता
read moreEshamahi
हर बेगेरत औलाद के पास ये तस्वीर जरूर होनी चाहिए ताकी वो जबान होकर अपने बूढ़े मां बाप से ये न कह सके की तुमने मेरे लिए क्या ही किया है!! ©Eshamahi # माता पिता#
# माता पिता#
read moreअर्पिता
एक माता पिता ही है, जो अपने बच्चों के अच्छे के वास्ते आखिर तक दुआ करते रहते हैं.. ©अर्पिता #माता पिता
#माता पिता
read moreलेखक ओझा
हम उस ईश्वर से प्रार्थना करते है जो मंदिरों मस्जिदों में है लेकिन हम उस ईश्वर को नजरंदाज कर जाते है जो हमारे साथ रहकर हमारी सलामती का दुआ ही नही करता बल्कि सलामती के लिए ख़ुद को भी कुर्बान कर जाता है।। ©लेखक ओझा माता पिता
माता पिता
read moreनागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
पिता इसलिए पिता कहलाता है क्योंकि संतान की रक्षा और पालन तो करता ही है साथ उसके लिए और उसके द्वारा दिए गए सारे दुःख दर्द को चुपचाप पी जाता है। मां अपना सब कुछ उसी पर न्यौछावर करती है लेकिन पिता की तरह दर्द पीती नहीं बल्कि आंसू के जरिए जाहिर कर देती है। यही अंतर है। ©नागेंद्र किशोर सिंह # माता पिता
# माता पिता
read moreSri batsa Meher
हमारे पिता माता हमारे है भगवान। ये जानते हुए भी रहते है अंजान। भगवान है देखे है महान ऋषि विद्वान। दुनियां के ओ है सबसे बड़ा सज्जन। ओहि भगवान पिता माता के है रूपअंतर। मिलेंगे पूजा सेबा करके उनसे अपना अंदर। खुशी सानती देने से भगवान होंगे प्रसन्न। ये नहीं भूलें जन्म दाता केलिए है सब संपर्ण। ©Sri batsa Meher पिता माता
पिता माता
read moreआलोक अग्रहरि
हर कोई जरा सी बात पे रूठ जाता है, मनाने पे नहीं खुद की इच्छा से मान जाता है। आलोक अब कोई नहीं चाहता साथ रहना, क्यों सभी को बूढ़ा पिता बोझ लगता है? ©आलोक अग्रहरि माता पिता
माता पिता
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