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Ajmat BHAI 999
White FREE FIRE KE DUNIYA KAISA LAGHTA HAI LIKE ME ©Ajmat BHAI 999 #diwali_wishes and free fire ke Duniya Hai
#diwali_wishes and free fire ke Duniya Hai
read moreTarique Usmani
White घर क्यों नेमत है? उन से पूछें जिन्हें ज़िंदगी के तवील सफ़र में कोई महफूज़ ठिकाना न मिला घर क्यों आबाद हैं? उन से पूछें जिन का किसी को इंतज़ार नहीं जिन्हें किसी का इंतज़ार नहीं घर क्यों ज़रूरत हैं ? उन से पूछें जिनकी आंख में कोई ख़्वाब नहीं। जिन के लब पे कोई सवाल नहीं घर क्यों जन्नत हैं? बस वहीं जानें जिन्हें इक छत और चार दीवारी का सुकूँ कभी मयस्सर न हुआ। ©Tarique Usmani #Free
Jairam Dhongade
White पाहतो पिरपिरी तर कधी ढगफुटी पाहतो... चिंब ओली उभी मी कुटी पाहतो! राजकारण तशी रोज धोकाधडी... माणसांचीच फाटाफुटी पाहतो! संकटाला कुणी सोबतीला नसे... नेहमी माणसे पळपुटी पाहतो! ना करत जो भले कोणते काम तो.. त्यास मी मारतांना खुटी पाहतो! रोग फैलावला कोणता हा नवा... एक बटव्यात नामी बुटी पाहतो! जयराम धोंगडे, नांदेड ©Jairam Dhongade #Free
Pankaj Pahwa
White लिखे थे नाम कागज पे, वो सब मैंने मिटा डाले, की ये फेहरिस्त थी उनकी, जो बनते थे सगे वाले, कभी मिल जाओ भर इनसे, और देखो सामने से तुम, चमकते चेहरे रखते हैं, सुरख गहरे हैं दिल काले, ये सारे वो ही रिश्ते हैं, ये सारे वो ही नाते हैं, जरा भर काम करने के, ये बदले कुछ तो चाहते हैं, अगर चाहोगे कुछ ऐसा, इन्हें महफूज रखोगे, ये अपने आप का ही तुम, कदम मनहूस रखोगे, सलाह मानो अभी है वक्त, बना लो इनसे तुम दूरी, बुरे जो वक्त ना थे साथ, थी इनकी क्या वो मजबूरी, लिखे थे नाम कागज पे, वो सब मैंने मिटा डाले, की ये फेहरिस्त थी उनकी, जो बनते थे सगे वाले, ©Pankaj Pahwa #Free
Pinki Singh
White देश की आजादी का जश्न कैसे मनाएं हम जब मानव मानसिकता अब तक गुलाम है जो तिरंगा गगन में फहरा रहा, उस जमीं की नींव अब तक दल दल में फंसा सरे आम है। नीलाम हो रही जहां बेटियों की इज्जत बर्बरता की हदें लांघना जहां खुलेआम हैं लूट ली जाती है आबरू भरे बाजार बेटियों की आजादी का अब भी जहां अभाव है। छीन ली जाती है किसी की जिंदगी, उसकी मर्जी के बगैर मरने के बाद भी दरिंदगी का परचम लहराना हाय कितनी शर्म की बात है। आखिर कब तक ये जिस्मों के ठेकेदार आजाद घूमेंगे दरिंदगी, हैवानियत का आए दिन बढ़ना कितनी आम बात है।। शर्मशार है ऐसी आजादी, जहां बेटियों का जिस्म किसी का गुलाम है मसल दी जाती है किसी बाग की कली यूं हीं ऐसी आजादी किसी काम की नहीं है ऐसी आजादी किसी काम की नहीं है।। ©Pinki Singh #happy_independence_day #freedom #saftey
#happy_independence_day #Freedom #saftey
read moreMahima Oriya
मैंने ढूंढा बहुत वो जहां ना मिला मेरे वतन जैसी ना जमीं ना कोई आसमान मिला स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभेच्छा🇮🇳 ©Deepika Oriya #Freedom🇮🇳🇮🇳
Freedom🇮🇳🇮🇳
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