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Stories related to आत्मना सर्गो जितः

Richa Mishra

उपनिषद के घटकवीर गुरु - शिष्य संबंध बताते हैं । सामवेद से सीखा हमने गितीविधा क्या होता हैं ? अर्थव वेद से हमने सीखा ज्योतिष का ज्ञान सही ।

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• ऐतिहासिक तथ्य •

हूं छोटा सा प्यारा सा 
सारे जग का न्यारा हूं !
करता हूं अभिनंदन मैं 
 मां के जग का न्यारा हूं !!
ऋचाओं के कर्मवचन 
हमें शिक्षा देते आए हैं !
उपनिषद के घटकवीर 
मानव के कर्म बताते हैं !!

|| पढ़े अनुशीर्षक में || उपनिषद के घटकवीर
गुरु - शिष्य संबंध बताते हैं ।
सामवेद से सीखा हमने 
गितीविधा क्या होता हैं ?
अर्थव वेद से हमने सीखा 
ज्योतिष का ज्ञान सही ।

Richa Mishra

उपनिषद के घटकवीर गुरु - शिष्य संबंध बताते हैं । सामवेद से सीखा हमने गितीविधा क्या होता हैं ? अर्थव वेद से हमने सीखा ज्योतिष का ज्ञान सही ।

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• ऐतिहासिक तथ्य •

हूं छोटा सा प्यारा सा 
सारे जग का न्यारा हूं !
करता हूं अभिनंदन मैं 
 मां के जग का न्यारा हूं !!
ऋचाओं के कर्मवचन 
हमें शिक्षा देते आए हैं !
उपनिषद के घटकवीर 
मानव के कर्म बताते हैं !!

|| पढ़े अनुशीर्षक में || उपनिषद के घटकवीर
गुरु - शिष्य संबंध बताते हैं ।
सामवेद से सीखा हमने 
गितीविधा क्या होता हैं ?
अर्थव वेद से हमने सीखा 
ज्योतिष का ज्ञान सही ।

Poet Shivam Singh Sisodiya

योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना | श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः || ४७ || योगिनाम् – योगियों में से; अपि – भी; सर्वेषाम्

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योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना |
श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः || ४७ ||

भावार्थ
समस्त योगियों में से जो योगी अत्यन्त श्रद्धापूर्वक मेरे परायण है, अपने अन्तःकरण में मेरे विषय में सोचता है और मेरी दिव्य प्रेमाभक्ति करता है वह योग में मुझसे परम अन्तरंग रूप में युक्त रहता है और सबों में सर्वोच्च है | यही मेरा मत है | योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना |

श्रद्धावान्भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः || ४७ ||



योगिनाम् – योगियों में से; अपि – भी; सर्वेषाम्

Mohanbhai आनंद

#snowfall મનની જીત ========= મન શું છે ?તેનો સ્વભાવ શું છે ,એ જાણવું જરૂરી છે. इन्द्रियाणा मनश्चास्मि ।। ગીતામાં ભગવાને કહ્યું છે, ઈન્દ્ર

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