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DrRavikirti Didwania
Sound Similar but Meaning Different Challenge People Become Too "Sel-fish" Sailing Somewhere else and Phishing Someone else... #ravikirtikikalamse #selfishworld #yqdidi #yqbaba #nazariya_badlo_janab #phishing #paraya #waqthitujebatayega द्विअर्थी समानार्थी शब्द प्रय
#ravikirtikikalamse #SelfishWorld #yqdidi #yqbaba #nazariya_badlo_janab #phishing #paraya #waqthitujebatayega द्विअर्थी समानार्थी शब्द प्रय
read morebrijesh mehta
तेरे और उनके प्रेम में जमीन आसमान का फर्क है तेरे प्यार में शक है, वहम है, भरोसा नहीं है। तेरा प्यार तुझे बहुत रुलाएगा, बहुत तड़पाएगा। — % & प्यार, प्रेम, विश्वास, भरोसा सब समानार्थी शब्द है। 💞💞 #मंमाधन #brijeshmehta #manmadhan #lovequotes #lifequotes #lovestory
प्यार, प्रेम, विश्वास, भरोसा सब समानार्थी शब्द है। 💞💞 #मंमाधन #brijeshmehta #manmadhan #lovequotes #lifequotes #LoveStory
read moreShayar
और',' एवं',' तथा,' व' शब्दों में क्या अंतर है? अर्थ की दृष्टि से तीनों शब्दों में कोई अन्तर नहीं है। ये समानार्थी शब्द हैं किन्तु भाषाई दृष्टि से तीनों शब्द अलग हैं। जहां ‘एवं’ और ‘तथा’ शब्द संस्कृत भाषा के हैं, तो ‘और’ शब्द हिन्दी भाषा का। ‘व’ एक देशज शब्द है । आशा है आप समझ गए होंगे। और',' एवं',' तथा,' व' शब्दों में क्या अंतर है? अर्थ की दृष्टि से तीनों शब्दों में कोई अन्तर नहीं है। ये समानार्थी शब्द हैं किन्तु भाषाई दृष
और',' एवं',' तथा,' व' शब्दों में क्या अंतर है? अर्थ की दृष्टि से तीनों शब्दों में कोई अन्तर नहीं है। ये समानार्थी शब्द हैं किन्तु भाषाई दृष
read moreyogesh atmaram ambawale
समझौता शब्दो का, अक्सर शब्दो के साथ ही होता है. किसीं रचना मे, कोई शब्द अगर किसीं कारण खटकता है, तो बदले मे उसके, दूसरा समानार्थी शब्द आ जाता है. Challenge-94 #collabwithकोराकाग़ज़ 30 शब्दों में अपनी रचना लिखिए और आपकी रचना नोटपैड से बाहर नहीं जानी चाहिए :) #समझौताशब्दोंका #कोराकाग़ज़
Challenge-94 #collabwithकोराकाग़ज़ 30 शब्दों में अपनी रचना लिखिए और आपकी रचना नोटपैड से बाहर नहीं जानी चाहिए :) #समझौताशब्दोंका #कोराकाग़ज़
read moreSunil Zarikar
आता उरले आहे कुठे पाणी.. ज्यांच्या कडे आहे त्यांना किंमत नाही, ज्यांच्याकडे नाही ते फिरतात घोट भर पाण्यासाठी अनवाणी.. शहरात अंघोळीसाठी दोन दोन तास वाया घालतात पाणी.. गावाकडे अन्नदात्याच्या जमीनी पडल्यात कोरड्या अन दिसते फक्त डोळ्यांत पाणी.. पैशासाठी अडवतात गरीबाचे पाणी, अन शहराकडे वळवतात तेच पाणी हे राजकारणी.. शहरात मद्य बनवण्यासाठी आहे भरपुर पाणी, पण गावाकडे मृत्यूनंतर दोन थेंब पाजण्यासाठी मिळत नाही पाणी.. आपनच सर्व माणूसे जबाबदार या असंतुलनाला, चला आपल्या उज्ज्वल भविष्यासाठी झाडे लावु सर्वांनी.. सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों आजचा विषय आहे पाणी. त्याचे काही समानार्थी शब्द खाली दिले आहेत त्याचा उपयोग करुन तुम्ही यावर काही लिहा. पाण्या
सुप्रभात मित्र आणि मैत्रिणीनों आजचा विषय आहे पाणी. त्याचे काही समानार्थी शब्द खाली दिले आहेत त्याचा उपयोग करुन तुम्ही यावर काही लिहा. पाण्या
read morei am Voiceofdehati
इस लेखन की दुनिया में जितने भी लोग विचार व्यक्त करते हैं,वे विचार किसी न किसी रूप में किसी न किसी के द्वारा पहले से ही लिखें जा चुके हैं, हम बस पहले से ही मौजूद विचारों को अपने शब्दों में छोटे या बड़े रूप में लिख देते हैं। बस समानार्थी शब्दों के प्रयोग से सभी विचार अलग अलग प्रतीत होते हैं। आप जो लिखते हो उसके अगर सार को देखोगे, समझोगे तो आपके विचार पहले से व्यक्त किए गए विभिन्न लोगों के विचारों से मेल खा ही जाते हैं। वास्तव में किसी भी विचारों के उद्देश्य या अर्थ नहीं बदलते बल्कि उसके बोल या शब्द बदल जाते हैं। ★लेखन★ इस लेखन की दुनिया में जितने भी लोग विचार व्यक्त करते हैं,वे विचार किसी न किसी रूप में किसी न किसी के द्वारा पहले से ही लिखें जा चुके
★लेखन★ इस लेखन की दुनिया में जितने भी लोग विचार व्यक्त करते हैं,वे विचार किसी न किसी रूप में किसी न किसी के द्वारा पहले से ही लिखें जा चुके
read moreyogesh atmaram ambawale
कुणाला तरी लिहिताना पाहीले मी जिथे, माझ्या कवितेचा जन्म झाला तिथे. गुंतूनी विचारात शब्द नि शब्द जोडत होते, लिहायचे काही तर काही खोडत होते. बसलो मी बाजूला,त्यांच्या लिखाणाकडे लक्ष होते, एकाच शब्दाला ते अनेक समानार्थी शब्द लावत होते. लिहिली एक ओळ की वाचून बघायचे, वाचता वाचता मध्येच कुठेतरी शब्द बदलायचे. असे त्यांचे लेखन पाहता,मला ही लिहावे वाटले, निघून येता तिथून,मी ही हाती वही पेन घेतले. सुरुवात फक्त दोन ओळींनी झाली, ती ही प्रथम त्या कवींना दाखविली. आवडली त्यांना त्यांनी प्रोत्साहन दिले, आपण ही कविता लिहू शकतो ह्यावर शिक्कामोर्तब झाले. शुभ प्रभात लेखक मित्र आणि मैत्रिणींनो कसे आहात? आज जागतिक कविता दिनाच्या हार्दिक शुभेच्छा... आजचा विषय आहे कवितेचा जन्म... #कवितेचाजन्म
शुभ प्रभात लेखक मित्र आणि मैत्रिणींनो कसे आहात? आज जागतिक कविता दिनाच्या हार्दिक शुभेच्छा... आजचा विषय आहे कवितेचा जन्म... #कवितेचाजन्म
read moreपण्डित राहुल पाण्डेय
*🌹🪷आज का सुविचार🪷🌹* *"अकेलापन" इस संसार में सबसे बड़ी सज़ा हैं और "एकांत" सबसे बड़ा वरदान! ये दो समानार्थी दिखने वाले शब्दों के अर्थ में जमीन आसमान का अंतर हैं।* *अकेलेपन में छटपटाहट हैं, एकांत में आराम!* *अकेलेपन में घबराहट हैं, एकांत में शांति।* *जब तक हमारी नज़र बाहर की और हैं तब तक हम अकेलापन महसूस करतें हैं। जैसे ही नज़र भीतर की ओर मुड़ी, तो एकांत अनुभव होने लगता हैं।* *ये जीवन और कुछ नहीं, वस्तुतः अकेलेपन से एकांत की और एक यात्रा ही हैं। ऐसी यात्रा जिसमें, रास्ता भी हम हैं, राही भी हम हैं और मंज़िल भी हम ही हैं।* *आपको और आपके परिवार को सौभाग्य और सुहाग के प्रतीक हरियाली तीज पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।* *भगवान शिव एंव माता पार्वती की कृपा सदैव आप सब पर बनीं रहें।* *🪷हर हर महादेव🪷🙏🪷* *🦚जय श्री राधे कृष्णा जी🦚* ©पण्डित राहुल पाण्डेय *🌹🪷आज का सुविचार🪷🌹* *"अकेलापन" इस संसार में सबसे बड़ी सज़ा हैं और "एकांत" सबसे बड़ा वरदान! ये दो समानार्थी दिखने वाले शब्दों के अर्थ में ज
*🌹🪷आज का सुविचार🪷🌹* *"अकेलापन" इस संसार में सबसे बड़ी सज़ा हैं और "एकांत" सबसे बड़ा वरदान! ये दो समानार्थी दिखने वाले शब्दों के अर्थ में ज
read moreRoopanjali singh parmar
धन और ऋण (अनुशीर्षक) #रूपकीबातें #roopanjalisingh तुम और मैं.. धन और ऋण की तरह हैं। कुछ जुड़ गया है इस बंधन में, तो कुछ घट गया है। तुम 'शून्य' और मैं 'एक' हूँ। जैसे ही तुम मुझसे जुड़ते हो मेरा
तुम और मैं.. धन और ऋण की तरह हैं। कुछ जुड़ गया है इस बंधन में, तो कुछ घट गया है। तुम 'शून्य' और मैं 'एक' हूँ। जैसे ही तुम मुझसे जुड़ते हो मेरा
read moreGopal Lal Bunker
~कान-बेकान दुनिया~ अगर जीवन धड़कता है तो कान उसको सुनते हैं | पर यह दुनिया कान-बेकान होती है | (Please read the caption) ~ कान-बेकान दुनिया~ अगर जीवन धड़कता है तो कान उसको सुनते हैं | पर यह दुनिया कान-बेकान है | क्या कानो बिना
~ कान-बेकान दुनिया~ अगर जीवन धड़कता है तो कान उसको सुनते हैं | पर यह दुनिया कान-बेकान है | क्या कानो बिना
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