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Yash kamble
Equality जब जीत इंसानियत की होती है । तब इंद्रधनुष के सारे रंग निकलकर होली खलने लगते हैं । #३७७ Equality #section३७७ #३७७ #love #lovewins #equality
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read moreManmohan Dheer
तुझसे न कहता तो किससे कहता तेरे संग न रहता तो किस संग रहता तू निर्मल धारा प्रेम की निश्छल अटूट तुझ संग न बहता तो किस संग बहता धारा
धारा
read moreajay jain अविराम
जिन पेड़ो को जान धारा ये देती है दबकर वो पहचान करा भी देती है हुआ खड़ा विशाल उसी धरती पर धैर्य सबक पहचान करा भी देती है अजय जैन अविराम धारा
धारा
read moreAbhi
तुम उस नाव में सवार हो जिसके धारा की दिशा मेरी ओर ही है तुम जा तो उधर ही रही हो मगर धारा की दिशा के चलते तुम मेरी ही ओर आ रही हो #धारा
SS Dhuwaria
ऐ आने वाले साल तू खुशियां इतनी लाना कोई ग़म ना रहे भर देना सबकी झोली अपनों को दुआ और प्यार के भण्डार से कर देना सपने सबके पूरे अधूरा ना किसी का अरमान रहे ©SS Dhuwaria धारा#
धारा#
read moreAdarsh Sinha
ख़ुद से ख़ुद को हार से जीत करना होता हैं ख़ुद ही ख़ुद का धारा प्रज्वलित करना होता है #धारा
sanat Baghel
वक्त रहते नदियों की धारा बन जाओ तलाब की तरह रहोगे तो.. भैसो को नहलाकर निकल जाएंगे लोग...!! Baghel धारा
धारा
read moreMahesh Lokhande
धारा पावसाच्या धारा वेचू चला गारा धुक्याचा पसारा त्यात घोंगावतो वारा झाला गवताचा चारा ढग वाजवी नगारा दिसे न सूर्यचंद्रतारा झुळूझुळू वाहे झरा ढग चालती तरातरा पाणी वाहे भराभरा एका पायावर मोरा तू फुलव पिसारा धारा
धारा
read moreSujata Chavan
White //तुषार // बेधुंद हवा, असा हा गारवा अमृती होईल, वर्षा धारा..... आडोशी का तु, उभा चातका घे अंगावर... तुषार... "जरा"..... Yedu...!! ©Sujata Chavan #पाऊस धारा#
#पाऊस धारा#
read moreपूर्वार्थ
समय की धारा में सब बह जाता चलो आओ अतीत को बुलाएं खिलखिला कर मुस्कुराएं चंद खुशियां ढूंढ लाएं फिर नाचे और गाएं सपनों को सजाएं जीवन की बगिया महकाएं सच समय की धारा में सब बह जाता है अपनी जिंदादिली पर फिदा हूं मैं भोली सी चंचल शैतानियां दिलों की भूली नादानियां दोस्तों की प्यारी रुसवाईयां भूली सी कई कहानियां जिंदगी की खूबसूरत रुबाइयां फिर से कह लें फिर से सुन लें क्योंकि समय की धारा में सब बह जाता है ©पूर्वार्थ #समय #धारा