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Bittu comedy
माता पिता का आशीर्वाद ©Bittu brind माता पिता का आशीर्वाद हिंदी शायरी शायरी हिंदी में
माता पिता का आशीर्वाद हिंदी शायरी शायरी हिंदी में
read moreYrDeepakDubey
White आपसे मिलकर अच्छा लगा अब आप हमे सोने दीजिए इस चाँद की रोशनी में अब हमें सपने बोने दीजिए हकीकत से अच्छा सपनों में है अब हमें सपनों में रहने दीजिए ठीक है बात करेंगे जरूर आप सुबह तो होने दीजिए 🌕🥱 ©YrDeepakDubey #sad_quotes सपने देखना🌕🥱 शायरी
#sad_quotes सपने देखना🌕🥱 शायरी
read moreSatish Kumar Meena
जब भी सीने की धड़कन बढ़ती है, वो पिता अपने परिवार की सोच रहा होता है। आंखो के आंसू की कीमत कितनी है,, बेटा अंगुलियां गिन के बालों को नोच रहा होता है। पिता के अंदर कितनी जरूरतों का बोझ है, उसी बोझ तले पिता दब जाता है। वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,, और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।। एक पिता ही है जनाब जो मां की ममता को, अपने परिवार के ऊपर न्यौछावर कर देता है। और लाड प्यार का सारा हिस्सा जो उन्हें मिला,, अपने परिवार पर चंद लम्हों में लुटा देता है। पिता का हाथ जब तक माथे पर रहता है, संतान को कभी दुख महसूस नहीं हो पाता है। वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,, और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।। ©Satish Kumar Meena पिता
पिता
read moreSarkaR
White सपने भी हम अपने काबिलियत से देखते है वरना लोग इनको भी नीलाम कर देते ©SarkaR #सपने
SarkaR
White पिता वो शख्स है जो अपने बच्चो के भविष्य के लिए खुद बच्चो के नजरो में सक्त इंसान बन जाता है। ©SarkaR #पिता
SarkaR
White जागते हुए भी हम कभी-कभी कुछ इस तरह सो जाते हैं खुली आंखों से देखते हैं सपने और जिंदगी में खो जाते हैं ©SarkaR #सपने
Mohan Sardarshahari
White मोहिनी सूरत मित भाषी ज्यादा लिखूं लगे आभासी खोलूं आंखें नजर न आये बंद आंखों में वही समाये। लाज के मारे दफन सीने में नजाकत नहीं इस जीने में नींद हमारी सपने तुम्हारे राज बस शब्दों में जाये उकेरे। भटक-भटक अटक-अटक जीवन जाये लटक-लटक बिन तेरे लोग कहते मैं जी रहा सटक-सटक।। ©Mohan Sardarshahari सपने तुम्हारे
सपने तुम्हारे
read moreDeepali Singh
पिता ज़िम्मेदारियों की कसौटी पर वो बैठा ख्वाहिशें अपनी अंदर ही रौंदाता, सर पर मेरेउसके आशीष का पहरा दुःख क्लेश पर उनके प्रेम का परदा, परेशानियाँ खुद की खुद तक छिपाये संकट संतान के वो खुद पर ले आये, जैसे पास कोई उनके रामबाण हो समस्या उनके लिए कोई आम बात हो, जो भी मुसीबत आये चाहे जब भी दिखाये जैसे कुछ हुआ ही नहीं, पता नहीं कैसे करते ये सब अब भी हर पल बिताता होगा बस चिंता में ही, नींद -चैन जो अपने दिन- रात गँवाए तो दर्द कोई हमको कैसे छु पाए..? पिता की उन पावन चरणों की हम तो भाग्यशाली धूल माटी.., प्रणाम है ऐसे संकट मोचन को..! जो मोती बनाया हम धूल कणों को । ©Deepali Singh पिता
पिता
read moreSatish Kumar Meena
जब भी सीने की धड़कन बढ़ती है, वो पिता अपने परिवार की सोच रहा होता है। आंखो के आंसू की कीमत कितनी है,, बेटा अंगुलियां गिन के बालों को नोच रहा होता है। पिता के अंदर कितनी जरूरतों का बोझ है, उसी बोझ तले पिता दब जाता है। वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,, और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।। एक पिता ही है जनाब जो मां की ममता को, अपने परिवार के ऊपर न्यौछावर कर देता है। और लाड प्यार का सारा हिस्सा जो उन्हें मिला,, अपने परिवार पर चंद लम्हों में लुटा देता है। पिता का हाथ जब तक माथे पर रहता है, संतान को कभी दुख महसूस नहीं हो पाता है। वक्त की धुरी को पिता रोक नहीं पाता,, और उस धुरी के नीचे ही पिता आ जाता है।। ©Satish Kumar Meena पिता
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