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नवनीत ठाकुर

#क्यों बंधन पाल रखें हैं

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क्यों ज़िंदगी में ऐसे फ़ैसले कर रखे हैं,
क्यों इतने बंधन पाल रखे हैं।
इतनी लानतें बर्दाश्त करते हैं हम,
जो हमारी इज़्ज़त पर रोज़ हमला करती है।
रोज़ जूता मारती है ज़िंदगी मुँह पर,
फिर भी हम उसे ख़ामोशी से सहते जाते हैं।

©नवनीत ठाकुर #क्यों बंधन पाल रखें हैं

Author Munesh sharma 'Nirjhara'

मित्रता आखिर है क्या ? #Dosti #Friendship #Reality

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Suhana safar

आखिर क्यों... #justthought

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White   एक वक्त के बाद सामने वाले को सब फीका-सा क्यों लगने लगता है
किसी का साथ 
किसी की मुस्कुराहट    
 चांद की चांदनी का बहुत खूबसूरत  लगना 
एक  ही इंसान में सब कुछ मिल जाना
वह पहली बार मिलना 
बहुत सारी बातें करना 
दिल खोल कर रख देना 
 वह अंदर ही अंदर खुश होना 
दिल के सारे दर्द किसी अपने को बता देना
 यह कहना कि तुम्हारे सिवा मेरा कोई नहीं है 
तुम हो तो मेरी हर खुशी है
एक वक्त के बाद सामने वाले को सब फीका-सा क्यों लगने लगता है...….

©Suhana safar आखिर क्यों... #justthought

Manita kachhap

White इक सवाल है ज़िंदगी से मेरी...?
कोई अनाथ है, जिसे परिवार नहीं 
बुज़ुर्ग है जिसे अपनो का तिरस्कार मिला,
कोई प्रेम में धोखा खा बैठा है,
मैं मुसाफ़िर हूँ ज़िंदगी तेरी, 
पास खोने को कुछ नहीं मेरे ,
फिर... कठिनाइयों की सवारी मेरी ही क्यों...?

©Manita kachhap आखिर क्यों... 😐😥
#sad_dp #कठिन #सवाल #ज़िन्दगी #उलझन #दर्द #कशमकश #Life

Rakesh frnds4ever

#कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं

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Shiv Narayan Saxena

जय का अधिकारी क्यों हो?

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सफल हो  या असफल हो , प्रयास कभी न  विफल हो
जो भागे  छोड़ कर मेहनत , जय का अधिकारी क्यों हो

©Shiv Narayan Saxena जय का अधिकारी क्यों हो?

Sumit Kumar

किश्तों पर जीवन क्यों जीना..

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Harpinder Kaur

# आदमी.... इंसान क्यों नहीं होता?

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White आदमी का स्वभाव है आदमी को महज़ 
खिलौना समझना
जिसे वो इस्तेमाल करता है
महज़ दिल बहलाने को
दिल बहला लेने के बाद 
उसका खिलौना महज़ रह जाता है
एक आधा, टूटा, बिखरा, सा खिलौना 
फिर उस खिलौने में  दिलचस्पी खत्म होने पर
आदमी ढूँढता है फिर एक नया खिलौना 
पुन: उसे टूटा बिखरा और अधूरा छोड़ने के लिए
कितना छिछलापन है आदमी का आदमी होना
वो पूर्णतः इंसान क्यों नहीं होता 
क्यों महज़ रहता है वो  आदमी......

©Harpinder Kaur # आदमी.... इंसान क्यों नहीं होता?

JEETENDRA Sharma

आखिर सांस तक

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JEETENDRA Sharma

आखिर सांस

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