Nojoto: Largest Storytelling Platform

New सागवान डबल डोर डिजाइन Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about सागवान डबल डोर डिजाइन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सागवान डबल डोर डिजाइन.

Ravi_bhagat11

बस 🚞 वाले सिंक डिजाइन #ट्रिंग

read more

Anjali Singhal

"प्रेम की डोरी से तेरी, बँध चली मेरे मन की पतंग। डोर तू ये संभाले रखना हरदम, बन पतंग मैं उड़ती रहूँगी तेरे संग।।" #AnjaliSinghal #Shayari

read more

Anjali Singhal

"कौन हो तुम मेरे, कोई तो नहीं; फिर साँसें चलती हैं क्यूँ नाम से तेरे, पता भी तो नहीं। तरसती हैं आँखें तुझे देखने को, तुझे कभी देखा भी नहीं;

read more

Bhupendra Rawat

#love_shayari डोर बंधी होती है विश्वास से अक्सर झूठ बोलकर लव शायरी हिंदी में

read more
White रिश्तों मे एहसां नहीं जताएं जाते
शतरंज के मोहरे रिश्तों मे नहीं आजमाए जाते
रिश्तों की डोर बंधी होती है विश्वास से
अक्सर झूठ बोलकर रिश्तें नहीं निभाए जाते

©Bhupendra Rawat #love_shayari डोर बंधी होती है विश्वास से
अक्सर झूठ बोलकर लव शायरी हिंदी में

Heer

तुमसे ही शुरू और तुम पर ही खतम, मेरी जिंदगी की डोर अब तेरे हवाले मेरे मोहन। 💙🥺

read more

Sandip Gurjar

डबल पेनेट्रेशन है

read more

Ramesh Gupta

#मेहंदी डिजाइन #nojoto

read more

Sarita Kumari Ravidas

#love_shayari जीवन की डोर #poem Love #Relationship कविताएं कविता कोश प्रेरणादायी कविता हिंदी प्रेम कविता प्यार पर कविता

read more
White जीवन के संगम की डोर 
खुशियों से ज़्यादा एहसासों से जुड़ी होती है 
क्या फर्क पड़ता है ऐसों आरामों से 
हां, पर इन सबसे साथी खुश हैं या नहीं 
इसका असर ज़रूर पड़ता है।

©Sarita Kumari Ravidas #love_shayari जीवन की डोर 
#Nojoto #poem #Love #Relationship  कविताएं कविता कोश प्रेरणादायी कविता हिंदी प्रेम कविता प्यार पर कविता

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

उल्लाला छन्द :- छोटी-छोटी बात पर , करते क्यों तकरार हो । तुम ही जब रघुनाथ हो , तुम ही जब संसार हो ।। मुझसे ऐसी भूल क्या , हुई बताओ नाथ अब ।

read more
उल्लाला छन्द :-
छोटी-छोटी बात पर , करते क्यों तकरार हो ।
तुम ही जब रघुनाथ हो , तुम ही जब संसार हो ।।
मुझसे ऐसी भूल क्या , हुई बताओ नाथ अब ।
जो रहकर भी साथ में , छोड़े मेरा हाथ अब ।।

जीवन के हर मोड़ पर , चलना हमको साथ है ।
याद रहे इतना पिया , थामा तेरा हाथ है ।।
अब तो तेरे संग ही , इन साँसो की डोर है ।
ले जाओ अब तुम जिधर , चलना अब उस ओर है ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR उल्लाला छन्द :-

छोटी-छोटी बात पर , करते क्यों तकरार हो ।
तुम ही जब रघुनाथ हो , तुम ही जब संसार हो ।।
मुझसे ऐसी भूल क्या , हुई बताओ नाथ अब ।

katha Darshan

शुभ जन्माष्टमी Happy Jjanmashtami नटखट कान्हा, माखन चोर बाल गोपाल की लीला अनमोल नटखट कन्हैया, तू दिल का चोर तेरी हंसी में बसी है सबकी डोर

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile