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Parasram Arora
White वो नदी समुन्दर के निकट पहुंचने के तुरंत बाद लौटने लगी अपने स्त्रोत की तरफ क्यों की उसे डर था कि उसका मीठा जल समुन्द्र के खारे पानी से मिल कर कहीं प्रदूषित न हो जाए ©Parasram Arora नदी और उसका मीता पानी
नदी और उसका मीता पानी
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} अच्छी व सुंदर बुद्धि से रुपये कमाए जा सकते हैं, निर्मल मन से भगवान की भक्ति की कमाई जा सकती है, लेकिन रुपयो से भक्ति व बुद्धि नहीं कमाई जा सकती। जय श्री राधेकृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #Sad_Status {Bolo Ji Radhey Radhey} अच्छी व सुंदर बुद्धि से रुपये कमाए जा सकते हैं, निर्मल मन से भगवान की भक्ति की कमाई जा सकती है, लेकिन रु
#Sad_Status {Bolo Ji Radhey Radhey} अच्छी व सुंदर बुद्धि से रुपये कमाए जा सकते हैं, निर्मल मन से भगवान की भक्ति की कमाई जा सकती है, लेकिन रु
read moreRAVI PRAKASH
White किसी के छोड़ जाने से, मोहब्बत ख़त्म नहीं होती दूरियां चाहे लाख हो, चाहत कम नहीं होती जो तुम कहते हो, वक्त मिटा देगा हर एहसास., तो रूह से किया गया इश्क़ , लाश के साथ दफ़न नहीं होती... ©RAVI PRAKASH #sad_quotes किसी के छोड़ जाने से
#sad_quotes किसी के छोड़ जाने से
read moreਸੀਰਿਯਸ jatt
क्या मतलब भाई Tent के पीछे लंड दिया जा रहा है लड़कियों के! 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣 डांडिया गांड में ली जा रही हैं!
read moreRAVI PRAKASH
White किसी के छोड़ जाने से, मोहब्बत ख़त्म नहीं होती दूरियां चाहे लाख हो, चाहत कम नहीं होती जो तुम कहते हो , वक्त मिटा देगा हर एहसास., तो रूह से किया गया इश्क़ , लाश के साथ दफ़न नहीं होती... ©RAVI PRAKASH #good_night किसी के छोड़ जाने से
#good_night किसी के छोड़ जाने से
read moreranjit Kumar rathour
एक सम्मान उसे जिससे रिश्ता रहा हमारा सुबह के अभिवादन का चैत की दोपहरी मे एक ग्लास पानी पिलाने का चेहरे उदासी क़ो पहली नजर मे पढ़ लेने का चौक डस्टर या फिर जरुरी फ़ाइल क़ो पहुंचाने का थे उनसे हमारे भी वादे सालो गुजारें रिश्तो क़ो निभाने का हम उऋण नहीं हुए हो भी नहीं सकते कर्ज से लेकिन एक फर्ज तो बनता था सो रत्ती भर सही निभाया हां बस निभाया ©ranjit Kumar rathour एक ग्लास पानी
एक ग्लास पानी
read moreVinod Mishra
Shashi Bhushan Mishra
ज़िन्दगी चलती नहीं क़िताब से, चला करिये उम्र के हिसाब से, भोर में चिड़िया जगाने आ गई, सोईए मत जागिए भी ख़्वाब से, बारिशों में नदी हर नाला लगे, उतर जायेगा महज बहाव से, हरतरफ बैठा शिकारी घात में, आत्मरक्षा कीजिए बचाव से, सजगता से करें रक्षा फसल की, कीटनाशक डाल दें छिड़काव से, प्रेम से पालें कबूतर शांति का, धूप बारिश रोकिए मेहराब से, तिश्नगी भी बढ़ाती बेकली 'गुंजन', मिला करियेगा दिल-ए-बेताब से, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra #चला करिये उम्र के हिसाब से#
#चला करिये उम्र के हिसाब से#
read moreमुसाफ़िर क़लम
उदास फिरता है मोहल्ले में बारिश का पानी, कश्तियाँ बनाने वाले बच्चे इश्क़ कर बैठे हैं! ©मुसाफ़िर क़लम बारिश का पानी..! # हिंदी शायरी
बारिश का पानी..! # हिंदी शायरी
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