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Stories related to tarksheel books in punjabi pdf

Vk Virendra

#life_quotes poetry in english love poetry in english Aaj Ka Panchang punjabi poetry Entrance examination

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White परमात्मा दोनों तरह से आजमाते हैं, 
देकर भी और लेकर!!

©Vk Virendra #life_quotes  poetry in english love poetry in english Aaj Ka Panchang punjabi poetry Entrance examination

Ravneet Rangian

ਵਖ਼ਤ ਦੀ ਨਾਰਾਜ਼ਗੀ #ਰਵਨੀਤਰੰਗੀਆ #ਪੰਜਾਬੀਸ਼ਾਇਰੀ #ਸਾਇਰੀ #ਪੰਜਾਬੀਸ਼ਾਇਰੀ #Punjabi #Punjabipoetry #Books

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White ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਤਾਂ ਆਪਣਿਆਂ ਦੀ ਨਾਰਾਜ਼ਗੀ
ਦੂਰ ਕਰਨ ਵਿੱਚ ਲੰਘ ਰਹੀ ਏ
ਕਦੇ ਮੈ ਨਰਾਜ਼ ਹੋਵਾ
ਵਖ਼ਤ ਹੀ ਨੀ ਮਿਲਿਆ।।

©Ravneet Rangian ਵਖ਼ਤ ਦੀ ਨਾਰਾਜ਼ਗੀ
#ਰਵਨੀਤਰੰਗੀਆ #ਪੰਜਾਬੀਸ਼ਾਇਰੀ #ਸਾਇਰੀ #ਪੰਜਾਬੀਸ਼ਾਇਰੀ #Punjabi #Punjabipoetry #Books

कृतांत अनन्त नीरज...

#Books

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आकर्षण आपको
सिर्फ आकर्षित कर सकता है
नष्ट नही
नष्ट तो आप तब होते है
जब आप आकर्षण की ताकत को 
अपने "आत्म अनुशासन" की शक्ति से
अधिक समझ लेते है...

©कृतांत    अनन्त नीरज... #Books

Annu Khan

punjabi poetry urdu poetry deep poetry in urdu Aaj Ka Panchang poetry in hindi

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mamta Thakur

#Punjabi

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HEENA PAL

Song padbandhiya Punjabi song punjabi poetry

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Mrs.Nobody

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Heer

#Books

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किताबें 
बड़ी हसरत लिए बंद अलमारी के शीशों से झांकती किताबें, 
सोचती होगी पहले जिनसे रोज़ होती थी बातें, 
अब तो महीनों होती नही मुलाक़ातें। 

जो रातें गुजरती थी अक्सर साथ में, आज वो कटती है
 computer के साथ में, 
देख बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें क्योंकि, 
उन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है। 

जो किस्से कहानियां वो सुनाती थीं, battery जिनकी कभी
न खत्म होती थी, 
वो झलक अब नजर कही आती नही, 
रिश्ते रह गए उजड़े उजड़े, घर हो गया अब खाली खाली। 

जुबां पर ज़ायका आता था जो एक अल्फाज़ निकलता था, 
अब उँगली click करने से बस एक झपकी गुज़रती है, 
बहुत कुछ तबाह हो गया और बचा है वो परदे पर खुलता चला जाता है। 

किताबों से जो काटी जाती थी राते सीने से लिपटे हुए 
गुजरते थी जो रातें, 
कभी गोदी में तो कभी घुटनों के बल बैठ पढ़ते थे, 
कभी अजीब सी सूरत बनाकर मुस्कुराया करते थे,
सजदे में कभी छूते थे जबीं से, जाने कहा को गया वो सुकून
Robot के इस जहान में।

©Heer #Books

daisykavi

#Books

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daisykavi

#Books

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எம் நூலகபணிக்கு நன்றி.
எதிர்மறையான சில மனித மனங்களுக்கு மத்தியில் இல்லாமல், நேர்மறையான நூலக வாசனையில் பயணிப்பது ஒரு சிலாக்கியம்தான்

©daisykavi #Books
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