Nojoto: Largest Storytelling Platform

New नफरतों के शहर में गजल Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about नफरतों के शहर में गजल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नफरतों के शहर में गजल.

Naresh Kumar

# छट पूजा श्रद्धा भक्ति भाव से जींद शहर में

read more

अंकुर दा

ऐसे सास अमरीका में ज़ोंबी शहर से मिलती है

read more

रघुराम

#good_night गजल

read more
White जाने कितना कष्ट उठा हम जिए।
रहलत को  थोङी दूर बैठा हम जिए।।
टूटी बार बार उम्मीद की लङी।
हर बार सॉत्वना का देदे गॉठा हम जिए।।
बार बार नासाज किया जिन्दगी ने मुझे।
हर बिघ्न को दिल से उठा हम जिए।।
ऐसे ही कयी दौर बीतते रहे जिन्दगी के।
वक्ती तुफॉ समझ मीठा हम जिए।।
क्या हुआ कि क्या करे समझ ना आया कुछा
ईश्वर को हर दिन प्रार्थना पठा हम जिए।।

©रघुराम #good_night गजल

Keshav baba

सुना है तेरे शहर में... #love_shayari

read more

Satish Deshmukh

गजल

read more
White वाटले होते मला की वाटिका आहे
जिंदगी सारी इथे शोकांतिका आहे

शेतमालाची फुकट बोली तुम्ही लावा
कास्तकाराला कुठे उपजीविका आहे

वाटते वाचून घ्यावे मी तुला आता
केवढी सुंदर तुझी अनुक्रमणिका आहे

भिमरायाचा उजळ माथा बघितल्यावर
वाटतो हा सूर्यही आता फिका आहे

बारशाचे एवढे कौतुक नको ना रे
जन्म माझा तेरवीची पत्रिका आहे

©Satish Deshmukh गजल

Praveen Jain "पल्लव"

#Sad_Status कमीशन के बल पर फलता फूलता है शहर #nojotohindipoetry

read more
White पल्लव की डायरी
लागत गाँवो में खेतों से निकलती नही
धंधे पानी की सूरत वहाँ जमती नही
मेहनत की कीमत कोई लगती नही
चल पड़ता है कारवाँ शहरों की ओर
खो जाता है चमक दमक में खुद
अपना भाग्य आजमाता है
कोई चढ़ता है तरक्की के आसमान
कोई नॉकरी चाकरी तक रह जाता है
पहचान यहाँ ,मतलब की है शहरों में
कमीशन के बल पर फलता फूलता है
इस तरह जीना जिसको आ गया
वो ही सफलता की ओर बढ़ता जाता है
                                                  प्रवीण जैन पल्लब

©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_Status कमीशन के बल पर फलता फूलता है शहर
#nojotohindipoetry

tripti agnihotri

स्वरचित गजल प्यार में आजमाना बुरी बात है

read more

Madhusudan Shrivastava

#गजल मुस्कुरा के रूप

read more
White राहों में जो मिलें उन्हें अपना बना के चल 
दुश्मन भी हों तो उनको गले से लगा के चल

कुर्सी पे आज वो हैं तो उनको सलाम है
अपना भी दिन आएगा ये उनको बता के चल

सांसें उखड़ रहीं हैं औ बैरी हुआ जहां 
दुश्मन हुई है आज ये आब ओ हवा के चल

पत्ते दरख़्त से गिरे तो आएंगे नए
लौटेगा दिन सभी का रख ये हौसला के चल

सुनने सुनाने की है ये महफ़िल अता करो 
गीत ओ ग़ज़ल या नज़्म रूबाई सुना के चल

जो दोस्त थे वो दुश्मनी की राह चल पड़े 
दौर ए जहां यहां का है दुश्मन हुआ के चल

रस्ते सभी खुलेंगे जो तुम मुस्कुराओगो 
दुश्मन भी साथ देंगे तेरा मुस्कुरा के चल

©Madhusudan Shrivastava #गजल 
मुस्कुरा के रूप

Nurul Shabd

Nilam Agarwalla

#गजल

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile