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Puneet Ranjan
रिश्तों में दूरी तब आती है जब विश्वास के धागे टूटने लगते है। संदीप मांझी ।। #विचार #कला
संदीप मांझी ।। विचार कला
read moreअनिल मालवीय मन्नत*
संदीप माहेश्वरी जी की ये बात वाकई सोचने और समझने काबिल है। #SandeepMaheshwari #Live Love Life #anilmannatmalviya
read moreपूर्वार्थ
प्रिय कुसुम, मेरी असफलता की खबर तुम तक पहुँच ही गयी होगी, अभी मुझमें इतनी हिम्मत नहीं है की तुम्हें यह बात सामने से कह सकूँ. मैं हार गया कुसुम हार गया मैं. और मेरी इस हार के साथ उन सभी लोगों की उम्मीदें टूट गयीं “जो कहा करते थे की और किसी का निकले या ना निकले लेकिन संदीप भैया का जरूर निकलेगा” जानती हो मेरी हार से क्या होगा? अब कोई और संदीप गाँव से दिल्ली जाकर तैयारी करना चाहेगा न? तो उसके बापू मेरा उदाहरण देंगे. देख गया था एक संदीप आईएएस बनने, नहीं निकला न! चल तु भी कुछ और देख ले. लेकिन यूपीएससी नहीं. “जो की सच है, मैं एक प्रेरणा श्रोत बन सकता था , लेकिन मैं अभिशाप बनकर रह गया” मेरे बगल वाले का भी नहीं हुआ जो मेरा रेडियो बना दिया करता था, मेरे अंदर साहस ही नहीं हुआ की मैं उससे आखिरी बार बात कर लूँ, लेकिन बात भी क्या करता? यह बताता की उसके आदर्श संदीप भैया का भी नहीं हुआ? “सब कुछ तो था मेरे पास, माँ-बाबू जी, दोस्त, लोगों की दुआएँ और तुम्हारा निस्वार्थ प्रेम!” फिर भी नहीं, इस हार की कोई वजह नहीं है मेरे पास. मैं आगे क्या करूँगा मुझे नहीं पता लेकिन इस हार का बोझ मैं अकेले उठाऊँगा, मैं तुम लोगों को इसका भागीदार नहीं बनाना चाहता इसलिए में वापस घर नहीं जा रहा. तुम समझ रही हो ना कुसुम? नहीं, कुसुम तुम अब मेरी एक बात मत सुनना क्योंकि मैं अब उस अँगूठी का हकदार नहीं रहा, रिजल्ट वाले दिन वो अँगूठी मुझसे खो गयी और मुझे लगा जैसे मैंने तुम्हें खो दिया. मैं तो तुमसे माफ़ी भी नहीं माँग सकता और ऐसे व्यक्ति को माफ़ करना भी नहीं चाहिए जिसने अपने सपने के लिए तुम्हारे सपनों की बलि चढ़ा दी, “Plan B is for losers” यही कहता था न मैं, आज मैं खुद लूजर बना बैठा हूँ. आज भी वो पल मेरी स्मृति में कैद हैं जब तुमने कहाँ था कि “मैं हमेशा परछाई की तरह तुम्हारे साथ रहूँगी चाहे तुम्हारी जीत हो या हार” लेकिन मेरे जीवन का सूर्य इस आखिरी प्रयास के साथ अस्त हो चुका है कुसुम और यहाँ चारों तरफ अंधेरा है, मुझे मालूम है तुम हो आस-पास लेकिन मैं तुम्हारे काबिल नहीं, “तुम्हें मैंने चार वर्ष तक इंतज़ार करवाया अब और नहीं, बस अपना ध्यान रखना” “मैंने अब सिगरेट पीना छोड़ दिया है।”😊 “संदीप” ©पूर्वार्थ #संदीप का पत्र कुसुम के #सपने #प्रीत