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punit shrivas
तेज़ हवाओ से पर्वत हिलेगा नही सुंदर भूमी पर कमल खिलेगा नही एक जैसी शक्ल के मिलेंगे बहुत कोई दर्पण के जैसा मिलेगा नही पुनीत कुमार नैनपुर ©punit shrivas #talaash देशभक्ति कविता कविता कोश मराठी कविता कविता बारिश पर कविता
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read morebina singh
मोहब्बत में रुसवाई नहीं होती अगर जो हो जाये मोहब्बत बेवफाई नहीं होती अकेले हो तुम पर तन्हाई नहीं होती मोहब्बत में बीमार जैसी कोई बीमारी नहीं होती मोहब्बत में मर्ज़ की कहि कोई सुनवाई नहीं होती... by bina singh ©bina singh #devdas कविता ,कविता , प्रेम कविता कविता कोश
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read moreAmrendra Kumar Thakur
तरक्की का मतलब क्या? चूल्हे पर जलती धीमी लौ, कुनकुनाती आग में यादें बुनती जो। झुर्रियों में छिपी कितनी कहानियाँ, जीवन की उतार-चढ़ाव की निशानियाँ। सालों के सफ़र में ये हाथ थके, ख़्वाब बुने जो अब धुंधले दिखे। इस घर की नींव में उनके पसीने, आज अकेले, बिन किसी साए के जीने। तरक्की का मतलब क्या हुआ? अगर माँ-बाप का सहारा ना बना। जिन्होंने हर मुश्किल सह ली, उनके बुढ़ापे में, हम दूर चल दिए। दुनिया आगे बढ़ती जाती, पर ये उम्र ठहर सी जाती। सफलता का क्या मतलब है अगर, उनकी देखभाल से हम हट गए, कहीं दूर जाकर? ना हो उनकी उम्र में कोई दर्द, ना झलके आँखों में कोई सर्द। तरक्की वो नहीं जो प्यार ना दे, जो अपने बुज़ुर्गों का साथ ना रहे। ©Amrendra Kumar Thakur #oldage हिंदी कविता कविता कोश कविता हिंदी कविता
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read moreJindeshna
Nature Quotes 🙏 आत्म प्रक्षालन 🙏 है अज्ञान अवस्था मेरी, भूल सहज हो जाती है। जाने में अनजाने में, परिणति मलिन हो जाती है।। प्रियवर आप सुविज्ञ स्वयं हैं, अरु वात्सल्य के धारी हैं, जिनशासन के प्रेमी हैं, और गुणग्राही अनुरागी हैं।। हाथ जोड़कर विनय भाव से, क्षमा भावना मैं धरता। करें क्षमा प्रदान बन्धुवर, यह विराग निज हित कहता।। हुई ज्ञात अज्ञात हो भूल या हो अपराध। क्षमा भाव धारण करें, भाव करे विराग॥ ©Jindeshna क्षमा
क्षमा
read moreJindeshna
White 🙏 आत्म प्रक्षालन 🙏 है अज्ञान अवस्था मेरी, भूल सहज हो जाती है। जाने में अनजाने में, परिणति मलिन हो जाती है।। प्रियवर आप सुविज्ञ स्वयं हैं, अरु वात्सल्य के धारी हैं, जिनशासन के प्रेमी हैं, और गुणग्राही अनुरागी हैं। हाथ जोड़कर विनय भाव से, क्षमा भावना मैं करता। करें क्षमा प्रदान बन्धुवर, यह मनोज निज हित कहता।। जिन शासन अमृत पियें, जिनवाणी का ओज। सारी भूलें क्षमा हों, भावना करे मनोज॥ ©Jindeshna क्षमा
क्षमा
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी राग द्वेष की परणति में गोता हम सब रोज लगाते है अहम इतने जीवन मे पलते इनके वशीभूत होकर कितने विकारों को गले लगाते है कभी मीठा पन,कभी गुस्से में अपने लाभ के लिये ठेस गैरो को पँहुचाते है अनजाने कितने पाप बांध लिये पीड़ा भव भव में झेलेंगे अब मुझे भान हुआ है मन मेरा झकझोर रहा है अन्तरकर्ण से कण कण सबसे क्षमा क्षमा बोल रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Likho अंतर्मन से कण कण,सबसे क्षमा क्षमा बोल रहा है #nojotohindi
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read morevineet kumar sharma
#HeartfeltMessage प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी कविता हिंदी कविता कविता कोश कविता
read moreNC
White हर इम्तेहान में रहे वो अव्वल जिंदगी का रुख देख टूटा मनोबल किताबी बातें काम न आईं फलसफा नहीं है ये जिंदगी असल यहां ईमानदारी की नही कीमत कोई सच्चाई एक अकेले कोने में रोई यहां किताबों का न होता अमल यहां कर्मों का उल्टा मिलता फल ।। ©NC #Sad_shayri #कविता हिंदी कविता कविता हिंदी कविता
Sad_shayri कविता हिंदी कविता कविता हिंदी कविता
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