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Kunal Raj
जाता हूं मै छोड़ के गद्दी, नहीं ज़रा भी चाहत। हुआ खुलासा सगाई में नाचे जाने पर थे आहत (rbi governer sadness ) Kunal Raj गवर्नर gone #Ambani #engagement #sadness
गवर्नर gone #Ambani #Engagement #sadness
read moremegwal Vikram boss
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर और मशहूर अर्थशास्त्री रघुराम राजन जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर और मशहूर अर्थशास्त्री रघुराम राजन जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
read moreTarun Vij भारतीय
शहीद हो गए जो देश की आन के लिए, ये देश, ये आवाम उनकी शहादत का कर्जदार है। नमन शहीद-ए-आजम सरदार उद्धम सिंह को जिन्होंने ब्रिटेन में जाकर ब्रतानीया हुकुमत के उस क्रुर गवर्नर माइकल ओ डायर को ब्रिटेन में जाकर मारा जिसन
नमन शहीद-ए-आजम सरदार उद्धम सिंह को जिन्होंने ब्रिटेन में जाकर ब्रतानीया हुकुमत के उस क्रुर गवर्नर माइकल ओ डायर को ब्रिटेन में जाकर मारा जिसन
read morewoman club
Read caption if like this story subscribe my YouTube channel please ©Mind Talk #ravishkumar एक motivation story इस कहानी मे 3 लोग हैं (1)Mind Talk (2)Chif justice Governor कोर्ट मे
#ravishkumar एक motivation story इस कहानी मे 3 लोग हैं (1)Mind Talk (2)Chif justice Governor कोर्ट मे
read moreएक इबादत
कहो तो अपना संविधान बदलवा दे क्या , तुम्हारे तौर तरीके से करवा ले क्या , हुकूमत तुम्हारी ही रहेगी किसी भी प्रकार से बिल पास करवा पाओगी क्या , रोज रोज ना सही ,संसद के सत्र की तरह साल में 3 बार मिलने आओगी क्या , सारे गीले शिकवे भूल कर अनुच्छेद 155 के तहत हमे अपना गवर्नर नियुक्त कर पाओगी क्या, संशोधन करने में मेरा कोई इरादा नही है क्या तुम एक बेस पर रह पाओगी क्या, जब अपने ही इस रिश्ते से खुश ना दिखे तो क्या तुम अपने स्वतंत्रता के अधिकार को बता पाओगी क्या, जब पूरी संसद ही भंग होती दिखे तो क्या तुम अनुच्छेद 21 के तहत जीवन भर साथ चलने की कसम ले पाओगी क्या , जीवन में किसी भी प्रकार की कठिनाई आए तो क्या तुम अनुच्छेद 19(b) के तहत शांतिपूर्ण तरीके से उसे समझ पाओगी क्या, मूल अधिकार तुम हरदम लिए रहना पर अपने नारीत्व की महत्ता को भी निभा पाओगी क्या, तुम्हारे छोड़ जाने पर अगर मैं अनुच्छेद 309 को स्वीकार कर लू तो क्या तुम ज़िंदगी भर अकेले ही खुश रह पाओगी क्या, अनुच्छेद 52 सर्वोच्च पद धारण कर मेरे साथ तुम अपनी पूरी जिंदगी बिता पाओगी क्या , कहने का विषय यह है की क्या तुम मेरी संविधान की आत्मा बन पाओगी क्या..!! कहो तो अपना संविधान बदलवा दे क्या तुम्हारे तौर तरीके से करवा ले क्या , हुकूमत तुम्हारी ही रहेगी किसी भी प्रकार से बिल पास करवा पाओगी क्या
कहो तो अपना संविधान बदलवा दे क्या तुम्हारे तौर तरीके से करवा ले क्या , हुकूमत तुम्हारी ही रहेगी किसी भी प्रकार से बिल पास करवा पाओगी क्या
read moreDivyanshu Pathak
रामचरित मानस ( बालकांड ) प्रभु श्री राम की व्यापकता 'काकभुशुण्डि' जी के अनुसार- जो नहिं देखा नहिं सुना जो मनहूँ न समाय। जो सब अद्भुत देखेहुँ बरनि कवन बिधि जाय।। भिन्न भिन्न मैं दीख सबु अति बिचित्र हरिजान। अगनित भुवन फिरेउँ प्रभु राम न देखउँ आन।। सोइ सिसुपन सोइ सोभा सोइ कृपाल रघुबीर। भुवन भुवन देखत फिरउँ प्रेरित मोह समीर ।। देखि कृपाल बिकल मोहि,बिहँसे तब रघुबीर। बिहँसतही मुख बाहेर आयउँ सुनु मतिधीर।। प्रभु श्री राम के बचपन का किस्सा है कि एक बार 'काकभुशुण्डि' जी अयोध्या के राजमहल में गए और आँगन में बैठ गए जैसे ही 'राम' की नज़र उन पर पड़ी वे
प्रभु श्री राम के बचपन का किस्सा है कि एक बार 'काकभुशुण्डि' जी अयोध्या के राजमहल में गए और आँगन में बैठ गए जैसे ही 'राम' की नज़र उन पर पड़ी वे
read moreKP STORY HD
KP GK SAGAR GK questions in Hindi ©KP STORY CREATOR #KP GK SAGAR GK #questions in #Hindi प्रश्न 1- किस मौर्य राजा ने दक्कन पर विजय प्राप्त की थी। उत्तर - कुणाल ने। प्रश्न 2- मेगास्थी
#kp GK SAGAR GK #Questions in #Hindi प्रश्न 1- किस मौर्य राजा ने दक्कन पर विजय प्राप्त की थी। उत्तर - कुणाल ने। प्रश्न 2- मेगास्थी
read moreEr.Shivampandit
जल्दी में हों तो बनारस मत आना..... बनारस की नींद धीरे-धीरे खुलती है ..... आहिस्ता-आहिस्ता जागता है यह शहर ©Er.Shivam Tiwari #बनारस जल्दी में हों तो बनारस मत आना..... बनारस की नींद धीरे-धीरे खुलती है ..... आहिस्ता-आहिस्ता जागता है यह शहर .... यह दुबई नहीं कि दिन
#बनारस जल्दी में हों तो बनारस मत आना..... बनारस की नींद धीरे-धीरे खुलती है ..... आहिस्ता-आहिस्ता जागता है यह शहर .... यह दुबई नहीं कि दिन
read moreVikas Sharma Shivaaya'
🙏सुन्दरकांड🙏 दोहा – 15 भगवान् राम के बाणों से राक्षसों का संहार हो जायेगा निसिचर निकर पतंग सम रघुपति बान कृसानु। जननी हृदयँ धीर धरु जरे निसाचर जानु ॥15॥ हे माता! रामचन्द्रजी के बानरूप अग्नि के आगे इस राक्षस समूह को आप पतंग के समान जानो और इन सब राक्षसो को जले हुए जानकर मन मे धीरज धरो ॥15॥ श्री राम, जय राम, जय जय राम अंधकार जैसे राक्षस और सूर्य जैसे श्री राम के बाण जौं रघुबीर होति सुधि पाई। करते नहिं बिलंबु रघुराई॥ रामबान रबि उएँ जानकी। तम बरूथ कहँ जातुधान की॥1॥ हे माता ! जो रामचन्द्रजी को आपकी खबर मिल जाती तो प्रभु कदापि विलम्ब नहीं करते क्योंकि रामचन्द्रजी के बानरूप सूर्य के उदय होने पर राक्षसो की सेना रूपी अंधकार कहाँ रह सकता है?॥ हनुमानजी भगवान् राम की आज्ञा के बारें में कहते है अबहिं मातु मैं जाउँ लवाई। प्रभु आयसु नहिं राम दोहाई॥ कछुक दिवस जननी धरु धीरा। कपिन्ह सहित अइहहिं रघुबीरा॥2॥ हनुमानजी कहते है की हे माता!मै आपको अभी ले जाऊं, परंतु करूं क्या?रामचन्द्रजी की आपको ले आने की आज्ञा नहीं है।इसलिए मै कुछ कर नहीं सकता।यह बात मै रामचन्द्रजीकी शपथ खाकर कहता हूँ॥इसलिए हे माता! आप कुछ दिन धीरज धरो। रामचन्द्रजी वानरोंकें साथ यहाँ आयेंगे ॥ हनुमानजी का विशाल स्वरुप हनुमानजी का छोटा रूप देखकर माता सीता को वानर सेना पर शंका निसिचर मारि तोहि लै जैहहिं। तिहुँ पुर नारदादि जसु गैहहिं॥ हैं सुत कपि सब तुम्हहि समाना। जातुधान अति भट बलवाना॥3॥ और राक्षसों को मारकर आपको ले जाएँगे। तब रामचन्द्रजी का यह सुयश तीनो लोकोमें नारदादि मुनि गाएँगे॥ हनुमानजी की यह बात सुन कर सीताजी ने कहा की हे पुत्र!सभी वानर तो तुम्हारे ही समान (नन्हे-नन्हे से) होगे और राक्षस बड़े योद्धा और बलवान है। फिर यह बात कैसे बनेगी? ॥ हनुमानजी सीताजी को अपना विशाल स्वरुप दिखाते है मोरें हृदय परम संदेहा। सुनि कपि प्रगट कीन्ह निज देहा॥ कनक भूधराकार सरीरा। समर भयंकर अतिबल बीरा॥4॥ इसका मेरे मनमे बड़ा संदेह है।(कि तुम जैसे बंदर राक्षसो को कैसे जीतेंगे!)। सीताजी का यह वचन सुनकर हनुमानजी ने अपना शरीर प्रकट किया॥हनुमानजी का वह विराट शरीर सुवर्ण के पर्वत के समान विशाल , युद्ध के बीच बड़ा विकराल,रणके बीच बड़ा धीरज वाला,युद्ध मे शत्रुओ के हृदय मे भय उत्पन्न करने वाला,अत्यंत बलवान् और वीर था ॥ बजरंगबली का विशाल रूप देखकर सीताजी को वानर सेना पर विश्वास सीता मन भरोस तब भयऊ। पुनि लघु रूप पवनसुत लयऊ॥5॥ हनुमानजी के उस शरीरको देख कर सीताजी के मन में पक्का भरोसा आ गया।तब हनुमानजी ने अपना छोटा स्वरूप धर लिया॥ विष्णु सहस्रनाम (एक हजार नाम) आज 610 से 621 नाम 610 श्रीधरः जिन्होंने श्री को छाती में धारण किया हुआ हैं 611 श्रीकरः भक्तों को श्रीयुक्त करने वाले हैं 612 श्रेयः जिनका स्वरुप कभी न नष्ट होने वाले सुख को प्राप्त कराता है 613 श्रीमान् जिनमे श्रियां हैं 614 लोकत्रयाश्रयः जो तीनों लोकों के आश्रय हैं 615 स्वक्षः जिनकी आँखें कमल के समान सुन्दर हैं 616 स्वङ्गः जिनके अंग सुन्दर हैं 617 शतानन्दः जो परमानंद स्वरुप उपाधि भेद से सैंकड़ों प्रकार के हो जाते हैं 618 नन्दिः परमानन्दस्वरूप 619 ज्योतिर्गणेश्वरः ज्योतिर्गणों के इश्वर 620 विजितात्मा जिन्होंने आत्मा अर्थात मन को जीत लिया है 621 विधेयात्मा जिनका स्वरुप किसीके द्वारा विधिरूप से नहीं कहा जा सकता 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 ©Vikas Sharma Shivaaya' 🙏सुन्दरकांड🙏 दोहा – 15 भगवान् राम के बाणों से राक्षसों का संहार हो जायेगा निसिचर निकर पतंग सम रघुपति बान कृसानु। जननी
🙏सुन्दरकांड🙏 दोहा – 15 भगवान् राम के बाणों से राक्षसों का संहार हो जायेगा निसिचर निकर पतंग सम रघुपति बान कृसानु। जननी
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