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Poetry with Avdhesh Kanojia
इंद्रधनुष ------------- आत्मबोध हो हर जन जन में सत्यमार्ग जग को दिखलाए। इंद्रधनुष सा हो यह जीवन सप्त रंग की छटा फैलाए।। (अनुशीर्षक में पूरा पढ़ें) #nature #rainbow #इंद्रधनुष #colours #motivation #author #poet इंद्रधनुष ------------- आत्मबोध हो हर जन जन में सत्यमार्ग जग को दिखलाए। इं
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Mumbai Rains इंद्रधनुष ------------- आत्मबोध हो हर जन जन में सत्यमार्ग जग को दिखलाए। इंद्रधनुष सा हो यह जीवन सप्त रंग की छटा फैलाए।। प्रथम रंग हो दया भाव का जीव मात्र भयमुक्त बने। रंग द्वितीय हो प्रेम भाव का तन मन जीवन इसमें सने।। तृतीय रंग हो वीर भाव का जन जन का मन निडर बनाए। इंद्रधनुष सा हो यह जीवन सप्त रंग की छटा फैलाए।। चतुर्थ रंग हो क्षमा भाव का निर्बल निर्दोष भी पोषित हों। हो पंचम रंग भक्तिभाव का जन जन में ईश्वर घोषित हों।। छठा रंग हो सहनशीलता एकता सम मोती बिखराए। इंद्रधनुष सा हो यह जीवन सप्त रंग की छटा फैलाए।। रंग सातवां पूरक भाव का सब एक दूजे के सहायक हों। इन सातो रंगों में रंग कर मानवता के परिचायक हों। इन रंगों में अच्छादित होकर वसुधैव कुटुम्बकम सत्य हो जाए। इंद्रधनुष सा हो यह जीवन सप्त रंग की छटा फैलाए।। आत्मबोध हो हर जन जन में सत्यमार्ग जग को दिखलाए। इंद्रधनुष सा हो यह जीवन सप्त रंग की छटा फैलाए।। इंद्रधनुष ------------- आत्मबोध हो हर जन जन में सत्यमार्ग जग को दिखलाए। इंद्रधनुष सा हो यह जीवन सप्त रंग की छटा फैलाए।। प्रथम रंग हो दया भ
इंद्रधनुष ------------- आत्मबोध हो हर जन जन में सत्यमार्ग जग को दिखलाए। इंद्रधनुष सा हो यह जीवन सप्त रंग की छटा फैलाए।। प्रथम रंग हो दया भ
read morenix_levll
सच है, विपत्ति जब आती है, कायर को ही दहलाती है, शूरमा नहीं विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, काँटों में राह बनाते हैं। मुख से न कभी उफ कहते हैं, संकट का चरण न गहते हैं, जो आ पड़ता सब सहते हैं, उद्योग-निरत नित रहते हैं, शूलों का मूल नसाने को, बढ़ खुद विपत्ति पर छाने को। ©. #रश्मिरथी – तृतीय सर्ग
#रश्मिरथी – तृतीय सर्ग
read moreShivraj Solanki
किस रंग में रंगू, मै खुद को कौनसा रंग रग- रग में उतार लूं नज़रे ना हटे मुझसे महबूब की ऎसा कोई रंग बाताओ चढ़े मूझपे, उनका रूप धार लू वो मुझको खुद का रूप समझे उनसे उनके हिस्से का भी प्यार लू ऎसा कोई रंग बताओ दिल मै है दिल से बाहर कैसे लाऊ मैं उनका ही हिस्सा हूं कैसे बताऊं कैसा रंग और कितना रंग लगाऊं ऎसा कोई रंग बताओ शिव हूं खुद को कृष्ण कैसे बताऊं मै करू श्रृंगार खुद को गौरी बनाऊं तुम मेरी जान, अनजान कैसे बताऊं ऎसा कोई रंग बताओ prem safar..... @shivraj khatik रंग बताओ #रंग
रंग बताओ #रंग
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