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MiMi Flix

"पेड़ और बहादुर गिलहरी – हिंदी एनिमेटेड बच्चों की शिक्षाप्रद नैतिक कहानी" - दूरस्थ जंगल में, विशाल पेड़ बृंदा और उसकी छोटी दोस्त चिंकी एक खत

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"ब्रीज़ी का बड़ा साहसिक अभियान – पांडा शावक पिपिन की खोज और जंगल की चुनौती" - हिमालयी पर्वतीय क्षेत्र में बसा एक गाँव, जहाँ पांडा खुशहाल रहत

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"बेनी और रहस्यमय संदूक" - बेनी और रहस्यमय संदूक” की दिलचस्प कहानी में डूब जाइए, जहाँ बहादुर छोटी गिलहरी बेनी चंपावन के जंगल में एक साहसिक या

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IG @kavi_neetesh

#HBDShastriJi कुमार विश्वास की कविता प्रेम कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी दिवस पर कविता देशभक्ति कविता *लाल बहादुर शास्त्री* छोटा क

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*लाल बहादुर शास्त्री*
 
छोटा कद उच्च विचारों वाले हमारे।
लाल   बहादुर  शास्त्री  थे  महान।।
मजबूत   इरादे    वाले   सदा    रहे वो।
हर कदम पर बढ़ाया देश का मान।।

जय जवान जय किसान का दिया नारा।
गरीब मजलूम का बने वे सदा सहारा।।
देश  हित  में  लिए  बड़े  फैसले सदा।
जिन  पर  गर्व  देश  करता  है हमारा।।

हिला  दिया   था  जिसने पाकिस्तान।
सच्चा  भारत   का   वो  सपूत महान।।
जिन्होंने  रखा  था  भारत   का मान।
हमारे   शास्त्री   जी  थे   हमारी शान।।

©IG @kavi_neetesh #HBDShastriJi 
 कुमार विश्वास की कविता प्रेम कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी दिवस पर कविता देशभक्ति कविता
*लाल बहादुर शास्त्री*
 
छोटा क

Shishpal Chauhan

#लाल बहादुर शास्त्री, gandhi_jayanti

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White "लाल बहादुर शास्त्री 
और 
गांधी जयंती 
की ढेर सारी शुभकामनाएं।।"

©Shishpal Chauhan #लाल बहादुर शास्त्री, gandhi_jayanti

Ravendra

अपहरण व सामूहिक दुष्कर्म के अभियुक्त को पुलिस ने किया बाबागंज। पुलिस अधीक्षक बहराइच वृन्दा शुक्ला के निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों पर

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Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma

कैप्शन में पढ़े 🤳 आज़ मैंने एक बच्चे को बाहर जाते हुए और पीछे मुड़-मुड़ कर देखते हुए देखा, तो मुझे अपने बचपन की बात याद आई। मैंने सोचा, इसे

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

गीत :- आजादी के दीवानों का , आज देख लो मेला । एक हाथ में लिए तिरंगा , बढ़ता जाये ठेला ।। आजादी के दीवानों का... जिनके पैरो से चलकर कल , घर

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White गीत :-
आजादी के दीवानों का , आज देख लो मेला ।
एक हाथ में लिए तिरंगा , बढ़ता जाये ठेला ।।
आजादी के दीवानों का...

जिनके पैरो से चलकर कल , घर आजादी आई ।
याद करूँ उन वीर पुरुष को , जिसने हमें दिलाई ।।
वो भी भारत माँ के बेटे , अपने दादा भाई ।
पढ़ लूँ मैं इतिहास पुराना , कैसे दुख को झेला ।।
आजादी के दीवानों का...

क्यों सहना अन्याय किसी का , बनें आज फौलादी ।
डटकर करें सामना अब जो , दिखे आतंकवादी ।।
हम हैं वीर बहादुर बेटे , क्यों उनसे घबराना ।
कदम बढ़ाकर याद दिला दें , कैसे उसे धकेला ।।
आजादी के दीवानों का...

अभी अगर आ जाये दुश्मन , हाजिर जान हमारी ।
मुझको इन प्राणो से पहले , भारत माँ है प्यारी ।।
जिसकी रक्षा का अब सुन लो , है दायित्व हमारा ।
लेकिन धोखे में मत रहना , मैं हूँ यहाँ अकेला ।।
आजादी के दीवानों का ...

आजादी के दीवानों का , आज देख लो मेला ।
एक हाथ में लिए तिरंगा , बढ़ता जाये ठेला ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR  गीत :-
आजादी के दीवानों का , आज देख लो मेला ।
एक हाथ में लिए तिरंगा , बढ़ता जाये ठेला ।।
आजादी के दीवानों का...

जिनके पैरो से चलकर कल , घर

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

लावणी छन्द इस माँ से जब दूर हुआ तो , धरती माँ के निकट गया । भारत माँ के आँचल से तब , लाल हमारा लिपट गया ।। सरहद पर लड़ते-लड़ते जब , थक कर देखो

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White लावणी छन्द
इस माँ से जब दूर हुआ तो , धरती माँ के निकट गया ।
भारत माँ के आँचल से तब , लाल हमारा लिपट गया ।।
सरहद पर लड़ते-लड़ते जब , थक कर देखो चूर हुआ ।
तब जाकर माँ की गोदी में , सोने को मजबूर हुआ ।।

मत कहो काल के चंगुल में , लाल हमारा रपट गया ।
जाने कितने दुश्मन को वह , पल भर में ही गटक गया ।।
सब देख रहे थे खड़े-खड़े , अब उस वीर बहादुर को ।
जिसके आने की आहट भी , कभी न होती दादुर को ।।

पोछ लिए उस माँ ने आँसूँ, जिसका सुंदर लाल गया ।
कहे देवकी से मिलने अब , देख नन्द का लाल गया ।।
तीन रंग से बने तिरंगे , का जिसको परिधान मिले ।
वह कैसे फिर चुप बैठेगा , जिसको यह सम्मान मिले ।।

सुबक रही थी बैठी पत्नी , अपना तो अधिकार गया ।
किससे आस लगाऊँ अब मैं , जीने का आधार गया ।।
और बिलखते रोते बच्चे , का अब बचपन उजड़ गया ।
कैसे खुद को मैं समझाऊँ , पेड़ जमीं से उखड़ गया ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR लावणी छन्द
इस माँ से जब दूर हुआ तो , धरती माँ के निकट गया ।
भारत माँ के आँचल से तब , लाल हमारा लिपट गया ।।
सरहद पर लड़ते-लड़ते जब , थक कर देखो
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