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Stories related to veerta par kavita in hindi

babita Jhankar

hindi divas par kavita

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Pradyumn awsthi

#veerta

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ek sucche veer ke liye 
uski janmbhumi ,karmbhumi 
svyarg se bhi mahan hoti hai

©"pradyuman awasthi" #veerta

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Chiranjiv

Kavita in Hindi poem

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Vaibhav Chaturvedi

Pratham kavita poetry in hindi

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ये एकतरफा कहते हैं मुझे तेरे इश्क़ में,
मैं नजरंदाज करता हूं,
नाम पूछते हैं जब तेरा,
मैं बस एक राज़ कहता हूं।

मैं आज भी पसंद तुझको ही करता हूं,
मैं आज भी राह तेरी निहारता हूं,

लोग खूबसूरती को पसंद करते हैं तेरी,
मुझे तो तेरी आवाज़ से भी प्यार है,
माप नहीं सकता इसको कोई,
ये इश्क बेशुमार है।

सपनों में ही सही मगर मिल तो कहीं, 
मैं बदल दूं खुदको तू हां कर तो सही।

देख लेता हूं तस्वीर तेरी, मुझसे रहा नहीं जाता,
मैं बेइंतहा मोहब्बत करता हूं तुझसे, ये कहा नहीं जाता।

मैं बोल नहीं पाता अपनी लिखी बातों को,
मगर इससे तो समझ मेरे दबे जज्बातों को।

इंतज़ार है तेरा तू आकर मिलना जरूर,
पता लगेगा तुझे तो आकर हां कहना जरूर,

©Vaibhav Chaturvedi Pratham kavita poetry in hindi

Manju Bahuguna

#Dosti par kavita

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Geetkar Niraj

guru par kavita

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गुरू पर कविता।

जीवन कहीं चट्टानों-सा ठहरा होता,
ये नदियों-सा बहना शुरू न होता,
अगर जीवन में गुरू न होता- 2।।

आँख रहते हम अंधे होते,
दिन के उजालों में भी देख न पाते।
जनवरों की तरह जंगलो में कहीं भटक रहे होते,
बंदरों की तरह पेड़ों पर कहीं लटक रहे होते।
आदिमानव से मानव न बनता,
जीवन में कुछ करने की आरज़ू न होता।
अगर जीवन में गुरू न होता।

जिसने मेरे कमियों को दूर कर मुझमें खुबियां भर दिया।
जिसने मुझको ज्ञान देकर मेरे जीवन को सुन्दर किया।
जिसने सत्य-असत्य में भेद बताया,जीवन जीना मुझे सीखाया।
जिसके बिना मैं फूल न बनता औरमुझमें ज्ञान की खुशबू न होता।
अगर जीवन में गुरू न होता -2।

हर मुश्किल को आसान बनाया, सारथी बनकर साथ निभाया।
शिक्षक जैसा शुभचिंतक कोई और नहीं जमाने में,
जिसने सारी शक्ति लगा दी,मुझे मंजिल तक पहुँचाने में।
कहीं अंधेरों में घिरा रहता उजालों से रूबरू न होता।
अगर जीवन में गुरू न होता-2।।


          guru par kavita
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