Find the Latest Status about पुनर्विवाह from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पुनर्विवाह.
Mili Saha
// पुनर्विवाह - एक नई शुरुआत // पार्ट 1 अपने माता पिता की इकलौती बेटी अंजलि जिसका विवाह बड़ी ही धूमधाम से अजीत नामक युवक के साथ हुआ था। एक खुशहाल ज़िंदगी जी रही थी। अंजलि के व्यवहार और कार्यकुशलता से उसके सास-ससुर बहुत खुश थे और वो अंजलि को बहुत प्यार भी करते थे। अंजलि भी अपने परिवार का बहुत ध्यान रखती थी। और कोई भी ऐसा कार्य नहीं करती थी जिससे उसके परिवार को ठेस पहुंँचे। जीवन की गाड़ी ऐसे ही खुशहाल पटरी पर चल रही थी। पर कहते हैं ना "सब दिन होत ना एक समान"। और ऐसा ही कुछ हुआ अंजलि और उसके परिवार के साथ। एक बम ब्लास्ट में अंजलि के पति की मृत्यु हो गई। परिवार पर और अंजलि पर तो जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। अभी तो हंँसती खेलती ज़िन्दगी थी और पल में बदल गई। जाने किस्मत ने अंजली के लिए क्या सोच रखा था। बेटे की मौत के बाद उसके सास-ससुर मैं अपना कुछ और रंग ही दिखाना शुरू कर दिया। अजीत की मौत का जिम्मेदार अंजलि को ठहराने लगे। आए दिन उसे ताना देते रहते थे। उसके कि हर काम में बेबुनियाद नुक्स निकालते ताकि अंजलि स्वयं घर छोड़कर चली जाए। अंजलि अब सास ससुर को फूटी आंँख नहीं सुहात थी। पर अंजलि अपने पति की चौखट छोड़कर जाने को राज़ी नहीं। इसलिए वो सब कुछ चुपचाप सह रही थी। कहीं ना कहीं उसके माता-पिता के दिए संस्कार भी उसे बड़ों के सामने मुंँह खोलने की इजाजत नहीं देते थे। खैर, जैसे तैसे खुद को समझा कर अंजली के जीवन की गाड़ी आगे तो बढ़ रही थी। किंतु अंजलि के लिए खुद को समझा पाना बहुत मुश्किल था। वो खुद को संभालने की कोशिश कर ही रही थी कि उसके सास ससुर ने उसे एक दिन अपशगुनी कहकर घर की चौखट से बाहर कर दिया। बाकी की कहानी अगले भाग में ©Mili Saha पुनर्विवाह-एक नई शुरुआत #nojotohindi #kahani #nojotoapp #sahamili #Trending Puja Udeshi Urvashi Kapoor Sethi Ji Sunita Pathania Ashuto
पुनर्विवाह-एक नई शुरुआत #nojotohindi #kahani #nojotoapp #sahamili #Trending Puja Udeshi Urvashi Kapoor Sethi Ji Sunita Pathania Ashuto
read moreMili Saha
// पुनर्विवाह - एक नई शुरुआत // पार्ट - 4 अंजलि के सास ससुर ने जब देखा कि बेटी से बहस करके कोई फ़ायदा नहीं है तो कुछ सोचते हुए अपनी बेटी से कहा.….... ठीक है, ठीक है जा ले जा अपनी भाभी को अंदर। तब अंजलि की ननद अंजलि को उठाकर कमरे तक लाई। ननद की सेवा से अंजली कुछ दिनों में स्वस्थ तो हो गई। किंतु बहुत गुमसुम सी रहने लगी उसके जीवन में मानो कोई रंग ही ना हो उसके सास ससुर उसे कोई भी रंगीन कपड़ा पहने नहीं देते थे यहांँ तक कि अगर वो उन कपड़ों की तरफ़ गलती से देख भी ले तो उसे जली कटी सुनाने लगते थे। इसके अलावा नौकरों की तरह व्यवहार करते और घर का सारा काम भी उसी से करवाते थे। ठीक से सारा काम करने के बावजूद भी लाखों गलतियांँ उसमें निकालते रहते थे। अंजली भी इसी को अपना नसीब मानकर किसी तरह जीवन व्यतीत रही थी। ऐसा लग रहा था मानों उसमें अपनी ज़िंदगी से समझौता कर लिया है। अंजलि के दिल में जीने की ख्वाहिश ही ख़त्म सी होती जा रही थी। किंतु अंजनी की ननद से यह सब देखा नहीं जा रहा था वो एक पढ़ी-लिखी, समझदार और नई सोच वाली लड़की थी। अपनी भाभी को इस प्रकार प्रताड़ित होता हुआ देखकर उसे बहुत बुरा लग रहा था।ऐसे ही एक दिन बैठे बैठे वो सोचने लगी अंजली भाभी की अभी उम्र ही कितनी है पूरी ज़िंदगी पड़ी है उनके आगे। भैया तो अब लौट कर आने वाले नहीं तो भाभी पूरी ज़िंदगी क्या ऐसे ही काटेगी। इस प्रकार ज़िल्लत सहते सहते तो उनकी ज़िंदगी नर्क हो जाएगी। मैं भाभी को ऐसे नहीं देख सकती आखिर वो भी तो इंसान है उन्हें भी जीने का हक है। मुझे भाभी से बात करनी ही होगी। आगे की कहानी अगले भाग में ©Mili Saha पुनर्विवाह एक नई शुरुआत पार्ट- 4 #nojotohindi #sahamili #Trending #kahani Aditya kumar prasad Sunita Pathania Sethi Ji Ranjit Kumar Ri
पुनर्विवाह एक नई शुरुआत पार्ट- 4 #nojotohindi #sahamili #Trending #kahani Aditya kumar prasad Sunita Pathania Sethi Ji Ranjit Kumar Ri
read moreMili Saha
// पुनर्विवाह एक - नई शुरुआत // पार्ट - 3 कहानी के दूसरे भाग में आप लोगों ने पढ़ा कि कैसे अंजलि के साथ ससुर ने उसे घर से धक्के मार कर बाहर निकाल दिया। इस बात को लेकर अंजली की ननंद अपने माता पिता के साथ बहुत बहसबाजी भी हुई। अंजलि की ननंद अपने माता-पिता द्वारा दिए गए तर्कों से संतुष्ट नहीं थी। आगे की कहानी इस प्रकार है 👇👇👇👇 अंजलि की ननंद अंजलि की हालत देखकर सबकुछ समझ गई कि ज़रूर अंजलि को बिना किसी कसूर के घर से निकाला गया है। अंजलि की ननंद ने अपने माता पिता को समझाया.....आप लोग इस तरह से कैसे भाभी को घर से बाहर निकाल सकते हैं भैया नहीं रहे इसमें भगवान की मर्जी है भाभी की इसमें कोई गलती नहीं। यहांँ रहना उनका हक है। बाकी उनकी मर्जी। आप उन्हें इस प्रकार घर से नहीं निकाल सकती। हमारा देश इतना आगे बढ़ गया है और आप लोग उसी दकियानूसी रीति-रिवाजों को सीने से लगाए बैठे हैं। जाने हमारा समाज कब इन कुरीतियों से मुक्ति पाएगा। मुझे तो ये सोच सोच कर ही शर्म आ रही है कि जहां मैं इन सब के खिलाफ बाहर लड़ाई लड़ती हूं वही मेरे अपने ही घर में इस प्रकार की मानसिकता नहीं जड़ पकड़ा हुआ है क्या आप मुझे अपनों के खिलाफ जाकर ही यह लड़ाई लड़नी पड़ेगी। आप लोग कैसे ऐसा कर सकते हैं कल को यदि मेरे साथ ऐसा कुछ होता है तो आप लोग क्या करेंगे? बेटी की बात सुनकर माता-पिता कहने लगे चुप हो जा तेरे साथ क्यों ऐसा होगा इसे तो इसके कर्मों की सज़ा मिल रही है तूने कौन से बुरे कर्म किए हैं। इतना कहकर दोनों आपस में बुदबुदाने लगे इस प्रकार इस से बहस करके कोई फायदा नहीं है..... बिटिया तो कुछ दिनों में चली ही जाएगी तब तक के लिए हम शांत रहते हैं और इस मनहुस को तो हम बाद में देख लेंगे। आगे की कहानी अगले भाग में ©Mili Saha पुनर्विवाह एक नई शुरुआत पार्ट-3 #nojotohindi #nojotoapp #Trending #kahani #sahamili Ranjit Kumar poonam atrey Bhavana kmishra Sethi Ji
पुनर्विवाह एक नई शुरुआत पार्ट-3 #nojotohindi #nojotoapp #Trending #kahani #sahamili Ranjit Kumar poonam atrey Bhavana kmishra Sethi Ji
read moreMili Saha
// पुनर्विवाह एक नई शुरुआत //पार्ट - 2 अंजलि खूब गिड़गिड़ाई, रोती बिलखती रही किंतु इसका उसके सास-ससुर पर कोई असर नहीं हुआ। दरवाजा बंद करके वो अंदर चले गए। पूरी रात अंजलि वहीं चौखट पर आंँसू बहाती रही। उसे समझ नहीं आ रहा था जाए तो जाए कहाँ। माता- पिता के घर जाती है तो उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ेगा। एक तो आर्थिक तंगी ऊपर से विधवा बेटी का बोझ। यही सब सोचकर अंजलि के पांँव अपने मायके की तरफ़ नहीं बढ़ रहे थे। किंतु अचानक कुछ ऐसा घटित हुआ इसे अंजलि का भाग्य कहिए या वक़्त का फैसला। जिस रात अंजलि को घर से बाहर निकाला गया उसी की अगली सुबह अंजलि की ननद विदेश से अपनी पढ़ाई पूरी करके घर लौटी। अंजलि को इस हालत में देखकर उसकी ननद को बहुत बुरा लगा। वो जोर जोर से चिल्लाने लगी........ "भाभी उठो ना, क्या हुआ आपको ? ऐसे क्यों घर की चौखट पर बेहाल कैसे पड़ी हो। " पर अंजलि का तो बुखार से बुरा हाल था वो कुछ बोलने की हालत में भी नहीं थी। अंजलि की ननद ने दरवाजा खटखटाया तो सामने मांँ पिताजी को देखकर अंजलि की इस हालत के बारे में पूछने लगी। किंतु उसके माता-पिता बात को टालने की कोशिश करते रहे। पर कब तक टालते तब उससे झूठ ही कह दिया....... पति के दुःख में पागल हो गई है इसलिए ऐसी हरकत कर रही है। हमने कुछ नहीं किया। तू चल अंदर हमारे साथ ये खुद ही आ जाएगी...... आगे क्या हुआ? कल तक इंतजार कीजिए 🙏🙏 ©Mili Saha पुनर्विवाह एक नई शुरुआत - पार्ट - 2 #nojotohindi #nojotoapp #Trending #sahamili #kahani poonam atrey Sunita Pathania Puja Udeshi Bhava
पुनर्विवाह एक नई शुरुआत - पार्ट - 2 #nojotohindi #nojotoapp #Trending #sahamili #kahani poonam atrey Sunita Pathania Puja Udeshi Bhava
read moreTHE VIKRANT RAJLIWAL SHOW
OUT NOW! विधवा पुनर्विवाह: श्राप या वरदान I New Story लेखन और आवाज़ विक्रांत राजलीवाल "ध्यान से सुनिए, वहाँ पर एक कहानी है, जो हमें अपने
read more