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Mohan raj
यदा मनः निरन्तरं हरेः नाम जपं कर्तुं आरभते तदा हरिः प्राप्ता इव दृश्यते। जब मन निरंतर हरि नाम जपने लगता है तो ऐसा लगता है कि हरि की प्राप्ति हो गई है। When the mind begins to chant the name of Hari continuously, it seems that Hari has been attained. धन्यवाद हर हर महादेव ©Mohan raj #लाइफ लेसंस When the mind begins to chant the name of Hari continuously, it seems that Hari has been attained.
#लाइफ लेसंस When the mind begins to chant the name of Hari continuously, it seems that Hari has been attained.
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हरि नाम है जग में सुंदर हरि नाम है सबसे सुंदर हरि नाम है सबसे पहले हरि नाम विश्वे सुन्दरतम नाम, हरि नाम परम सुन्दर, हरि नाम प्रथम। Hari name is beautiful in the world, Hari name is the most beautiful, Hari name is first Dhanywaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons Hari name is beautiful in the world, Hari name is the most beautiful, Hari name is first
Life Lessons Hari name is beautiful in the world, Hari name is the most beautiful, Hari name is first
read moreMohan Sardarshahari
White Eradicate illiteracy Illuminate minds Go for multilinguages for better understanding of future times ©Mohan Sardarshahari Literary day
Literary day
read moreसंगीत कुमार
(मनुज कवि बन जाता है) जब अम्बर पिघल धरा पर आ न सके अधरों पे मुसकान रूक जाये आँखों से अश्क बन बह जाये और जब कलपित उर रो जाये तो समझो मनुज कवि बन जाता है व्यथा जब अपना न किसी से कह सके लज्जा से मन भर जाये काली रातों की अंधियारी में जब सारा भुवन सो जाये तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब मन भयभीत हो कुछ कहन सके पीड़ित हो अपनो से जब हाथों में कलम उठा लेते हैं शब्दों के सरिता में रम जाते हैं तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब सामने अंधेरा छा जाये अकेला बेसहारा मन होने लगे तब नैनो के नीर स्याही से निज व्यथा को लिख डाले तो समझो मनुज कवि बन जाता है संघर्ष भरा जब जीवन हो लोगों के बीच समर्पण हो तब साहित्य में खो जाता है अपनी भावना उकेर डालता है तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब भुलेबिसरे याद आये उर में दर्द की कसक उठे वेदना से मन काँप जाये तब हाथो में कलम उठाता है तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब अपने प्रिय से न मिल सके यादों की व्यथा में खो जाये साहित्य की सरिता में बह जाये एक लेखनी लिख डाले तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब जीवन मे मनचाहा सफलता मिल न सके मन गगन की उड़ान तो भरता है अक्षर शब्द मिल कविताओ में परिणित हो जाता है मन की भावना खूबसूरती से निखारता है तो समझो मनुज कवि बन जाता है ©संगीत कुमार #pen