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Stories related to पृथ्वीवरील वातावरणाचे पाच थर कोणते

Arun Nagar Writer

थर थर काँपे मेरी साँसें...! follow कीजिए 👍👍🙏 Shayari शायरी गजल ghazal rekhta rekhtashayari twolineshayari SAD

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ऐ सनम ये हवाएँ 
तुमसे मिलकर आती होंगी 
यूँ ही नहीं मुझपर ये 
इतने ज़ुल्म ढाती होंगी

थर-थर काँपे मेरी साँसें
तेरी यादों में क्यूँ
शायद ये साँसों का
कलेजा काट जाती होंगी

©Arun Nagar Writer थर थर काँपे मेरी साँसें...! follow कीजिए 👍👍🙏
#Shayari #शायरी #गजल #ghazal #rekhta #rekhtashayari #twolineshayari #SAD

Mayur Mhasane

मामाच्या पाच आन पोरी #Real #Instagram

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संजय दास

#kabir_is_god सतगुरु के दरबार में मेरी थर थर कापे देह ना जाने किस बात पर मेरा टूट न जाए नेह

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 #Kabir_Is_God 
सतगुरु के दरबार में मेरी थर थर कापे देह ना जाने किस बात पर मेरा टूट न जाए नेह

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

गीत :- थर-थर कापे होंठ सभी के ,  कट-कट बोले दाँत । अन्न बिना सूने है दिखते , घर में अब तो जाँत । थर-थर कापे होंठ सभी के ....

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गीत :-

थर-थर कापे होंठ सभी के ,  कट-कट बोले दाँत ।
अन्न बिना सूने है दिखते , घर में अब तो जाँत ।
थर-थर कापे होंठ सभी के ....

कैसे दे नववर्ष बधाई , जाकर उनको आज ।
काज सभी के बन्द पड़े है , कैसे छेड़े साज ।।
रोटी तो अब मिलती मुश्किल , कब तक खाए भात ।
थर-थर कापे होंठ सभी के ....

शीत लहर से काँप रहे हैं , जीव-जन्तु इंसान ।
दसों दिशाओं धुन्ध पड़ी है , छुपे सूर्य भगवान ।।
खाली पेट मरोड़ उठी है , सुकुड़ी सबकी आँत ।
थर-थर कापे होंठ सभी के ....

जो मेरा अब तक हुआ नही , कैसे हो स्वीकार ।
बस कहकर तुमने थोप दिया , यह सबका त्यौहार ।।
लेकिन इसमें दिखी न हमको , खुशियों की सौगात ।
थर-थर कापे होंठ सभी के ...

हम तो अपनी पीर छुपाए , बैठे थे सरकार ।
ऊपर से नववर्ष तुम्हारा , बन बैठा त्यौहार ।।
किसको जाकर आज दिखाए , किसने मारी लात ।
थर-थर कापे होंठ सभी के ....

थर-थर कापे होंठ सभी के ,  कट-कट बोले दाँत ।
अन्न बिना सूने है दिखते , घर में अब तो जाँत ।

०१/०१/२०२४    -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :-


थर-थर कापे होंठ सभी के ,  कट-कट बोले दाँत ।

अन्न बिना सूने है दिखते , घर में अब तो जाँत ।

थर-थर कापे होंठ सभी के ....

Vikas Verma

एक घर मे जलते पाच दीयो की कहानी

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*👌👌*

एक घर मे *पांच दिए* जल रहे थे।

एक दिन पहले एक दिए ने कहा -

इतना जलकर भी *मेरी रोशनी की* लोगो को *कोई कदर* नही है...

तो बेहतर यही होगा कि मैं बुझ जाऊं।

वह दिया खुद को व्यर्थ समझ कर बुझ गया । 

जानते है वह दिया कौन था ?

वह दिया था *उत्साह* का प्रतीक ।

यह देख दूसरा दिया जो *शांति* का प्रतीक था, कहने लगा -

मुझे भी बुझ जाना चाहिए।

निरंतर *शांति की रोशनी* देने के बावजूद भी *लोग हिंसा कर* रहे है।

और *शांति* का दिया बुझ गया । 

*उत्साह* और *शांति* के दिये के बुझने के बाद, जो तीसरा दिया *हिम्मत* का था, वह भी अपनी हिम्मत खो बैठा और बुझ गया।

*उत्साह*, *शांति* और अब *हिम्मत* के न रहने पर चौथे दिए ने बुझना ही उचित समझा।

*चौथा* दिया *समृद्धि* का प्रतीक था।

सभी दिए बुझने के बाद केवल *पांचवां दिया* *अकेला ही जल* रहा था।

हालांकि पांचवां दिया सबसे छोटा था मगर फिर भी वह *निरंतर जल रहा* था।
 
तब उस घर मे एक *लड़के* ने प्रवेश किया।

उसने देखा कि उस घर मे सिर्फ *एक ही दिया* जल रहा है।

वह खुशी से झूम उठा।

चार दिए बुझने की वजह से वह दुखी नही हुआ बल्कि खुश हुआ।

यह सोचकर कि *कम से कम* एक दिया तो जल रहा है।

उसने तुरंत *पांचवां दिया उठाया* और बाकी के चार दिए *फिर से* जला दिए ।

जानते है वह *पांचवां अनोखा दिया* कौन सा था ?

वह था *उम्मीद* का दिया...

इसलिए *अपने घर में* अपने *मन में* हमेशा उम्मीद का दिया जलाए रखिये ।

चाहे *सब दिए बुझ जाए* लेकिन *उम्मीद का दिया* नही बुझना चाहिए ।

ये एक ही दिया *काफी* है बाकी *सब दियों* को जलाने के लिए ......✍🏻🍃🍂🍃🍂🍃

👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏 एक घर मे जलते पाच दीयो की कहानी

Sukhwinder Singh Ahluwalia

जब पंजाब में खालसा राज़ हूआ करता था तो अंगरेज़ भी थर थर काँपते थे ? #OctoberCreator #maharajaranjitsingh #khalsaraaj #nojotopunjabi nojotoh

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Shailesh Hindlekar

शुभ प्रभात 💐 आज उंच उंच हंड्या बांधल्या जातील, थर लावले जातील, कुणाचा हात पोहोचेल कुणाचा नाही.. आपण तरी वेगळं काय करतो रोज..रोज थर लावतो, रो

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 शुभ प्रभात 💐
आज उंच उंच हंड्या बांधल्या जातील, थर लावले जातील, कुणाचा हात पोहोचेल कुणाचा नाही..
आपण तरी वेगळं काय करतो रोज..रोज थर लावतो, रो

Jotiram Sapkal

💥 बिझनेस वाढवण्यासाठी भारतीय शोर्ट व्हिडीओ प्लॅटफॉर्म कोणते वापरावे? #jotiramsapkal #mahagrowth #marathibusinessowner #digitalstrategy supp

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Jotiram Sapkal

🎯 2023 या वर्षी जास्तीत जास्त ग्रो होण्यासाठी कोणते Goal ठरवावे. #jotiramsapkal #mahagrowth #marathibusinessowner #digitalmarketingbusiness

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