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Ayush kumar gautam
देखते जाओ तुम एक दिन ऐसा भी एक दिन तो जरूर आयेगा हमसे इस दुनिया में एक दिन हर कोई जब हाथ मिलायेगा प्रसिद्ध गीतकार इरशाद कामिल इरशाद कामिल
इरशाद कामिल
read moreAyush kumar gautam
ये बताओ जरा हम पंखों बिना जायेंगे कैसे दूर वहां कुछ भी हो सकता है कुछ भी हो जायेगा हम इतने नहीं नादान प्रसिद्ध गीतकार इरशाद कामिल इरशाद कामिल
इरशाद कामिल
read moreHariom Shrivastava
Suno Chaand आपको व आपके परिवार को 'शरद पूर्णिमा' की बधाई एवं शुभकामनाएँ, तथा -दो दोहे- शरद पूर्णिमा पर्व की, बड़ी अनोखी बात। इस दिन होती चाँद से, रात्रि अमृत बरसात।। शरद पूर्णिमा चाँद की, धवल चाँदनी खास। इसीलिए श्रीकृष्ण ने, रचा इसी दिन रास।। -हरिओमश्रीवास्तव- ©Hariom Shrivastava #Moon कविता कोश कविता कोश
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read moreकवि प्रभात
White टूटने वाले तारे देता फिरे जब की तू ही प्रतिपल भाई गिरे भव कितना है निर्दय पता चल गया न सोचे जो पीड़ित न दूँ पीड़ा रे ©कवि प्रभात #good_night कविता कोश कविता कोश
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read moreKavi Aditya Shukla
White लिया था प्रण लिखने को रश्मिरथी पर लिख रहा हूं मधुशाला ©Kavi Aditya Shukla कविता कोश कविता
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read morealka mishra
White कांधे से कांधा मिला कर चलने की सोच थी खुद को साबित करने की दिल में लगी भूख थी मंजिल के प्रकाश में जोश जुनून का सहरा था। मालूम न था राहों में अदृश्य दीवार का पहरा था। जिसके नुकीले सरिये ने घाव दिया गहरा था। जिसने हमारे तन मन को अंदर तक घायल किया हमारे हर अरमानों का बेरहमी से क़तल किया। ©अलका मिश्रा ©alka mishra #अदृश्य_दीवारें कविता कविता कोश प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कोश
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read moreSarita Kumari Ravidas
आधी अधूरी जैसी भी हूं सबसे पहले इंसान हूं मैं नासमझ नादान जो भी हूं आंखों में आसूं लिए इक आस हूं मैं माना हूं भरोसे में..... मैं कुछ से धोखे खाईं राहों में मुश्किले तो सभी की आनी है पर किससे कहूं? सबसे पहले इंसान हूं मैं।। ©Sarita Kumari Ravidas #Parchhai कविताएं कविता कोश कविता कविताएं कविता कोश
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read moreपूजा सक्सेना ‘पलक’
White मुझे अमावस्या की ओर बढ़ते, चाँद के सफर-सा, प्रेम नहीं चाहिए तुम्हारा।। * मेरी चाहत है..., मुझे शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के सफर पर चलते चाँद-सा, पूर्ण, उज्जवल और पवित्र प्रेम मिले तुम्हारा। ©पूजा सक्सेना ‘पलक’ #Love कविता कोश कविताएं प्यार पर कविता कविता कोश
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