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sampankaj 64
मैं लौटते हुए देखता हूं.... बच्चे, चिड़िया - सूरज, मदारी - बंदर, बरसात - पतझड़, और तूफ़ान कोई इतना उदास नही लोटता, जितना कि दिनभर 'यस सर' बोलता हुआ लड़का, जिसकी जेब में कुछ छुट्टे पैसे और... कुछ फुटकर सपने।। ©sampankaj 64 फुटकर #सपने #Ladke #Dreams #alone
Motivational_writer79 (शंकरदास)
अचानक आँखों से बरसात आ गयी... बेवक्त जब उनकी याद आ गयी... @शंकरदास...✍️ बिते हुऐ लम्हों की याद में, फुट फुटकर रोते हुऐ आशिक के अल्फ़ाज़ #शंकरदास #आशिक #शायरी #बात #कविता
✍ अमितेश निषाद
फुटकर रो दिया मेरा बचपन आज तुम्हे देख कर खुद को सम्भाल रहा है अपनी ज़िंदगी बेचकर 😢😢😢😢😢 फुटकर रो दिया मेरा बचपन आज तुम्हे देख कर खुद को सम्भाल रहा है अपनी ज़िंदगी बेचकर
फुटकर रो दिया मेरा बचपन आज तुम्हे देख कर खुद को सम्भाल रहा है अपनी ज़िंदगी बेचकर
read moreकरण बोराणा
उसे किसने इत्तलाह दी? ज़माने से मेरे रुख्सत होने की। के वो ये ख़बर सुनते ही फुट फुटकर रोने लगा। उसे किसने #इत्तलाह दी? ज़माने से मेरे #रुख्सत होने की। के वो ये #ख़बर सुनते ही फुट फुटकर रोने लगा। इत्तलाह-जानकारी रुख्सत-चले जाना #Nojoto #br
Rushi
चश्मा फुटकर कांच तेरी आँख में ना घुस जाये डर लगता हैं हां अब तेरी तस्वीर बार-बार देखने से भी मुझे डर लगता हैं 🏵🏵🏵open For Collab🏵🏵🏵 चश्मा फुटकर कांच तेरी आँख में ना घुस जाये डर लगता हैं हां अब तेरी तस्वीर बार-बार देखने से भी मुझे डर लगता हैं #yqdidi
🏵🏵🏵open For Collab🏵🏵🏵 चश्मा फुटकर कांच तेरी आँख में ना घुस जाये डर लगता हैं हां अब तेरी तस्वीर बार-बार देखने से भी मुझे डर लगता हैं #yqdidi
read moreRakesh Kumar Dogra
My series on "Single Selfie " post no 8 तुम्हारे गमों के फुटकर सौदे तुम्हे महंगे पड़ते है, हम थोक के सौदागर हैं थोक में हमें सस्ते पड़ते हैं।
My series on "Single Selfie " post no 8 तुम्हारे गमों के फुटकर सौदे तुम्हे महंगे पड़ते है, हम थोक के सौदागर हैं थोक में हमें सस्ते पड़ते हैं।
read moreसुसि ग़ाफ़िल
खुरचनों के कंकाल पर कपाल रख कर बैठा हूं सुबह सवेरे रौंदे गए अधिकार लेकर बैठा हूं आई है हिस्से में सूखे के पतों की नस मरहम के लिए हाथ में कपास के फोहे लिए बैठा हूं जड़ से आया है दर्द फुटकर बहार और मैं सीने पर गुलाब लिए बैठा हूं रहम कर भी लोग खुदा ना जाने में क्या क्या हिसाब लिए बैठा हूं // खुरचनों के कंकाल पर कपाल रख कर बैठा हूं सुबह सवेरे रौंदे गए अधिकार लेकर बैठा हूं आई है हिस्से में सूखे के पतों की नस
खुरचनों के कंकाल पर कपाल रख कर बैठा हूं सुबह सवेरे रौंदे गए अधिकार लेकर बैठा हूं आई है हिस्से में सूखे के पतों की नस
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