Find the Latest Status about आश्रमात या कधी रे येशील रामा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आश्रमात या कधी रे येशील रामा.
Parasram Arora
White गुलशन का पुराना माली आज न जाने कई संत बन कर घुम रहा हैँ लगता हैँ झरती हुई फूल की पंखुडियो को गिरता देख उसके भीतर भी कहीं वैराग जाग न गया हो ©Parasram Arora माली या संत
माली या संत
read moreneelu
White सबसे ज्यादा सही क्या है... इंसान या.. इंसानियत मेहनत या .......नियत धर्म या धर्म ...का ज्ञान ज़मीन या .. आसमान ©neelu #diwali_wishes #सबसे #ज्यादा #सही #क्या है... #इंसान या.. #इंसानियत #मेहनत या .......#नियत धर्म या धर्म ...का #ज्ञान ज़मीन या .. आसमान
गोरक्ष अशोक उंबरकर
White माणूस मेल्यावर शरीराचं दर्शन घेऊन अंघोळ करतो.. निष्पाप जीवाला खाताना अंगा मांसांचं रक्त पितो.. प्रत्येक दगड मंदिरात जाऊन देव बनून जातो.. माणूस मंदिरात जाऊन सुध्धा दगड बनून राहतो.. ज्या मासिक पाळीमुळे जन्म माणसाचा होतो.. तिलाच आयुष्यभर समाज विटाळ म्हणत राहतो.. माझं माझं म्हणत सगळं भ्रमात जगत राहतो.. सगळं काही इथेच सोडून एकटाच सोडून जातो.. ©गोरक्ष अशोक उंबरकर वाह रे माणसा..
वाह रे माणसा..
read moreManju Tomar
White न जाने कोन सा सुकून है तुम्हें सोचने से ही सोचती हूं मैं कभी मिलोगे मुझे तुमं तो वक्त ठहर जाएगा बाहों में तुम्हारे सांसों में सांस सिमट रही होगी मुंह से कुछ नहीं बोल पाएंगे हम सिर्फ आंखों से बातें होंगी हमारी ©Manju Tomar #love_shayari#nojotocarter पिया रे #16sep #manjutomar🥰 शायरी लव रोमांटिक
#love_shayari#nojotocarter पिया रे #16sep manjutomar🥰 शायरी लव रोमांटिक
read moreParasram Arora
White कई मनीषयो से सुना था हमने कि मौत एक झपकी की तरह आती है और एक मीठी लम्बी नींद मे इंसान को सुला जाती है लेकिन मैंने तो कई लोगो को देखा है ढेरों झपकीया लेते हुए ....फिर भी उनकी साँसे. कभी थमती नही है ©Parasram Arora झपकी या मौत
झपकी या मौत
read moreखामोशी और दस्तक
सभी भाइयों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं ©खामोशी और दस्तक भाई लोग गिफ्ट दे रे हो या पहले भाभी से पूछोगे,😂
भाई लोग गिफ्ट दे रे हो या पहले भाभी से पूछोगे,😂
read moreParasram Arora
White एक लम्बे अर्से से मैं समुन्दर के तट पर टहलता रहता था पर अचानक एक दिन. समुन्दर ने एक बड़ी लहर. को उठा दिया और उस लहरने मुझे तट से उठा कर समुन्द्र के हवाले कर दिया था मैं शुक्रगुज़ार हू उस लहर का जिसने मुझ जैसे एक तुच्छ कतरे को समुन्द्र मे गिरा कर. मुझे समुन्द्र बना दिया था ©Parasram Arora कतरा या समुन्द्र
कतरा या समुन्द्र
read more