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Arora PR
तुम्हारी ये लम्बी चुप्पी मौन सन्देश दें रही कि तुम्हे मेरी बात मान लेने मे कोई एतराज़ नहीं हैँ फिर भी मै चाहुँगा कि तुम्हारे इस मौन का भावार्थ समझने की चेष्टा अवश्य करके देखु कि कही तुम इस धैर्य धारण के कवच से अपने ह्रदय को आहत तो नहीं कर रहे हो? ©Arora PR मौन का भावार्थ
मौन का भावार्थ
read moremalay_28
लगी दिल की न बुझ जाए जुनूँ रुकने न देना तुम उठा ये सर मुहब्बत का कभी झुकने न देना तुम हिमालय दर्द का चाहे खड़ा हो सामने तनकर निग़ाहों से कोई गंगा कभी बहने न देना तुम. ©malay_28 #हिमालय दर्द का
#हिमालय दर्द का
read moreParasram Arora
मेरे मौन शब्दों का अर्थ जानना निरर्थक सिद्ध हो सकता है यधपि उनका भावार्थ समझा जा सकता है.... क्योंकि भाव की कोई भाषा नहीं होती वहा तो केवल अनुभूति का अस्तित्व होता है वो तो वैसा ही है जैसे चन्द्रमा की मौन चांदनी की स्निग्धता का सुखद अहसास जैसे वक्ष की ऊँची शाखाओं पर हवाओं क़ि हलचल से उपजि..हुई खड़खड़ाहट और सरसराहट पत्तों की ©Parasram Arora मौन शब्दों का भावार्थ.......
मौन शब्दों का भावार्थ.......
read moreआलोक कुमार
हमलोग को आजादी किन-किन चीजों से मिली थी और क्या हमलोग आज भी उन सभी चीजों से आजाद हुए हैं. अरे सबसे बड़ी और कीमती आजादी तो आपसी समान विचारधारा की आजादी होती है, जो आजतक सम्भव नहीं हो पायी है. इसके पीछे सबसे बड़ा और प्रभावी कारण है "जाति आधारित आरक्षण". इससे जिस दिन देश को मुक्ति मिल जाएगी, तब ही यह समझना उचित होगा कि अब हमलोग को आज़ादी प्राप्त हो गयी है. आजादी का सही और सटीक भावार्थ...
आजादी का सही और सटीक भावार्थ...
read moreVinit Sarmandal
White माउंट कैलाश, हिमालय पर्वत में तिब्बत के सुदूर दक्षिण - पश्चिम कोने में स्थित एक अद्भुत शिखर है। 6638 मीटर (21778 फीट) की ऊंचाई पर स्थित यह हिमालय के सबसे ऊंचे हिस्से में से एक है ओर कुछ नदियों के स्त्रोत के रूप में कार्य करता है। ©Vinit Sarmandal #हिमालय
Saurav Pandey
खड़ा हिमालय अविचल अडिग , विध्वंसक पवन को ललकारे , पवन तेजमयी , अद्भुत गतिवान , करती चीत्कारे । मैं रक्षक वसुंधरा का , तुझको अब मुड़ना होगा , पार जाने , धरा पाने ,मुझसे लड़ना होगा पवन अचंभित , किंचित पुलकित , ललकार हिमालय की न लघु न विशेष है , पार पाने लड़ना होगा , वेग बल यद्द्यपि जो शेष है । #हिमालय
Gian Gumnaam
रफ्तार ठहरी तो मैने एक दुनिया देखी और मैं उस दुनिया में खो जाना चाहता हूं और वो दुनिया बस्ती है हिमालिया की चोटियों में और जिसने वोह नहीं देखी उसने कुछ नहीं देखा ©Gian munkan wala #हिमालय पर्वत
#हिमालय पर्वत
read moreJ P Lodhi.
पहाड़ों की वादियां गा रही भारत का गुणगान, सदियों से बना देश का संतरी हो गया महान। खड़ा अडिग सीमा पर बनके भारत की ढाल, हिमालय ही ऊंचा करता भारत माँ का भाल। ऊंची चोटी पर लहराएं तिरंगा बढ़ा रहा मान, पर्वतराज हिमालय बन गया भारत की शान। नही घबराता हिमालय दुश्मन के हमलों से, जीवन दायनी गंगा निकली चरण कमलों से। बना हिमालय गवहा दुश्मन की पराजय का, करती उदघोष चोटियां भारतमां की जीत का। #Mountains*विराट हिमालय*
#Mountains*विराट हिमालय*
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