Nojoto: Largest Storytelling Platform

New गीत Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about गीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गीत.

Kumar Azad

Shree Shyam Darshan 24hr

ज़िन्दगी का बस 
एक ही आधार है,
 सम्पूर्ण भगवतगीता
 का ही सार है।

©Mk.writer91 #गीता_तेरा_ज्ञान_अमृत #गीतासार

Diwan G

गीतासार #गीता #सार Hindi

read more
gita ka gyan  
मुनष्य जिस तरह की सोच रखता है,
वैसे ही वह आचरण करता है।
खुद का आत्म मंथन करके...
मनुष्य अपनी सोच में बदलाव ला सकता है।
जो उसके लिए काल्याणकारी होगा।


जय श्री कृष्णा #NojotoQuote गीतासार
#गीता #सार #NojotoHindi

Kumar Azad

Kumar Azad

Kumar Azad

DR. LAVKESH GANDHI

गीत# गीतगाताहैदिल # yageet yqgana #

read more
मेरे गीत चुभते हैं उनको 
मैल भरे हैं जिनके मन में 
गीत तो है गुनगुनाने के लिए 
खुश रहने और रखने के लिए  #गीत#
 #गीतगाताहैदिल #
#yageet #yqgana #

DR. LAVKESH GANDHI

गीत# गीतगाताहैदिल # yqlove_feelings_emotionsyqlifefeelings #

read more
गीत 

गीत हूँ मैं गजल हूँ मैं तेरी भावनाओं का प्रवाह हूँ मैं 
ज़ब तुम गुनगुनाती हो तो होठों से गीत निकलते हैं मेरे 

कवि हूँ मैं लेखक हूँ मैं तेरी चाहत का समुद्र हूँ मैं 
ज़ब तुम हँसती हो तो खुदबखुद कलम चलती है मेरी 
 #गीत#
 #गीतगाताहैदिल #
#yqlove_feelings_emotions#yqlifefeelings #

sahitya

तुम्हारे आत्मा में ही परमात्मा का वास होता है , 
तो कोई भी पाप करने के पहले ये बात जरूर सोचना।

©sahitya #भगवान #भगवदगीता #गीता #गीतज्ञान #श्रीकृष्ण #कृष्ण #भक्ति

नितिन कुमार 'हरित'

गीता सार • नितिन कुमार हरित #NitinKrHarit #गीता #गीता_ज्ञान

read more
गीता सार | नितिन कुमार हरित | १ |

जीवन के सुरभित पुष्पों पर, बन के यम मंडराऊं कैसे?
जीवन यदि मैं दे ना सकूं तो, मृत्यु का पान कराऊं कैसे?
मेरे हैं रिश्ते नाते सब से, इन पर बाण चलाऊं कैसे?
हे केशव इतना समझा दो, इस मन को समझाऊं कैसे?

शून्य ही केवल सत्य जगत में, जीवन चिन्ह है खालीपन का,
शून्य से उपजा शून्य को जाए मृत्यु समय सुन पूर्ण हवन का,
माटी माटी से मिल जाए, भ्रम ना टूटे चंचल मन का,
मैं ना मरूंगा, तू ना मरेगा, जीना मरना खेल है तन का।

ये जीवन एक युद्ध है अर्जुन, पल पल लड़ना काम हमारा,
उसका जगत में मोल ना कोई, जो जीवन के रण में हारा,
आज जो छोड़ोगे रण भूमि, तुम पे हंसेगा कल जग सारा,
जिसने जगत में सब कुछ जीता, उसको मिला ना खुद से किनारा।

दुर्योधन कब संमुख तेरे, सतजन का संताप खड़ा है,
दंभ खड़ा है, द्वेष खड़ा है, मैं मैं का आलाप खड़ा है,
जिसने ना माने रिश्ते नाते, नातों पर अभिशाप खड़ा है,
तेरे संग है धर्म खड़ा और तेरे संमुख पाप खड़ा है।

मन की दुर्बलता को त्यागो, मोह को छोड़ो, दृढ़ हो जाओ,
धर्म अधर्म के युद्ध में अर्जुन, धर्म ध्वजा का मान बढ़ाओ,
मैं ही मरूंगा, मैं ही मारूं, तुम केवल साधन बन जाओ,
धर्म के रक्षक, कर्म के संगत, निश्चय करके बाण चलाओ।

©नितिन कुमार 'हरित' गीता सार • नितिन कुमार हरित

#NitinKrHarit #गीता #गीता_ज्ञान
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile