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kuldeepbabra
wvideoshow" class="text-blue-400" target="_blank">wvideoshow# whindi video songगेहूं की फसल लगाने के लिए खेत को कर रहे हैं उपजाऊ
read moreSatish Kumar Meena
White घटा स्याह अंधेरा लेकर, बरसने को तैयार हैं। लगता है इस बार फसल मुस्कुरा रही है और किसान की आंखों में खुशी बरस रही है। ©Satish Kumar Meena फसल मुस्कुरा रही है
फसल मुस्कुरा रही है
read moreMr.Ravi Rajdev
लाडकी बहिण योजना 😀😀 pranali kawale Kalpana Korgaonkar Miss Anu.. thoughts Deewani Bholenath ki प्रा.शिवाजी ना.वाघमारे हसा आणि हसवा फनी
read moreMiMi Flix
"बदले की योजना – सियार गिरिश की चालाकी, रिंकू खरगोश की सच्चाई, और गोपाल हाथी की खतरनाक यात्रा" - जंगल में शांति और सौहार्द के बीच एक चालाक स
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"केके की सूझबूझ – हिंदी कहानियाँ, बच्चों की शिक्षाप्रद और नैतिक कहानी" - जंगल में आए भयंकर तूफान ने सबकुछ बदल दिया। जब जानवरों की ज़िंदगी मु
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"फाइनल मिशन - आखिरी चुनौती: Victory Unleashed" - कर्नल अर्जुन राय एक खतरनाक मिशन पर है, जहाँ लाखों लोगों की जान दांव पर लगी है। आतंकवादी संग
read moreRavendra
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने वन्यजीव प्रभावित क्षेत्र का किया भ्रमण बहराइच 31 अगस्त। मा. अध्यक्ष (राज्यमंत्री स्तर), उ.प्र. राज्य
read moreNitu Singh जज़्बातदिलके
White जीवन की रूप रेखा को कुछ यूं स्वप्नाया था उसने सुगंध उठेगा कल सबेरा मेरा यही विचारकर प्रेम बीज को अतीत की भूमि में दबाया था उसने दिन गुजरे सप्ताह गुजरे न विश्वास की सिंचाई न गलतियों की निराई न जुबानी जहर को पौधों से छुटाया था उसने फिर सहसा एक दिन खींच ले गयीं अभिलाषाएं उसे फसल की ओर चींखने लगा जोर जोर से निखोलने लगा सुषुप्त पड़ चुके प्रेम बीज को मढ़ने लगा आरोप उसके प्रेमत्व पर क्योंकि आज, वर्तमान पर मुरझा सा नीरस पुष्प ही पाया था उसने काश! झांक पाता सहस्त्रों बार किये उन वादों की ओर जिन्हें हर गलती के बाद दोहराया था उसने ©Nitu Singh जज़्बातदिलके जीवन की रूप रेखा को कुछ यूं स्वप्नाया था उसने सुगंध उठेगा कल सबेरा मेरा यही विचारकर प्रेम बीज को अतीत की भूमि में दबाया था उसने दिन गुजरे स
जीवन की रूप रेखा को कुछ यूं स्वप्नाया था उसने सुगंध उठेगा कल सबेरा मेरा यही विचारकर प्रेम बीज को अतीत की भूमि में दबाया था उसने दिन गुजरे स
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