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Stories related to काकोरी कट

Dalip Kumar 'Deep'

ज़िंदगी कट जायेगी सुकून से शायरी मोटिवेशनल✍🏿🍂

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PURAN SING‌H CHILWAL

#Sad_Status #50shadesofgrey जब दिल में प्रेम हो और साथ देने वाला सच्चा जीवन साथी हो तो हर वनवास कट ही जाता है 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🥀🥀🥀🥀🥀🥀🤍🤍🥀🥀🤍🤍🥀🥀🤍🤍❤️❤️❤

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White जय श्री राम
अच्छाई की शुरुआत खुद से
 ही करनी पड़ती है क्योंकि
 तिलक भी दूसरों को लगाने
 से पहले खुद की अंगुली 
पर लगाना होता है

©PURAN SING‌H CHILWAL #Sad_Status 
#50shadesofgrey जब दिल में प्रेम हो और साथ देने वाला सच्चा जीवन साथी हो तो हर वनवास कट ही जाता है
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🥀🥀🥀🥀🥀🥀🤍🤍🥀🥀🤍🤍🥀🥀🤍🤍❤️❤️❤

Jitender Kumar

#Sadmusic टूटी है मेरी नींद मगर तुमको इससे क्या बजते रहें हवाओं से दर, तुमको इससे क्या तुम मौज-मौज मिस्ल-ए-सबा घूमते फिरो कट जाएँ मेरी सो

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KK क्षत्राणी

कभी तो खुद को महसूस करो.. खुद से प्यार करो.. कट जायगी इसे कहीं तो रोक कर खुद से इजहार करो..

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान । ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर

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हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान ।
ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।।


महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान ।
ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।।


महेन्द्र सिंह प्रखर

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- विषय  हिंदी  हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब

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White दोहा :- विषय  हिंदी 
हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार ।
हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।।
जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार ।
अब कहते बच्चे पढ़े , अंग्रेजी अख़बार ।।
गुरुकुल के उस ज्ञान से , विस्तृत थे संस्कार ।
हिंदी का भी मान था , संस्कृति थी आधार ।।
वन टू थ्री अब याद है, भूले दो दो चार ।
बदल रहे दिन-दिन यहाँ , सबके आज विचार ।।
कब हिंदी दुश्मन हुई , और रुका व्यापार ।
तब भी तो द चली , सत्ता पक्ष सरकार ।।
हिंदी को दो मान्यता , तब आये आनंद ।
गीत ग़ज़ल दोहा लिखे , लिखें मधुर सब छन्द ।
हिंदी हिंदी कर रहे , हिंदी का गुणगान ।
हिंदी चाहे हिंद से , फिर अपना अभिमान ।।
सुबह-शाम जो पढ़ रहे , थे गीता का सार ।
आज उन्हें अब चाहिए , अंग्रेजी अख़बार ।।
हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान ।
ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- विषय  हिंदी 
हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार ।
हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।।
जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार ।
अब

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल :- माँग तेरी मैं सज़ाना चाहता हूँ  हाँ तुझे अपना बनाना चाहता हूँ  राह उल्फ़त की बनाना चाहता हूँ  प्यार हर दिल में बसाना चाहता हूँ  आप बिन

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ग़ज़ल :-
माँग तेरी मैं सज़ाना चाहता हूँ 
हाँ तुझे अपना बनाना चाहता हूँ 
राह उल्फ़त की बनाना चाहता हूँ 
प्यार हर दिल में बसाना चाहता हूँ 
आप बिन तो इस जहाँ में कुछ नही है 
बात मिलकर ये बताना चाहता हूँ 
दो कदम जो साथ मेरे तुम चलो तो 
इक़ नई दुनिया दिखाना चाहता हूँ 
रोते-रोते रात सारी कट गई यह 
भोर तक तुमको हँसाना चाहता हूँ 
ख़्वाब में आकर करोगे तुम परेशां
नींद पलको से हटाना चाहता हूँ 
बिन तुम्हारे जो गुजारी है यहाँ पर
उसकी हर कीमत चुकाना चाहता हूँ 
भूलकर बातें पुरानी आज तुमको
मैं गले अपने लगाना चाहता हूँ 
फिर न तोड़े कोई ये बंधन वफ़ा का
इस तरह रिश्ते निभाना चाहता हूँ ।
महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :-
माँग तेरी मैं सज़ाना चाहता हूँ 
हाँ तुझे अपना बनाना चाहता हूँ 
राह उल्फ़त की बनाना चाहता हूँ 
प्यार हर दिल में बसाना चाहता हूँ 
आप बिन

puja udeshi

#बुढ़ापा #pujaudeshi Kavi Himanshu Pandey MD Raja chetan parihar Arshad Siddiqui Dr. uvsays बुढ़ापा क्यो आता हैं????? जवानी ले जाता हैं,

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White बुढ़ापा क्यो आता हैं????? जवानी ले 
जाता हैं, एक नहीं 100 दर्द दिए जाता हैं 
शरीर क्यो कमजोर पड़ जाता हैं सहारा 
भी छूट जाता हैं जब पति चला जाता हैं 
अब उम्मीद बेटे से वो भी बहु की सुनता हैं 
कोई शिकवा शिकायत नहीं करती दिन तो 
कट ही जाता हैं मौत का इंतज़ार कर रही 
हूँ कब चली जाऊ...... क्या पता  बेटा भी 
 शायद यही चाहता हैं 🥹

©puja udeshi #बुढ़ापा #pujaudeshi  Kavi Himanshu Pandey  MD Raja  chetan parihar  Arshad Siddiqui  Dr. uvsays बुढ़ापा क्यो आता हैं????? जवानी ले 
जाता हैं,

Sandeep Rahbraa

लोग खुश है बहुत आज आजादी के जीत से खिल गई है फूल चमन में अमन - ए - प्रीति से जो थी घटा छाई हुई अंधेरे की वो छट गई आज बेड़ियां जो पड़ी थी प

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