Nojoto: Largest Storytelling Platform

New प्रेम कविता Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about प्रेम कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्रेम कविता.

VeerBahadurS089

प्रेम कविता

read more

Akarshak Pandey

प्रेम कविता

read more

Singh sahab Rajpoot

प्रेम कविता

read more

Abhishek pandey

#टूटी_हुई_बिखरी_हुई प्रेम कविता

read more

Abhi raj

#love_shayari प्रेम कविता

read more
White कहॉं से लाऊ मैं इतना सब्र,
थोड़े से मिल क्यूं नहीं जाते तुम!♥️

©Abhi raj #love_shayari  प्रेम कविता

Kirbadh

#karwachouth प्रेम कविता

read more
White देर न करना ओ चंदा रे 
जल्दी आ जाना
आतुर है मन देखूं तुझे
मुझको मत तड़पाना 

पिया नहीं मोरा देश रे 
क्या करूं बोल सखी
चलनी से मैं चांद निहारूं 
मिले नहीं पर फिर भी ख़ुशी 
पिया दरस को तरस रही
भूख प्यास से तड़प रही
पीर मेरे हृद की अब
पिया को तू बतलाना

देर न करना ओ चंदा रे 
जल्दी आ जाना
आतुर है मन देखूं तुझे
मुझको मत तड़पाना

©Kirbadh #karwachouth  प्रेम कविता

Amol M. Bodke

#alone_sad_shayri प्रेम कविता

read more
White जरी आभाळाला  भिडणाऱ्या ईमारती बांधल्या
तरी मोकळा श्वास हा चाळीतच मीळतो
#एक मुंबईकर

©Amol M. Bodke #alone_sad_shayri  प्रेम कविता

Anuradha Priyadarshini

# प्रेम कविता

read more
White राधा  नहीं रही  कान्हा  के  पीछे 
गोविन्दा राधा को  हरदम रिझाते

बंशी की  मधुर तान  राधा पुकारे
चंदा की चांदनी  राधा  से  चमके

©Anuradha Priyadarshini # प्रेम कविता

Sanjai Saxena

प्रेम कविता

read more
न उनसे जफ़ा की उम्मीद,
न उनसे वफ़ा की उम्मीद,
हमें तो उनकी नज़र भरी,
प्यारी मुस्कान की उम्मीद।

संजय सक्सेना,
प्रयागराज।

©Sanjai Saxena प्रेम कविता

Abhishek Yadav

#love_shayari प्रेम कविता

read more
White मैं लफ्जों के दरम्यां हाल-ए-दिल की 
तस्वीर खिंचता हूँ... मैं मुझे लिखता हूँ,
पर तुम्हें पढ़ता हूँ।

मुझे कब परवाह रही है खुद की?
मैं कब इतना सोचता हूँ?
मैं मुझमे दिखता हूँ, पर तुममें रहता हूँ।

बंजर जमीं को आस ज्यों इक ओस की, मैं यूँ तुम्हे देखता हूँ! 
मैं छूना चाहता हूँ खुद के तरन्नुम को,
पर महसूस तुम्हें करता हूँ।

मदहोशी! इश्क की तुम्हारी जिंदा करती है मुझे, 
मैं तुम्हारी यादों में धड़कता हूँ।
सरगोशी में तुम्हारे आलम की, मैं सांसों में ख्याल तुम्हारा चाहता हूँ।

आँखों मे आते लाल डोरे और धुँधली पड़ती नजर, 
फिर भी याद तुम्हें करता हूँ।
मैं आईने देखता हूँ, पर अक्स में तुमको पाता हूँ।

ख्वाबों को तुम्हारा पता मालूम है, 
मैं तो तुम्हे सोच के बस खो जाता हूँ।
होशजदा होके तुमको ढूंढता हूँ, फिर बिस्तर पे बनी सलवटें देख मुस्कुराता हूँ।

बेजार है ये आजादी लगती मुझको,
मैं तो कैद होना चाहता हूँ।
खुद से टूटकर...कहीं तुमसे जुड़ना चाहता हूँ।
धड़कने और सांसे तो नाम है तुम्हारे, लेकिन इक कमी है...मैं तो हर लम्हें में तुम्हारा जिक्र चाहता हूँ।

फकत बदहवास करता है ये बाजार मुझको, मैं सिर्फ तुममें उलझा रहना चाहता हूँ।
ये उम्र तुम्हारे इश्क में बसर चाहता हूँ।
तुमसे मिलती खुशियों की गरज कम नही होती, पर मैं तुम्हारे गम भी चाहता हूँ।

तुमसे तो हँसी मिली ही है...जो आँसूं गिरे आंखों से तो उन कतरों से नाम तुम्हारा लिखना चाहता हूँ, 
जो मुहब्बत सरफरोशी सी कभी, मैं एकमुश्त मरना चाहता हूँ।

मैं मुझको कर के फना!
तुम्हें अपना बनाना चाहता हूँ,
क्योंकि मैं तो बस तुम्हे चाहता हूँ! बस तुम्हे ही चाहता हूँ।।
     -✍️अभिषेक यादव

©Abhishek Yadav #love_shayari  प्रेम कविता
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile