Find the Latest Status about appreciation of poem the road not taken from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, appreciation of poem the road not taken.
Gyanendra Kumar Pandey
#kukku2004 #nojotohindi #Love Life I'm not the owner of the content. DM me for the removal of the content.
read moreAjita Bansal
White दर्द ने सिखाया खुद से मिलना, राहों में खो जाने से पहले, ख़ुद को जानना ज़रूरी है, तब जाकर कोई सही रास्ता लगे। हर ख्वाब का पीछा करते हुए, सपनों में खो जाते हैं हम, लेकिन जब वो टूटते हैं, तब महसूस होता है, हम कहाँ थे, कहाँ हम। अक्सर दूसरों की नज़र से ही जीते हैं हम, पर सच्ची पहचान तो अंदर से आती है। जो खुद को समझे, वही खुद को पा सकता है, बाकी सब तो बस एक छलावा होता है। अब मेरी आँखों में बस एक सवाल है, क्या मैं सचमुच खुद से प्यार करता हूँ? जब तक ये सवाल हल नहीं होगा, ख़ुद के ही हाल में, ख़ुद से जूझता रहूँगा। ©Ajita Bansal #Sad_Status poem of the day
#Sad_Status poem of the day
read moreAlkesh Lodhi
जब ज़िंदगी ही दांव पर लगी हों.. अब सोचना क्या...?? और करना क्या...?? ~~Alkesh.°°~ ©Alkesh Lodhi #Road
Srinivas
The light of knowledge shines brightest when it illuminates the path to humility, not the pedestal of pride. ©Srinivas The light of knowledge shines brightest when it illuminates the path to humility, not the pedestal of pride.
The light of knowledge shines brightest when it illuminates the path to humility, not the pedestal of pride.
read moreNarendra kumar
मुझसे ही सलाह लेकर मुझको ही सजा दिए हैं। मेरे मतलब के दोस्त, मुझे मौत से मिला दिए है। ©Narendra kumar #Road
Srinivas
In the book of life, intelligence writes the chapters, not just education. ©Srinivas In the book of life, intelligence writes the chapters, not just education. #lifebook
In the book of life, intelligence writes the chapters, not just education. #lifebook
read moreAjita Bansal
White वो रास्ते भी क्या रास्ते थे, जो हमें मंज़िल तक ले जाते थे। कभी धूप में, कभी छाँव में, हम चलते रहे, सफ़र के साथ। हर मोड़ पर, हर इक ठहराव में, मिले हमसे कुछ किस्से नए। कभी हँसाए, कभी रुलाए, वो रास्ते भी हमें सिखाते गए। कभी ठोकरें खाईं, कभी गिरकर उठे, मंज़िल की ओर बढ़ते गए। वो रास्ते हमें समझाते रहे, कि संघर्ष ही है असली जीत का रास्ता। ©Ajita Bansal #Thinking poem of the day
#Thinking poem of the day
read more