Find the Latest Status about दिखता सैलून from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दिखता सैलून.
Rakesh frnds4ever
White मैं जो जी रहा हूं ,,,,ऐसे तो,,,,, तुम कभी एक पल भी न जी पाओगे मुझको जो तड़पा रहे हो,,सता रहे हो,,, मेरे बाद किसको सताओगे मैने अपना ,, ,, तन मन दिल दिमाग शरीर कलेजा ,,,, सब कुछ तो तुमको सौंपा है तुम्हारे सामने रखा है फिर ,, भी,,, क्या तुम सब को मैं दिखता नहीं क्यों,,,मेरा ,,,, ऐसा हाल कर रखा है क्यों मैं आखिर ,, क्या तुमको मैं सुनाई नहीं देता ,,,, मेरे बाद किसको सताओगे मेरे बाद ,,,,,,,,,,,किसको सताओगे,,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever #मेरे_बाद_किसको_सताओगे #मैं जो जी रहा हूं ,,,,ऐसे तो,,,,, #तुम कभी एक पल भी न जी पाओगे #मुझको जो तड़पा रहे हो,,सता रहे हो,,,
#मेरे_बाद_किसको_सताओगे #मैं जो जी रहा हूं ,,,,ऐसे तो,,,,, #तुम कभी एक पल भी न जी पाओगे #मुझको जो तड़पा रहे हो,,सता रहे हो,,,
read moreSonal Panwar
इस जहां में हर शख़्स और उसका अक्स हो एक समान, जैसा सागर में दिखता चांद जो छूता है नीला आसमान । ©Sonal Panwar सागर में दिखता चांद🌜🌊💦 कोट्स गुड मॉर्निंग कोट्स लाइफ कोट्स' गोल्डन कोट्स इन हिंदी फ्रेंड्स कोट्स
सागर में दिखता चांद🌜🌊💦 कोट्स गुड मॉर्निंग कोट्स लाइफ कोट्स' गोल्डन कोट्स इन हिंदी फ्रेंड्स कोट्स
read moredarpanpremka by Rajesh Rj
White उगता हुआ वो सूरज था , दिखता कभी उजाला था , अंधियारों में खोया ऐसे , जैसे बिना शीप का मोती था । ©darpanpemka उगता हुआ वो सूरज था , दिखता कभी उजाला था , अंधियारों में खोया ऐसे , जैसे बिना शीप का मोती था ।#GoodMorning #darpanpremka Neeti M.K Meet
उगता हुआ वो सूरज था , दिखता कभी उजाला था , अंधियारों में खोया ऐसे , जैसे बिना शीप का मोती था ।#GoodMorning #darpanpremka Neeti M.K Meet
read moreAnjali Singhal
Love 💞 love #loveshayari #shayaristatus #status #lovestatus "बसा है तू मुझमें बस दिखता संग नहीं। तेरे अलावा मुझमें अब कोई रंग नहीं।।" #
read morekavi amit kumar
White अमीरी का घमड़ तू , किसको दिखता है! पैसे को जो तू, वे वजह उडाता है !! कभी पूछना अपने बाप से बैठकर! वो रात दिन कैसे कमाता है!! ~अमित कुमार~ ©kavi amit kumar #engineers_day अमीरी का घमड़ तू , किसको दिखता है! पैसे को जो तू, वे वजह उडाता है !! कभी पूछना अपने बाप से बैठकर! वो रात दिन कैसे कमाता है!!
#engineers_day अमीरी का घमड़ तू , किसको दिखता है! पैसे को जो तू, वे वजह उडाता है !! कभी पूछना अपने बाप से बैठकर! वो रात दिन कैसे कमाता है!!
read moreHeer
जबसे तुम पर आंखे ठहरी है, हर शक्श में मुझे सिर्फ एक तू दिखता है। 💙❤️😘 कृष्णप्रेमी💚🌸🦚 राधाकृपा🙏 #दीवानी_तेरी
read moreअमित कुमार
White ऊंच नीच दिखाकर भला कौन कैसा मकाम कर सकते हैं मुझसे ऊंचा शक्तिशाली है कौन ये बातें सारी तमाम कर सकते हैं। देश की ऊंचाई आसमान तक जाये बड़े अगर हो कर्तव्यनिष्ठ वरना बड़े हीं कोइ स्वार्थ के लिये देश तक नीलाम कर सकते हैं।। (गरीब और मध्यमवर्गीय मूकदर्शक है साहब) ©अमित कुमार सब दिखता है
सब दिखता है
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत :- धरती माँ के सीने पर अब , नहीं लगाओ फिर से घाव । नही लौट वो फिर आयेंगे , करने धरती पर बदलाव ।। धरती माँ के सीने पर अब... यहीं तो जन्में वीर अनेक, आल्हा उदल और मलखान । भूल गये हो तुम सब शायद, वीर शिवा जी औ चौहान ।। धर्म और धरती माँ पर जो, दिए प्राण का है बलिदान । देख रहा मैं क्रूर काल को , जिसका होता बुरा प्रभाव ।। धरती माँ के सीने पर अब.... वही डगर फिर से चुन लो सब , जो दिखलाये थे रसखान । जिसको जी कर मीरा जी ने , पाया जग में था सम्मान ।। इसी धरा पर राम नाम का , हनुमत करते थे गुणगान । नहीं हुई है अब भी देरी , जला हृदय में प्रेम अलाव ।। धरती माँ के सीने पर अब.... निर्मल पावन गंगा कहती , यह है परशुराम का धाम । रूष्ट नहीं कर देना उनको , झुककर कर लो उन्हें प्रणाम ।। अधिक बिलंब उचित क्यों करना , बढ़कर लो अब तुम संज्ञान । ईर्ष्या द्वेष मिटाओ जग से , पनपे हृदय प्रेम के भाव ।। धरती माँ के सीने पर अब..... नीर नदी का सूख रहा है , आज जमा ले अपना पाँव । गली-गली कन्या है पीडित, भूखे ग्वाले घूमें गाँव ।। झुलस रहें हैं राही पथ के , बता मिले कब शीतल छाँव । धीरे-धीरे प्रकृति सौन्दर्य , में दिखता क्यों हमें अभाव ।। धरती माँ के सीने पर अब.... धरती माँ के सीने पर अब , नहीं लगाओ फिर से घाव । नही लौट वो फिर आयेंगे , करने धरती पर बदलाव ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :- धरती माँ के सीने पर अब , नहीं लगाओ फिर से घाव । नही लौट वो फिर आयेंगे , करने धरती पर बदलाव ।। धरती माँ के सीने पर अब... यहीं तो जन्
गीत :- धरती माँ के सीने पर अब , नहीं लगाओ फिर से घाव । नही लौट वो फिर आयेंगे , करने धरती पर बदलाव ।। धरती माँ के सीने पर अब... यहीं तो जन्
read more