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Stories related to कफ़न कहानी का उद्देश्य क्या है

neelu

White अगर जिंदगी का दूसरा नाम ख्वाब है
 तो... पहला क्या होगा...

©neelu #Sad_Status #अगर #जिंदगी का #दूसरा नाम #ख्वाब है
 तो... #पहला #क्या #होगा...

neelu

White सीखने का सबसे बेहतर तरीका क्या है
दिया जलाने का सबसे बेहतर तरीका क्या है

©neelu #happy_diwali #दिया #जलाने का #सबसे #बेहतर #बेहतरीन #तरीका #क्या है

Bachan Manikpuri

प्रार्थना का उद्देश्य

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Shiv Narayan Saxena

भाषा क्या है?

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RUPESH Kr SINHA

राश्ता क्या है

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ਸੀਰਿਯਸ jatt

साली रंडियों का क्या भरोसा!

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Jansurajharnaut

सुराज।*प्रशांत किशोर का लक्ष्य क्या है? #jansuraaj #prashantkishor #digitalyoddha

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Vic@tory

#क्या अंतर है…

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Parasram Arora

औचित्य और उद्देश्य

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White माना कि हम अपनी भावनाओं और विचारों को कविता या ग़ज़ल की शक्ल मे  ज़ाहिर करते है और उससे हमें ख़ुशी  का अहसास भी होता है 

लेकिन उन रचनाओं का औचित्य और उदेश्य तब सही साबित होता है ज़ब वे रचनाएँ ज़माने भर 
को खुश रखने मे  सफल हो जाय

©Parasram Arora औचित्य और उद्देश्य

pramod malakar

# तुम कफ़न में लिपटे हो

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तुम कफन में लिपटे हो
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सनातन से दूर होकर तुम जिहादियों से पीटते हो, 
मेरी नजरों में तुम  सदा कफन में  लिपटे हो।
कब  तक मोहब्बत  का  नारा  लगाते  रहोगे,
कब तक  मोहब्बत में खुद को  जलते रहोगे।
निशा  मिट  रहा   है  तुम्हारा , मिट   जाएगा,
तुम्हारे भगवान का भजन फिर कौन गाएगा। 
मुसलमान तुम्हारा ना हुआ है ना होगा कभी, 
जो बिखरे हो टुकड़ों में एक हो जाओ अभी। 
कहीं सर तन से जुदा , कहीं बेटी घर से जुदा,
इंसानों के हत्यारों का मालिक,वह कैसा है खुदा।
धर्म ग्रंथो को पढ़कर अपना ताकत तुम बढ़ा लो, 
जिहादियों को अपने दिल से अभी तुम हटा लो। 
पूजा का थाली या पेट का हो दाना,
हिंदुओं से कर लो तुम सौदा चाहे मकान हो बनाना। 
भाईचारा निभाने वालों तुम तो सिर्फ काफिर हो, 
कट्टर नहीं बने अगर तुम,तो कुछ पल के मुसाफिर हो। 
धर्म  में  नहीं  जातिवाद  में  तुम  सिमटे  हो,
मेरी नजरों में तुम सदा कफन में लिपटे हो।।
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प्रमोद मालाकार की कलम से...19.08.24

©pramod malakar # तुम कफ़न में लिपटे हो
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