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New दफ्तर ग़ज़ल Quotes, Status, Photo, Video

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Mohammad Ibraheem Sultan Mirza

मरकज़ी दफ्तर जमीयत उलमा-ए-हिंद में इमाम मस्जिद-ए-नब्वी शेख़ अब्दुल्लाह बिन अब्दुर्रहमान की हज़रत मौलाना अरशद मदनी साहब से मुलाक़ात, Maulan

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BenZil (बैंज़िल)

#ग़ज़ल शायरी हिंदी में शेरो शायरी शायरी 'दर्द भरी शायरी' हिंदी शायरी

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White तिमिर को हाथ मलता छोड़ आया हूँ 
दिया इक घर में जलता छोड़ आया हूँ 

चला आया हूं घर से तन को बस लेकर
वहीं मन को तड़पता छोड़ आया हूँ 

इसी उम्मीद में कल फिर से निकलेगा
मै सूरज आज ढलता छोड़ आया हूँ 

हमारी आँख से लूटे गए तो क्या ?
हजारों ख़्वाब पलता छोड़ आया हूँ 

सितारा मेरी क़िस्मत का भी चमकेगा
मै इक जुगनू चमकता छोड़ आया हूँ

यहाँ शबनम की बूंदे भी हैं तरसाती
वहाँ सावन बरसता छोड़ आया हूँ 

जो जाता ही नही है गांव तक मेरे 
नगर का वो मै रस्ता छोड़ आया हूँ 

कहीं पथरा न जाएं उनकी वो आँखें 
मै जिनको राह तकता छोड़ आया हूँ 

नही आया अभी तक शेर ए मक्ता है 
ग़ज़ल उसको जो पढ़ता छोड़ आया हूँ

©BenZil (बैंज़िल) #ग़ज़ल  शायरी हिंदी में शेरो शायरी शायरी 'दर्द भरी शायरी' हिंदी शायरी

Sonuzwrites

#good_night ग़ज़ल ✍️

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Madhusudan Shrivastava

मत देना एक ग़ज़ल

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Vijay Vidrohi

ग़ज़ल लिखी रहा हूं #love_qoutes Shayari Love #viral #Poetry #Trending #poem sexy hindi love poetry in hindi poetry on love p

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White तेरी‌ अदा-ए-हुस्न के सब मुरीद बन जाए
और तू बस मेरी जिंदगी की उम्मीद बन जाए।

©Vijay Vidrohi ग़ज़ल लिखी रहा हूं #love_qoutes #Shayari #Love #viral #Poetry #Trending #poem            sexy  hindi   love poetry in hindi poetry on love p

Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma

ग़ज़ल: आदतें हैं छूटती नहीं, चाहे कितनी कोशिश कर लो, अनमोल चीज़ें समझ में आएं, ये सभी से चाह कर लो। सेवा भी मुफ़्त कब तक, कोई दिल से

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White 

ग़ज़ल:

आदतें हैं छूटती नहीं, चाहे कितनी कोशिश कर लो,
अनमोल चीज़ें समझ में आएं, ये सभी से चाह कर लो।

सेवा भी मुफ़्त कब तक, कोई दिल से करे,
भूख का सवाल है, इसे अब तो समझ कर लो।

मुफ़लिसी में भूख का दर्द कोई सह पाता नहीं,
पैसों के बिना कोई रिश्ता चल पाता नहीं।

ज़िंदगी की हर ख़्वाहिश पैसों पर ठहरती है,
वरना ख़ुशियों की राह तो कहीं जा पाती नहीं।

इन अशआर में ज़िंदगी का हर रंग सिमट आया है,
सच कहें तो यही हकीकत समझ में आता नहीं।

©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma    

ग़ज़ल:

आदतें हैं छूटती नहीं, चाहे कितनी कोशिश कर लो,
अनमोल चीज़ें समझ में आएं, ये सभी से चाह कर लो।

सेवा भी मुफ़्त कब तक, कोई दिल से

Deep Bawara

रमशा सामिन अंसारी के चूत का मसाला था
आरिफ़ अल्वी के अम्मी को तो यूं ही मसला था

हिजड़े की पैदाइश रही आरिफ़ अल्वी
कटी जूती से फटी चप्पल किसने मसला था

©Deep Bawara #Nojoto #yqdidi #yqbaba #yourquote #yourquote_randibajar #कहानी #quotes #शायरी #ग़ज़ल

Barshu Kumar

#sad_quotes एक ग़ज़ल #gajal #Barshu Munni ANOOP PANDEY Sircastic Saurabh sakshi yadav Sanju Slathia

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White   
 🙏🏻🙏🏻 प्रस्तुत है एक-ग़ज़ल 🙏🏻🙏🏻



आँखों में है पानी लिख दे
ग़म की एक कहानी लिख दे
नया है यह मज़मून बता और
कोई बात पुरानी लिख दे
चिड़ीमार की चालाकी को
चिड़िया की नादानी लिख दे
आसमान की पेशानी पर
तू मौसम तूफ़ानी लिख दे
उससे बात नहीं होती अब
बात कोई बेगानी लिख दे
जीवन की मुश्किल में दाता
थोड़ी सी आसानी लिख दे
ऐ मेरी "मासूम" लेखनी
एक ग़ज़ल ला'सानी लिख दे

©Barshu Kumar #sad_quotes एक ग़ज़ल #gajal #Barshu  Munni  ANOOP PANDEY  Sircastic Saurabh  sakshi yadav  Sanju Slathia

Shaarang Deepak

Ghazal (ग़ज़ल)- नौकरी (Naukri) by Shaarang Deepak (शारंग दीपक)॥ Draft (01) ॥ Poem name- Naukri (Employment/ Unemployment/ Job) #work Naukr

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جلال

#GoodMorning #ग़ज़ल #Shayar #poem khushi Rajput Rakhee ki kalam se ruh e naaz रुचि Sharween Sayyad गौरव आनन्द श्रीवास्तव शायरी दर्द श

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White जो ख़ुशी मिल भी गई तुझको वो ख़ैरात समझ
इस जहाॅं को तू फ़क़त गर्दिश-ए-आफ़ात समझ

جو خوشی مل بھی گئی تجھکو وہ خیرات سمجھ
اس جہاں کو تو فقط گردشِ آفات سمجھ

ग़ौर से देख ये चेहरा मेरे हालात समझ
जो न कह पाया कभी तुझ से मेरी बात समझ

غور سے دیکھ یہ چہرہ مرے حالات سمجھ
جو نہ کہ پایا کبھی تجھسے مری بات سمجھ

मैं भी थक हार के उम्मीद तेरी छोड़ चुका
सब्र का कोई नहीं आगे मक़ामात समझ 

میں بھی تھک ہار کے امید تری چھوڑ چکا
صبر کا کوئی نہیں آگے مقامات سمجھ

इक ग़ज़ल ताज़ा कहूॅं सोच रहा हूॅं कब से
तंज़ हैं मुझ पे मगर मेरे ख़यालात समझ

اک غزل تازہ کہوں سوچ رہا ہوں کب سے
تنز ہیں مجھ پہ مگر میرے خیالات سمجھ

©جلال #GoodMorning #ग़ज़ल #Shayar #poem  khushi Rajput  Rakhee ki kalam se   ruh e naaz  रुचि  Sharween Sayyad गौरव आनन्द श्रीवास्तव  शायरी दर्द श
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