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jovial (Aanandita).
White मैं उसके दिन का उजाला बनना चाहती हूँ, रातों के अकेलेपन का सहारा नहीं, पता नहीं ये क्या है,तुम कहोगे मैं जादा सोचती हु, पर असल में तो तुम, मुझे अपने अकेलेपन में याद करते हो, पर दिन के उजालों में तुम्हारे दोस्तों के बीच तुम मुझे कभी याद नही करते। हा मानती हु की तुम्हे वक्त नहीं होता पर तुम मुझे दिन की शुरुआत में याद तो कर सकते हो माना मुझे तुम्हारी कामयाबी से प्यार हैं, तो तुम मुझे बहुत वक्त नहीं दे पाओगे पर क्या करूं,मुझे तुमसे भी तो प्यार हैं, हा ये सच है,की मुझे गगन की ऊंचाइयों से प्यार है, और तुम ही मेरा नूर हो,..... पर शायद मैं तुम्हारा चंद तो बनने की उम्मीद नहीं रखती, क्योंकि मैं तुम जितनी काबिल नहीं, पर तुम्हारी परछाई बनने की उम्मीद तो कर ही सकती हु। Missing you 😍💟😍 ©jovial (Aanandita). #good_night jab kisi ko bahut mis krte hai.......
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read moreअंkita
White conversations can bridge the widest divides; when worlds flow, understanding blooms, turning conflict into connection. ©अंkita talking is all what It needs #sad_quotes #Nojoto life quotes images
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read morewild flower
White If we ever stopped talking, will you still think of me, reliving all the memories we shared? Or will you forget my existence, just as you always do? ©wild flower #good_night #you #me #us #Talking #Love #YourQuoteAndMine #yourquotebaba #yourquote
Seller hub
New bedsheet with 2 pillow covers msg me on instagram id- sellerhubandcustompro_ discount for 1st 10 customers ©Seller hub Don't mis it ll videos Aaj Ka Panchang hindi videos song videos maker videos game #viral
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read moreसंगीत कुमार
(मनुज कवि बन जाता है) जब अम्बर पिघल धरा पर आ न सके अधरों पे मुसकान रूक जाये आँखों से अश्क बन बह जाये और जब कलपित उर रो जाये तो समझो मनुज कवि बन जाता है व्यथा जब अपना न किसी से कह सके लज्जा से मन भर जाये काली रातों की अंधियारी में जब सारा भुवन सो जाये तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब मन भयभीत हो कुछ कहन सके पीड़ित हो अपनो से जब हाथों में कलम उठा लेते हैं शब्दों के सरिता में रम जाते हैं तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब सामने अंधेरा छा जाये अकेला बेसहारा मन होने लगे तब नैनो के नीर स्याही से निज व्यथा को लिख डाले तो समझो मनुज कवि बन जाता है संघर्ष भरा जब जीवन हो लोगों के बीच समर्पण हो तब साहित्य में खो जाता है अपनी भावना उकेर डालता है तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब भुलेबिसरे याद आये उर में दर्द की कसक उठे वेदना से मन काँप जाये तब हाथो में कलम उठाता है तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब अपने प्रिय से न मिल सके यादों की व्यथा में खो जाये साहित्य की सरिता में बह जाये एक लेखनी लिख डाले तो समझो मनुज कवि बन जाता है जब जीवन मे मनचाहा सफलता मिल न सके मन गगन की उड़ान तो भरता है अक्षर शब्द मिल कविताओ में परिणित हो जाता है मन की भावना खूबसूरती से निखारता है तो समझो मनुज कवि बन जाता है ©संगीत कुमार #pen