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vs raj
"आगे बढ़ने के सारे ख्याल मैंरे खारिश हो जाते है, जब उनका ख्याल दिल ❤️ में दस्तक दे जाता है"ñ ©vs raj हमसफर, मेहबूब, प्रेमी, साजन, दिलबर, जानेमन, दिलरुबा, महबूब,
हमसफर, मेहबूब, प्रेमी, साजन, दिलबर, जानेमन, दिलरुबा, महबूब,
read morepramod malakar
((((( ऐ मेरी जानेमन ))))) ऐ मेरी जानेमन, सपनों में भरकर ले आऊंगा तुझे, अगर तुम नजर लड़ाना छोड़ दो। दिल के आगोश में भर लूंगा तुझे, मुस्कान भरी होश में अपना लूंगा तुझे। नजरे मेरी भी थोड़ी तिरछी हो जाती है, मिलती है जब नजरे,आंखें शर्मा जाती है। ऐ मेरी जानेमन, मैं भी आंखें मिलाना छोड़ दूंगा, अगर तुम नजर मिलाना छोड़ दो।। तमन्नाओं की आग तुम्हारे ख्वाबों को, सुलगती राख कर देगी। दिल में है अगर रिश्तो में प्यार, उगते सूरज भी तुम्हें बाहों में भर लेगी। निकल आओ मन के भंवर से बाहर, बेचैन बैठा हूं मैं तन्हाई में अकेला। उम्र में भी अब छा रहा है अंधेरा, हो जाने दो तुम अभी भी सवेरा। ऐ मेरी जानेमन, मैं भी भंवर में फंसना छोड़ दूंगा, अगर तुम नजर लड़ाना छोड़ दो।। &&&&&&&&&&&&&&&&& प्रमोद मालाकार....31.12.23 ©pramod malakar #ऐ मेरी जानेमन......
#ऐ मेरी जानेमन......
read morePrem Narayan Shrivastava
हमें भी अपनी कहानी को इक नया मोड़ देना था किसी रूठे हुए दिल को आज मनाना था महकता था मेरा वीरान घर जिसकी खुशबू से एहसास ए दर्द हमें ही उसको आज सुनाना था जब से तू मिला है मुझे सितमगर की तरह ख्याल ए आरज़ू में हमें ही तुझको आज सजाना था ये रात ढलते ढलते रख गई सारा हिसाब कल के लिए तुम्हें ही अपना फैसला आज सुनाना था खड़े हैं सर झुकाए तेरे सामने एहतिसाब के लिए तुम्हें ही अपना तरीका ए सितम आज बदलना था अब हर लम्हा के साथ बदलने लगे हो अपने तौर तरीके तुम्हें ही मेरे वीरान घर में आज आना था 🐱🐱मेरी स्वरचित ग़ज़ल एहसास ए दर्द🐱🐱 ©Prem Narayan Shrivastava मेरी स्वरचित ग़ज़ल एहसास ए दिल #akelapan
मेरी स्वरचित ग़ज़ल एहसास ए दिल #akelapan
read morePrem Narayan Shrivastava
तुमने भी सरे आम ये क्या ज़ुल्म कर दिया दिल को खुद बुझा कर इक इल्ज़ाम धर दिया कभी झूठा इकरार कर एहसान कर दिया कभी धोखे से गर्दन पर मेरे खंजर रख दिया मुद्दत बाद हमें अचानक देख कर दर का चिराग बुझा दिया फिर सामने पत्थर रख दिया बेहतर है अब मिटा दो ये तजुर्बे अपने जीना मेरा ही हराम कर हमको दर बदर कर दिया मरहूमियों पे अब मिटा जा रहा हूं इक जो हसरत तेरे नाम की थी वो भी खत्म कर दिया 🐱🐱मेरी इक प्यारी सी ग़ज़ल दास्तां ए गम🐱🐱 ©Prem Narayan Shrivastava मेरी प्यारी ग़ज़ल दास्तां ए गम #alone
मेरी प्यारी ग़ज़ल दास्तां ए गम #alone
read morePrem Narayan Shrivastava
निकल गए जब आप ही मेरी नज़रों से इतनी दूर लोग सोचने लगे किस आग में हम जल रहे हैं मिले न हमें जवाब जब अपने ही सवालों के नाकाम ए दिल कैसे कहे ख्वाब में हम जल रहे हैं आप शराफत का पर्दा लगाए शक्ल ही बदल रहे हैं जमीर ज़िंदा है मगर सवालों में हम जल रहे हैं जाने किस मोड़ पे तेरे दर का पता भूल गए हमारा क्या गर्दिश ए हालात के साए में हम चल रहे हैं दिल के भूले अफसाने हमें याद आने लगे हैं कूचा ए दिल तोड़ कर दस्त ए एहसास में हम जल रहे हैं 🐶मेरी इक नई स्वरचित ग़ज़ल गर्दिश ए हालात🐶 ©Prem Narayan Shrivastava मेरी स्वरचित ग़ज़ल गर्दिश ए हालात #Doctors
मेरी स्वरचित ग़ज़ल गर्दिश ए हालात #Doctors
read morekumar vishesh
#AzaadKalakaar देश प्रेम गीत.... जाने मेरी जानेमन तुझको मातृभूमि की कसम सरहद पर उन वीर जवानों को भूल नहीं जाना रे.... जन्म तुझको दिया है जो वक्त तुझे दिया है मां के दूध के कर्ज को तू भूल नहीं जाना रे.. जाने मेरी जानेमन तुझको मातृभूमि की कसम इस वतन की मिट्टी से कहीं दूर नहीं जाना रे. जाने मेरी जानेमन तुझको मातृभूमि की कसम जन गण मन अधिनायक को तो भूल नहीं जाना रे.. जैसा मेरा हिंदुस्तान है यही हमारी पहचान है इसकी संस्कृति को तो भूल नहीं जाना रे जाने मेरी जानेमन तुझको मातृभूमि की कसम मेरे उन शहीदों को भूल नहीं जाना रे जाने मेरी जानेमन... ©kavi kumar vishesh जाने मेरी जानेमन #AzaadKalakaar
जाने मेरी जानेमन #AzaadKalakaar
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