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Stories related to loving friend poem in hindi

Lina

loving friend

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lok to aaj bhi hamase,
bahot pyar karate,
hamara naam to unki,
dushmano list me hai... loving friend

Indra singh

loving for friend

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ये दोस्ती के रिश्ते भी अजीब होते हैं, क्योंकि पहले थोड़े लड़ते हैं
फिर 
जगड़ते है
और
बाद में वापस 
दोस्त बन 
जाते हैं इसे ही दोस्ती कहते h loving for friend

PARVEJ U

#Loving friend 😋😍

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तुम जो कहते हो ना..!ख़ुश रहा करो….!!!
तो फिर सुन लो हमेशा मेरे पास रहा करो…!! #loving friend 😋😍

Yashita Rajput1111

"My Loving..NOJOTO Friend"

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Anjali Bagga

poem in hindi

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Sakshi Srivastava

Senty Poet

dilip khan anpadh

कैसे हैं ये लोग?
***********
ये गुनाहों की बस्तियां जहाँ कांटे बोते लोग
कंही मयखाने की मस्तियाँ, कंही भूखे सोते लोग।

है गली नहीं आबाद और महलों में जीते लोग
खंजर छुपाए हाथ,हैं कुछ जख्म सिते लोग

बेशर्म ऐय्याशियाँ और चंदन पिरोते लोग
यहां धर्म हुआ धंधा और चंदा ही बना भोग

यहां हुजूम है अंधा और राह बताते लोग
एक मौके की तलाश बस आजमाते लोग।

जहाँ अपने नही अपने,हैं गिड़गिड़ाते लोग
राह चाँद की बनाते ये बजबजाते लोग।

दिलीप कुमार खाँ""अनपढ़"" #HEART_BEA_TEA #Love #thought #Hindi #poem #friend

dilip khan anpadh

मन ये रहता है जवां
***************
आज मेरे आईने ने,मुस्कुराकर मुझसे कहा
उम्र तेरी कब ढली,कब तलक चलता रहा?

मौन हो और चकित होकर मैंने ये उत्तर दिया
तुमने है प्रतिबिम्ब खींचा,मन कहाँ बिम्बित हुआ?

आईना ने रूप देखा,रंग देखा,मन कहाँ?
सुन के वो उत्तर मेरा,खंड हो लज्जित हुआ।

मैं चला दूब्रदल पथ पर,ढूंढने तुष्टि जरा
दलित हो उस दूब ने,सर जरा ऊंचा किया

पूछा मुझसे,भार इतना क्यों तेरा बढ़ने लगा
क्या तुम्हारी काया पे,अब उम्र भी लदने लगी

सहला के उसके सिरों को,मैंने बस इतना कहा
जीव है तू भी जगत में,पंचतत्वो से बना

सघनता हो या विरलता,पंचतत्वों की है क्रिया
सुन मेरे उत्तर को वो जरा लज्जित हुआ

था विरल वो भी कभी जो,फिर सघन था हो चला
घास का मन फिर भी जवां था,भार जो ढोने लगा।

मन ने है अमरत्व पाया,कब कंही लक्षित हुआ
स्थूल है ये देह अपना,काल संग ढलता रहा।

दिलीप कुमार खाँ"अनपढ़" #Love #ishq #Hindi #poem #friend #geet

Gorishankar Singh Bhatti

in loving mood #

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