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Hashim Bannur | ಹಾಶಿಂ ಬನ್ನೂರು
National Press Day ©Hashim Bannur | ಹಾಶಿಂ ಬನ್ನೂರು National Press Day Freedom of the press is not an end in self but a means to end of achieving a free society. #NationalPressDay
National Press Day Freedom of the press is not an end in self but a means to end of achieving a free society. #NationalPressDay
read moreNiwas
White मनुष्य दूसरे के हृदय को विश्रांति कब दे सकता है? जब वह स्वयं स्थिर मति हो, प्रसन्न हो या शांत हो। जब वह स्वयं अशांत हो, उसका हृदय दग्ध हो, अचानक आई पीड़ा से क्षुब्ध हो, ईश्वर के न्याय से विश्वास डोल रहा हो और मन आखिरी खिन्न हो, तब वह कैसे किसी को सांत्वना दे,कैसे किसी को धीरज दे, कैसे कहे कि हर किसी की एक दिन यही गति होनी है, जो भी आया है उसे जाना है, मृत्यु की कोई नियत तिथि नहीं है, ना यह कालानुक्रम देखता है ना यह बड़े छोटे का भेद करता है। और मृत्यु हमेशा अचानक ही आती है,यह बताती नहीं की फलाने दिन, फलाना आदमी देवलोक गामी होगा। फिर भी मनुष्य निरंतर भविष्य का अलग अलग योजना बनाता है और जब जब प्रियजन की मृत्यु होती है , शमशान घाट में उसे क्षणिक ही सही वैराग्य उत्पन्न होता है ,यह तमाम दुनियावी प्रपंच उसे छलावा लगता है, जो की पानी के बुलबुले के समान हमेशा फूटने को तत्पर रहता है। ©Niwas #sad_qoute #Death #dead #deadsoul
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read moreAnurag Mankhand
मोमीता देबनाथ : एक ओर बेटी August 23, 2024 To September 10,2024 09:24 A.M. To 12: 53 A.M. सिसकती रहीं और बेबस रहीं वो हैवानियत से भी ज्यादा कुछ और ज़िस्म से भी ज्यादा कुछ अपनी रूह पर सहती रहीं माँ दुर्गा के इस शहर में बेटी आज मारी गयी और ज़िस्म से नौची गयी वो आसूँओ की गूंज कहीं दीवारो से टकराती रहीं बहती सिसकियां और लहू आँखो से ज़मीन भी मातम मनाती रहीं माँ दुर्गा के इस शहर में बेटी आज तड़पती रही और ज़िस्म से नौची गयी दर्द की पराकाष्ठा से भी कुछ परे है तो (चरमसीमा) उस बेटी ने सही होगी उन दरिन्दों की क्रूरता की पराकाष्ठा से हवा भी सहमी होगी कितनी डरी और लाचार होगी वो तब जब वहशीपन की इन्तिहा हुई होगी क्या गुनाह था उसका , इन से पूछो तो सही परवाज़ के लिए तैयार थी वो (उड़ान) एक ख़्वाब था उसका और वो गरूर था माँ- बाप का कितनी बिजली गिराई होगी कितनी पीड़ा से वो निकली होगी इन दरिन्दों को सिर्फ हवस दिखी , न उसमें बहन दिखी, न उसमें माँ दिखी न गर्वित करने वाली समाज की वो औरत दिखी न दिखी उसमें एक उम्मीद न दिखी उसमें एक ज़िन्दगी न दिखी घर से निकलते वक्त चोखट पर खड़ी वो औरत न दिखी जन्म देने वाली और दुवा पढ़ने वाली वो औरत न दिखी खुद की वो छोटी नन्ही सी परी बिटिया दिख जाती तो शायद आज 'मोमीता' जी पाती , जिन्दा होती ©Anurag Mankhand #Stoprape Tribute To Momita Debnath
#Stoprape Tribute To Momita Debnath
read moreInternet Jockey
The top of a mountain is the lowest of the next one to be climbed ©Internet Jockey The top of a mountain is the lowest of the next one to be climbed
The top of a mountain is the lowest of the next one to be climbed
read moreKrishnan
White Grandma Stories I still love to hear those stories narrated by my grandmother. From the starting punch line of "Once upon a time...." to the exciting finishing statement, and finally, after that, they lived happily." I used to get engrossed in every nuance of her narration. I used to persuade her to narrate the Cinderella-type story many times. The way she used to begin was perfect, drawing me into her story. "Once upon a time, there used to be a pretty girl who often rested her heart, mind, and soul every evening on the steps of the porch of her house after doing all household chores dumped on her by her arrogant stepmother and sisters. She knew no prince would come out of nowhere and hold her hand before taking her away. It happens only in dreams. Still, she waits for someone who wouldn't come. She knows that she is bound to continue as a puppet here. But what if, one day, her waiting pays off?" Then my grandmother sighed deeply and expressed her wish as she looked at me: "You know, Krishna, I hope that, one day, the prince from her dream will arrive and rescue her from this hell. But none of us can predict the future." I then raised my head from her lap and looking at her eyes, I put forward my curiosity, "Will the prince arrive, Grandma?" "Even the gods cannot resist the glowing beauty that radiates from her, along with her pure heart—let alone a prince! Let's see." She remarked before continuing with her story! ©Krishnan #Grandma #grandmother #storytelling #Childhood #childhood_memories