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Sanjay Sahu
आस लगाए बैठा हूँ तुमसे, बरसाेगे कब, बताएँ रे बदरा। सावन बीता सूखा-सूखा पर, भादाे आस जगाए रे बदरा। जाे था पास मेरे वाे खेतों पर, बैठा हूँ सब लगाए रे बदरा। अंतिम आस तुम्ही हो पर, दिल भी अब घबराए रे बदरा। कहलाता हूँ अन्नदाता पर, फसल अब रूलाए रे बदरा। भूख सभी की मिटाता हूँ पर, फसलों की प्यास काैन बुझाए रे बदरा। आस लगाए बैठा हूँ तुमसे, बरसाेगे कब, बताएँ रे बदरा। सावन बीता सूखा-सूखा पर, भादाे आस जगाए रे बदरा। अब न बरसे जाे तुम पौधों पर, तड़प-तड़प मर जाए रे बदरा। जब न रहे फसल मेरी ताे, अन्नदाता कैसे कहलाएँ रे बदरा। आस लगाए बैठा हूँ तुमसे, बरसाेगे कब बताएँ रे बदरा। सावन बीता सूखा-सूखा पर, भादाे आस जगाए रे बदरा। ©Sanjay Sahu वर्षा ऋतु का आगमन पर वर्षा न होने से किसान अपनी फसलों के लिए चिंतित है। #OneSeason
वर्षा ऋतु का आगमन पर वर्षा न होने से किसान अपनी फसलों के लिए चिंतित है। #OneSeason
read moreAnubhav Dwivedi
पावन अमृत वृष्टि हेतु , फिर वर्षा ऋतु आई है। धरती ने इस निठुर तपन से , अब जाकर मुक्ति पाई है। पुष्प खिल उठे, जीव जागृत , मौसम ने ली अंगड़ाई है। पृथ्वी को हरित वसन ओढ़ाने , फिर वर्षा ऋतु आई है। उमड़-घुमड़ वर्षा ऋतु आई।😇 #rain #baarish #fun #enjoy #kavita #beyourself #livelifetothefullest #yqdidi
उमड़-घुमड़ वर्षा ऋतु आई।😇 #rain #baarish #Fun #Enjoy #kavita #beyourself #livelifetothefullest #yqdidi
read moreAnubhav Dwivedi
पावन अमृत वृष्टि हेतु , फिर वर्षा ऋतु आई है। धरती ने इस निठुर तपन से , अब जाकर मुक्ति पाई है। पुष्प खिल उठे, जीव जागृत , मौसम ने ली अंगड़ाई है। पृथ्वी को हरित वसन ओढ़ाने , फिर वर्षा ऋतु आई है। उमड़-घुमड़ वर्षा ऋतु आई।😇 #rain #baarish #fun #enjoy #kavita #beyourself #livelifetothefullest #yqdidi
उमड़-घुमड़ वर्षा ऋतु आई।😇 #rain #baarish #Fun #Enjoy #kavita #beyourself #livelifetothefullest #yqdidi
read moreSURAJ आफताबी
बलखाती सी प्रेम डगरिया बनकर सहारा चलती वो तिरिया नव प्रस्फुटित मंजरी सी उसकी तरूणाई शायद इस पावस जमके बरसी है तरूण बदरिया ! बड़ी गहरी लागी तलब.. देख दो नैन तलैया युक्ति कोई सुझाये.. कैसे ये सोम पिया जाये इस पुरवा से अनभिज्ञ ठहरा.. ये बाबू शहरिया !! तिरिया- नारी तरूणाई- यौवन, जवानी पावस- वर्षा ऋतु #love #prem #surajaaftabi #zindagi #yqdidi #mohabbat #life #lovequotes
तिरिया- नारी तरूणाई- यौवन, जवानी पावस- वर्षा ऋतु love #Prem #surajaaftabi #Zindagi #yqdidi #mohabbat life #lovequotes
read moreHarlal Mahato
मेघा गरजा बारिश हुई देखो बुंदें छबीली नच गई सुप्त-सयाना दादुर भैया टर्र-टर्र कर कर ली सगाई चटाई बिछाई तरणी ने तट पर पुलकित पुष्प रंग लगाए पट पर जुगनुओं की अगुवाई में बारात आई रस्में होने लगी झटपट पनघट पर पाहुन-पग धुलाए तरुण ताल आसन परोसा स्वच्छ शैवाल मीन रोहू लगी खातिरदारी में दृष्टि दिए रखा सब पर हरलाल शस्य सजाए माड़ुआ सप्तरंग मुदित मन से घोंघा बजाए मृदंग मंत्र उच्चारण किए केकड़े ने दूल्हन आई सज-धज रौशनी संग ©Harlal Mahato वर्षा ऋतु और दादुर #वर्षा_ऋतु #rainydays #Marriage Shalini Pandit prajakta indira Priya Gour Pushpvritiya
वर्षा ऋतु और दादुर #वर्षा_ऋतु #rainydays #Marriage Shalini Pandit prajakta indira Priya Gour Pushpvritiya
read moreKrishna
मिट्टी की पहली पुकार पर वर्षा का अभिनंदन है नव नभ के नव बिहगवृंद का शतवंदन अभिनंदन है मिट्टी की पहली पुकार पर वर्षा का अभिनंदन है तरु पल्लव जो था मुरझाया मानो मंद मंद मुस्काया पतझड़ उदधी आग में झुलसे तरुवर ने नव जीवन पाया प्रेम राग में भीगी धरती नव यौवन नव चंदन है मिट्टी की पहली पुकार पर वर्षा का अभिनंदन है फर फर करके उड़े पतिंगा धरती पर पपिहा पान करें कोयल कूक कूक कर गाए पंछी नवल विहान करें टर्र टर्र दादुर के बोले मिट्टी में स्पंदन है मिट्टी की पहली पुकार पर वर्षा का अभिनंदन है इंद्रधनुष के रंग सजाकर सप्तरंगों से संधान करें पर्वत वृक्ष नदी सरोवर नव वस्त्रों का परिधान धरें मेघों के इन घन घमंड का जलवृंदों से अरिमर्दन है मिट्टी की पहली पुकार पर वर्षा का अभिनंदन है वर्षा की मधुरिम बेला पर युवा उमंग जगाती है आज प्रकृति आनंदित होकर अपनी छटा बिखराती है मिट्टी की सौंधी खुशबू यूं माटी मानो चंदन है मिट्टी की पहली पुकार पर वर्षा का अभिनंदन है ©Krishna Krishna Ki ✍️ Se वर्षा ऋतु का स्वागत #rainfall #Nojoto #nojotohindi VOICE OF NEW INDIA सचिन सारस्वत priyanshi Anshu writer
Krishna Ki ✍️ Se वर्षा ऋतु का स्वागत #rainfall #nojotohindi VOICE OF NEW INDIA सचिन सारस्वत priyanshi Anshu writer
read moreGanesh joshi
White यह मौसम हैं, बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु और शिशर या शीत ऋतु। ©Ganesh joshi #good_morning यह मौसम हैं, बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु और शिशर या शीत ऋतु।21 Apr 2023
#good_morning यह मौसम हैं, बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु और शिशर या शीत ऋतु।21 Apr 2023
read moreSURAJ आफताबी
पढ़ते - पढ़ते जब भर आये आँखें अनायास ही लिखते - लिखते बिगड़ जाये जब शब्द-विन्यास भी जब भरी किताबों में एकाकी बन वो आये तो क्या करूँ जब नैनताल में तैराकी बन वो उतर जाये तो क्या करूँ !! क्यूँ वही करूण छंद दुहराते-दुहराते गला रुँध सा जाता है क्यूँ गुत्थियां सुलझाते-सुलझाते मन फिर बँध सा जाता है जब मिथ्य लगे उस बिन जग के सारे मोहपाश तो क्या करूँ जब कमरे में वो तितली उड़ने लगे रूठी निराश तो क्या करूँ !! मेरी गठरी में बस कुछ किताबें और उसका नेह व्याकरण था पहले मैं मस्त नजरों से लुटा फिर अकिंचन मेरा नव नामकरण था जब आँखें मेरी बरसे अनवरत बिन पावस के तो क्या करूँ जब चाँद मेरा हर निशा छुप जाये बिन अमावस के तो क्या करूँ !! अनायास- सहज ही मोहपाश- मोह का बंधन नेह- प्रेम अकिंचन- दरिद्र, गरीब पावस- बारिश, वर्षा ऋतु Thanks a lot Ankahi Anokhi For remembering my pen
अनायास- सहज ही मोहपाश- मोह का बंधन नेह- प्रेम अकिंचन- दरिद्र, गरीब पावस- बारिश, वर्षा ऋतु Thanks a lot Ankahi Anokhi For remembering my pen
read moreDr Upama Singh
सावन भादों आए साथ में वर्षा ऋतु लाए बादल गरजे जम के बरसे फूल कलियों में मुस्कुराहट आई पेड़ पौधों में जीवन आया सुखी धरती पर छाई हरियाली किसान आ धान के खेतों में सब करने लगे रोपाई हवा चले ठंडी मतवाली बागों में डाल झूले सब वर्षा का आनंद लेने रहे।। वर्षा ऋतु आई रे आई वर्षा आई अपने संग बरसात के बूंदे ले कर आई। सुखी धरती देखो मुस्कुराई और फूल पत्तियों को मिला नया जीवन झूमकर मुस्कुरा
वर्षा ऋतु आई रे आई वर्षा आई अपने संग बरसात के बूंदे ले कर आई। सुखी धरती देखो मुस्कुराई और फूल पत्तियों को मिला नया जीवन झूमकर मुस्कुरा
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