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shubham hirode
आज लिख दु कह दु सुना दु तुम्हें क्या जब्र हैं। हैं जो ये इश्क़ ही नही तो क्यों ये मुझमें सब्र हैं।। कुछ फूल चढ़ा देना मेरे नाम के कुछ खबर हैं। जानते हैं तेरे दिल में बनी जो मेरी एक क़ब्र हैं।। आ जाके फिर वही कहना कि कुछ नहीं कहना। इश्क़ में कहे जो बातें हम ही कहे क्या अखबार हैं।। हाँ बन जाएंगे तुमसा तुम बन जाओ हमसा मंजूर हैं। हमारी दिवानगी सा इश्क़ हो तुम्हें तो हमें एतबार हैं।। जानते हैं तेरे दिल में बनी जो मेरी एक क़ब्र हैं।। जब्र-दबाव, मज़बूरी। सब्र-सहन,बर्दाश्त। क़ब्र-शव को दफ़नाने हेतु खोदा गया गड्ढा। अख़बार-समाचार स
जानते हैं तेरे दिल में बनी जो मेरी एक क़ब्र हैं।। जब्र-दबाव, मज़बूरी। सब्र-सहन,बर्दाश्त। क़ब्र-शव को दफ़नाने हेतु खोदा गया गड्ढा। अख़बार-समाचार स
read moreVinay Sonawane
अखंड भारत का विश्वास #बाबसाहेबआंबेडकरजयंती #भीमराव_अम्बेडकर #भिमजयंती #कविता #कविताओं #शायरी #गजल
read moreAfsar LKO
GULAM MOHMAD
बीते पल वापस ला नहीं सकते, सूखे फूल वापस खिला नहीं सकते, कभी कभी लगता है आप हमें भूल गए, पर दिल कहता है कि आप हमें भुला नही सकते. 💔 😢 ©GULAM MOHMAD गजल गजल #NojotoTurns5
गजल गजल Turns5
read moreMonika Tigraniya
प्यार के इस शहर की ऐसी रीत क्यों हर दफा क्यों मैं ही हारूँ हर दफा तेरी जीत क्यों स्वाति झा @गजल#गजल@dost
स्वाति झा @गजलगजल@dost
read moreNilam Agarwalla
White आँखों में ख़्वाहिशों के सितारे लिए! क्या-क्या सोचा था मैंने हमारे लिए! ए सितमगर! नहीं छोड़ी तुमने कसर, रो रही हूँ क्यों फ़िर भी तुम्हारे लिए? तुमको सारे ज़माने ने जो ग़म दिए, उनके बदले मुझ ही से क्यों सारे लिए? न ही कन्धे, न मय, न धुआँ, न दवा, सह गई सब, बिना कुछ सहारे लिए! तुमने तोड़ा भरोसे को क्यों इस कदर? फैसले दिल ने कुछ, डर के मारे लिए! "भावना" की तो पहचान आसान है, हँस रही आँखों में अश्क़ खारे लिए! ~ भावना आरोही - #kavyitri #kavita ✍️ #word ©Nilam Agarwalla #गजल
Sunil Kumar Maurya Bekhud
वही शाम वही रात वही तारे हैं मगर मायूस दिल वही नजारे हैं लगा था कल जंग जीत कर आए आज बैठे हैं जैसे जिंदगी से हारे हैं मेरी जहां से खफा हो चांद गया गम मैं डूबे मिलते नहीं किनारे हैं गुल खिले खुशबू से घुट रहा है दम आज बेखुद हमें तड़पा रही बहारें हैं ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #गजल
Sunil Kumar Maurya Bekhud
गुलों के अल्फ़ाज़ लिफाफे में आज भेज दिया तुमको ए मेरे हमराज मुझे नहीं पता है तुम होगे बागबाग या फिर बेखुद तुम हो जाओगे नाराज ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #गजल