Nojoto: Largest Storytelling Platform

New मनहरण घनाक्षरी छंद उदाहरण Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about मनहरण घनाक्षरी छंद उदाहरण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, मनहरण घनाक्षरी छंद उदाहरण.

Stories related to मनहरण घनाक्षरी छंद उदाहरण

IG @kavi_neetesh

*मनहरण घनाक्षरी* ==================== प्रातकाल जागकर रवि को नमन कर, *हृदय आनंद भर सब मुसकाइए* | व्यस्त हैं मनुज सभी

read more

ऋतु गुलाटी ऋतंभरा

माता कालरात्रि पर तांटक छंद मे आवाहन

read more

MiMi Flix

"चतुर नन्ही चींटी की कहानी – आग, चुनौतियाँ और दोस्ती की शक्ति: Captivating and Heroic Tale" - इस रोमांचक जंगल की कहानी में, देखें कैसे नन्ही

read more

Khushi Kandu

White (दोहा)
जिन्ह मन तजि कुटिलाई,‌ जीवन सुखमय होय।
मन की माया से मुक्त, तन आनंदित होय।।

©Khushi Kandu #GoodMorning 
#khushikandu 
#doha 
#दोहा 
#छंद 
#जीवन

tripti agnihotri

दोहा छंद

read more
White तृप्ति की कलम से
दोहा छंद 17

जुड़ा भाव का कारवाॅं, लिया शब्द ने रूप।
शब्द - शब्द मुखरित हुआ,ज्यों सरदी की धूप।।

स्वरचित मौलिक
तृप्ति अग्निहोत्री 
लखीमपुर खीरी
उत्तर प्रदेश

©tripti agnihotri दोहा छंद

kavitri vibha prabhuraj singh

#कुड़लियां छंद #राधा तकती श्याम की #मन के भाव अपनी कविता #कावित्री विभा प्रभुराज सिंह

read more

kavitri vibha prabhuraj singh

#अपनी कविता #मन के भाव #विधाता छंद @kavitri VibhaPrabhu Raj Singh

read more

kavitri vibha prabhuraj singh

#जय सिया राम जय हनुमान 🙏🌹 #दोहा छंद अपनी कविता #मन के भाव #विभा प्रभुराज सिंह ✍️

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

मनहरण घनाक्षरी :- फेसबुक व्हाट्सएप , छोड़ भी दो अब आप , घर माता-पिता अब , सेवा कर लीजिए । दूर हो न रिश्ते नाते , कर लो उनसे बातें , छोड़ के मो

read more
मनहरण घनाक्षरी :-
फेसबुक व्हाट्सएप , छोड़ भी दो अब आप ,
घर माता-पिता अब , सेवा कर लीजिए ।
दूर हो न रिश्ते नाते , कर लो उनसे बातें ,
छोड़ के मोबाइल को , समय उन्हें दीजिए ।
व्यर्थ गँवाया समय ,  देख बोलता तनय ,
सोचिए पुनः फिर से ,शांत मन कीजिए ।
छोड नही घर द्वार , तेरा अच्छा  परिवार,
मान मेरी बात कर , नीर अब पीजिए ।।

2****************************

कर गणेश वंदना , पूर्ण हो फिर कामना ,
भक्त का रखते वही , सदा नित ध्यान हैं ।
माँ गौरा के लाल वह , भक्त पे निहाल वह ,
देख भक्त की श्रद्धा को , देते वरदान हैं ।
दूब ही अति प्यारी है , मूसक की सवारी है ,
भक्तों के कष्टों का वह , देते समाधान हैं ।
देवों में पूज्य प्रथम , जानते हैं अब हम,
सारे जग में उनकी , करूणा महान है ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मनहरण घनाक्षरी :-
फेसबुक व्हाट्सएप , छोड़ भी दो अब आप ,
घर माता-पिता अब , सेवा कर लीजिए ।
दूर हो न रिश्ते नाते , कर लो उनसे बातें ,
छोड़ के मो
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile