Find the Latest Status about तिने दिला जीवनाला आधार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तिने दिला जीवनाला आधार.
MiMi Flix
"स्वर्ण दौड़" - छोटे से पहाड़ी कस्बे उदयपुरा में, जहाँ खेलों का नामोनिशान भी नहीं है, एक युवा की दौड़ने की अदम्य चाह उसकी राह बदल देती है। अ
read morePoet Maddy
ये ढलती हुई शाम मुझे, उसकी याद दिला देती है........ उसकी बातें मुझको अब, सब कुछ भुलवा देती हैं.......... और जब भी मैं सोचता हूं, कभी उसके बारे में यारों......... उससे जुड़ी हर चीज़ मुझे, अब बेहिसाब रुला देती है....... ©Poet Maddy ये ढलती हुई शाम मुझे, उसकी याद दिला देती है........ #Evening#Remind#Word#Forget#Think#Friends#Related#Cry.........
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
White गीत :- मातु-पिता के रूप में , मिले मुझे भगवान । करता जिनकी चाकरी , बनकर मैं संतान ।। जीवन मेरा धन्य है , स्वप्न सभी साकार । जीने का मुझको मिला , एक नया आधार ।। अब तो आठों याम मैं, करता हूँ गुणगान । करता जिनकी चाकरी , बनकर मैं संतान ।। मन मेरा गद-गद रहे , पाकर ऐसा धाम । जहाँ राम मेरे पिता , मातु जानकी नाम ।। ऐसे चरणों ने मुझे , बना दिया इंसान । करता जिनकी चाकरी, बनकर मैं संतान ।। अब तो जीवन का यही , मेरे है संकल्प । जितनी भी सेवा करूँ , लगे मुझे अब अल्प ।। क्या माँगूं मैं आपसे , क्या दो अब वरदान । करता जिनकी चाकरी , बनकर मैं संतान ।। मातु-पिता के रूप में , मिले मुझे भगवान । करता जिनकी चाकरी , बनकर मैं संतान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :- मातु-पिता के रूप में , मिले मुझे भगवान । करता जिनकी चाकरी , बनकर मैं संतान ।। जीवन मेरा धन्य है , स्वप्न सभी साकार । जीने का मुझको म
गीत :- मातु-पिता के रूप में , मिले मुझे भगवान । करता जिनकी चाकरी , बनकर मैं संतान ।। जीवन मेरा धन्य है , स्वप्न सभी साकार । जीने का मुझको म
read morePrerna Singh
कोई कैसे किसी को बद्दुआ दे सकता हैं। अपना दुश्मन मान सकता हैं। आखिर सामने वाले की क्या गलती हैं। कि आप संबंध जोड़ना चाहते हो और उसने संबंध जोड़ने से नैतिकता के आधार पर मना कर दिया इस लिए..... ©Prerna Singh #samay कोई कैसे किसी को बद्दुआ दे सकता हैं। अपना #दुश्मन मान सकता हैं। आखिर सामने वाले की क्या #गलती हैं। कि आप उसे संबंध जोड़ना चाहते ह
Devesh Dixit
White गुरु (दोहे) गुरु मिलता जब शिष्य को, मिलती खुशी अपार। देते विद्या दान हैं, भरे ज्ञान भंडार।। गुरु की महिमा है बड़ी, शिक्षा दे भरपूर। बिन पानी साबुन बिना, दोष करे वो दूर।। शिष्य करे जो अर्चना, गुरु का हो सम्मान। विद्या से जीवन खिले, पूरे हों अरमान।। गुरु जैसा ज्ञानी नहीं, वही ज्ञान का सार। निर्माता ये भाग्य के, जीवन का आधार।। गुरु बिन है विद्या नहीं, और कहाँ फिर ज्ञान। पशुवत होती जिंदगी, पाता कष्ट महान।। विद्या जो धारण करे, बनता वही महान। गुरु को रहती लालसा, सबका हो सम्मान।। ........................................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #teachers_day गुरु (दोहे) गुरु मिलता जब शिष्य को, मिलती खुशी अपार। देते विद्या दान हैं, भरे ज्ञान भंडार।। गुरु की महिमा है बड़ी, शिक्षा द
#teachers_day गुरु (दोहे) गुरु मिलता जब शिष्य को, मिलती खुशी अपार। देते विद्या दान हैं, भरे ज्ञान भंडार।। गुरु की महिमा है बड़ी, शिक्षा द
read moreनीतू सिंह
सुप्रभात... आत्म.. प्रेम- परमात्म 🕉️🌷🙏🏻 विचारों से निर्विचार होना शिक्षा का सार...जीवन आधार... प्रेम प्रणाम... शुभ कल्याण 🌷 शिक्षा का सार.
read moreਸੀਰਿਯਸ jatt
चच्चा सही है नंबर लेने आए थे चूत ही मिल गई ऐसी औरत हमे भी दिला दो ! नंबर मांगने पर चूत दे ! 🤣🤣🤣
read more#Mr.India
White जब लोग हद से ज्यादा इग्नोर करते हैं, तो वो दरअसल अच्छा ही करते हैं। क्योंकि वो सिखा जाते हैं, कि कैसे खुद को सबसे ऊपर रखना है, और कैसे खुद की अहमियत समझनी है। उनके इग्नोर करने से ज़िन्दगी के नए रास्ते खुल जाते हैं, जहाँ खुद को समझने का वक्त मिलता है, और अपने आप से मिलने का मौका मिलता है। कभी-कभी उनकी ये बेरुखी हमें खुद से भी मिलवा देती है, जहाँ हम अपनी काबिलियत को पहचान पाते हैं, और अपनी राहें खुद बनाने का हुनर सीख जाते हैं। तो जो इग्नोर करते हैं, वो दरअसल हमें मजबूत बना जाते हैं, अपने भीतर की ताकत को पहचानने का अहसास दिला जाते हैं। ©#Mr.India जब लोग हद से ज्यादा इग्नोर करते हैं, तो वो दरअसल अच्छा ही करते हैं। क्योंकि वो सिखा जाते हैं, कि कैसे खुद को सबसे ऊपर रखना है, और कै
जब लोग हद से ज्यादा इग्नोर करते हैं, तो वो दरअसल अच्छा ही करते हैं। क्योंकि वो सिखा जाते हैं, कि कैसे खुद को सबसे ऊपर रखना है, और कै
read moreDevesh Dixit
मोदीकेयर (दोहे) मोदीकेयर छा गया, बना यही आधार। जीवन भी सुखमय हुआ, कलयुग में अवतार।। हिय से सोचो जान लो, तुम इसके उपयोग। भ्रम में मत रहना कभी, वरना घेरें रोग।। मंजिल पानी है अगर, देना है श्रम दान। कहते कुछ विद्वान हैं, इसमें मिलता मान।। नासमझी में छोड़ते, कहते यह बेकार। दूजों को भी रोकते, समझ उसे उपकार।। मोदीकेयर ने दिया, हमको यह उपहार। रोग ग्रसित जो हैं अभी, उनका बेडापार।। धन वर्षा भी कर रहा, घुमा रहा परदेश। मोदीकेयर से मिला, हमको यह परिवेश।। उत्पादों की खासियत, पर हमको अभिमान। क्यों छोड़ें अब हम इसे, यहीं मिला वरदान।। मैं भी इसमें जुड़ गया, पाने को वरदान। सेहत भी इससे मिली, और जगे अरमान।। मोदीकेयर में बढ़ें, और कई उत्पाद। हम सबकी यह लालसा, रहे नहीं अवसाद।। मानूँ मैं देवेश हूँ, इसका ही आभार। मोदीकेयर प्राण हैं, हम सबका आधार।। ............................................................. देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #मोदीकेयर #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry मोदीकेयर (दोहे) मोदीकेयर छा गया, बना यही आधार। जीवन भी सुखमय हुआ, कलयुग में अवतार।। हिय
#मोदीकेयर #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry मोदीकेयर (दोहे) मोदीकेयर छा गया, बना यही आधार। जीवन भी सुखमय हुआ, कलयुग में अवतार।। हिय
read more